खाद के लिए छत्तीसगढ़ की केन्द्र से गुहार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 8:00 AM IST

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने केंद्रीय मंत्रियों को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है कि राज्य में खाद की समुचित आपूर्ति की व्यवस्था की जाए।


इस साल खरीफ फसल के लिए राज्य में खाद की मांग काफी ज्यादा रहने की संभावना है। अधिकारिक सूत्र ने बताया कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार और केंद्रीय रसायन और खाद मंत्री रामविलास पासवान को अलग अलग पत्र लिखकर राज्य में खरीफ फसल को ध्यान में रखकर खाद की मांग के मद्देनजर इसकी आपूर्ति को सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।

पत्र में मुख्यमंत्री ने उल्लेख किया है कि पिछले पांच सालों में राज्य में कृषि उत्पाद में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। धान क ा उत्पादन 2337000 टन से बढ़कर 5887000 टन हो गया है। उन्होंने पत्र में यह भी कहा कि केंद्र के रिकॉर्ड उत्पादन को कायम रखने में छत्तीसगढ़ का एक बड़ा योगदान रहा है। मुख्यमंत्री ने इस पत्र में कहा है कि 2007 की खरीफ फसल के लिए राज्य को अपेक्षित खाद की आपूर्ति नहीं की गई थी। छत्तीसगढ़ में एकल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) की भारी कमी है।

अधिकारिक सूत्र ने बताया कि मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से आग्रह किया है कि वे अपने अधिकारियों को इस संबंध में यथोचित निर्देश दें ताकि राज्य में उत्पादन में हो रही बढ़ोतरी की तुलना में खाद की आपूर्ति की जाए। राज्य खाद की आपूर्ति को लेकर पूरी तरह केंद्र पर निर्भर है। अभी राज्य में खाद की मांग 8,91,000  टन हो गई है। राज्य में खरीफ फसल के लिए खाद की कमी को देखते हुए काफी सतर्कता बरती जा रही है। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर इस बाबत एक विस्तृत बैठक भी बुलाई थी।

राज्य बीज निगम के अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री खाद की आपूर्ति को लेकर काफी सजग हैं और वे सारी गतिविधियों को खुद से संचालित कर रहे हैं। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह निर्देश दिया था कि वे राज्य में खाद के स्टॉक और वितरण पर कड़ी नजर रखें। राज्य के अधिकारी खाद संकट के लिए केंद्र को जिम्मेदार मानते हैं और उनका कहना है कि केंद्र खाद की आपूर्ति में देरी करता है जिसका खामियाजा राज्य को भुगतना पड़ता है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव (कृषि) सर्गियस मिन्ज ने कहा कि राज्य के पास मात्र जून महीने के अंत तक के लिए खाद का स्टॉक बचा है और उसके बाद की किसी भी मांग को पूरा करने के लिए उसे केंद्र पर निर्भर रहना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में खाद संकट खतरनाक स्थिति में है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि जुलाई में इसकी आपूर्ति कैसी रहती है। उन्होंने केन्द्र से समय पर मदद की उम्मीद जताई है।

First Published : June 27, 2008 | 10:11 PM IST