दिल्ली सरकार का खजाना जीएसटी से भर रहा है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान के जीएसटी वसूली में करीब 28 फीसदी बढोतरी दर्ज की गई है। इस साल सितंबर महीने में पिछले साल के सितंबर महीने से 32 फीसदी ज्यादा जीएसटी वसूली हुई। बीते दो महीने से जीएसटी वसूली में देखी जा रही तेजी की वजह त्योहारी सीजन से कारोबार बढ़ने को माना जा रहा है। सख्त कर अनुपालन पर जोर देने के साथ ही आर्थिक गतिविधियों में सुधार से भी जीएसटी में वृद्धि हो रही है। जीएसटी वसूली के मामले में दिल्ली की स्थिति पड़ोसी राज्यों की तुलना में भी ठीक है।
दिल्ली सरकार को चालू वित्त की पहली छमाही (अप्रैल—सितंबर) में 13,855 करोड़ रुपये जीएसटी प्राप्त हुआ है, जबकि पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 10,760 करोड़ रुपये था। इस तरह पहली छमाही में जीएसटी वसूली में करीब 28 फीसदी इजाफा हुआ। त्योहारी सीजन के कारण भी दिल्ली में जीएसटी संग्रह बढ़ने को मदद मिल रही है। सरकार को सितंबर महीने में पिछले सितंबर की तुलना में 32 फीसदी ज्यादा जीएसटी मिला।
इस साल सितंबर में 2,360 करोड़ रुपये जीएसटी संग्रह हुआ, पिछले साल सितंबर में 1,800 करोड़ रुपये संग्रह हुआ था। दिल्ली सरकार को सितंबर में अगस्त महीने से भी ज्यादा जीएसटी वसूली हुई। अगस्त में 2,175 करोड़ रुपये जीएसटी वसूली हुई थी, जबकि सितंबर में 8.50 फीसदी ज्यादा 2,360 करोड़ रुपये जीएसटी वसूली हुई। अगस्त महीने में भी सालाना आधार पर जीएसटी वसूली में 21 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। बीते दो महीने से त्योहारी मांग के कारण कारोबार बढ़ने से राजस्व में भी इजाफा हो रहा है। दिल्ली सरकार ने इस वित्त वर्ष 26,000 करोड़ रुपये जीएसटी वसूली का लक्ष्य रखा है।
दिल्ली सरकार की जीएसटी वसूली के मामले में पड़ोसी राज्यों की तुलना में अच्छी स्थिति है। सितंबर में जहां दिल्ली सरकार के जीएसटी संग्रह में 32 फीसदी इजाफा हुआ, वहीं उत्तर प्रदेश में 23 फीसदी और राजस्थान में 12 फीसदी जीएसटी बढा। हालांकि हरियाणा में जीएसटी वृद्धि 33 फीसदी रही, जो दिल्ली सरकार की जीएसटी वृद्धि से एक फीसदी ज्यादा है।