छत्रपति शिवाजी टर्मिनस का विकास निजी क्षेत्र करेगा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 3:02 AM IST

भारतीय रेलवे ने छत्रपति शिवाजी महराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन मुंबई के पुनर्विकास के लिए बोली आमंत्रित की है। निजी हिस्सेदारी के साथ इस काम पर 1,642 करोड़ रुपये निवेश की उम्मीद है।
इस रेलवे स्टेशन का निर्माण 1887 में हुआ था, जिसे 2004 में यूनेस्को वैश्विक धरोहर स्थल घोषित किया गया। स्टेशन पर सामान्य परिचालन के दिनों में रोजाना 10 लाख लोग आते हैं। यह सेंट्रल रेलवे का मुख्यालय भी है। इसके पहले धरोहर होने का हवाला देते हुए राज्य सरकार ने स्टेशन के पुनर्विकास को लेकर आपत्ति भी जताई थी।
आईआरएसडीसी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी एसके लोहिया ने कहा, ‘परियोजना की अनुमानित लागत 1,642 करोड़ रुपये होगी। इसमें से निर्माण लागत 1,231 करोड़ रुपये, रिफर्बिशमेंट लागत 52 करोड़ रुपये, हेरिटेज ट्रांसफार्मेशन लागत 30 करोड़ रुपये और वित्तपोषण लागत 328 करोड़ रुपये होगी।’ खाके के मुताबिक स्टेशन के 40 प्रतिशत हिस्से का पुनर्विकास 8 साल के दौरान किया जाएगा और निजी कंपनी को इसका काम सौंपा जाएगा। सार्वजनिक निजी हिस्सेदारी मंजूरी समिति (पीपीपीएसी) ने पहले ही इस परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। बोली की पूरी प्रक्रिया दो चरणों में होगी, जिसमें आरएफक्यू और आरएफपी शामिल है।

First Published : August 24, 2020 | 11:09 PM IST