कला संग्रहालय को केंद्र का सहारा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 10, 2022 | 9:21 PM IST

कोलकाता के राजरहाट में बनने जा रहे आधुनिक कला संग्रहालय (केएमओएमए) को केंद्र की ओर से मदद मिल सकती है।
इस संग्रहालय परियोजना को पश्चिम बंगाल सरकार, केंद्र और निजी कंपनियां मिलकर पूरा करेंगी। राजरहाट में 10 एकड़ जमीन पर करीब 500 करोड़ रुपये के निवेश से इस कला संग्रहालय को बनाया जाना है। इस परियोजना के 2013 में पूरा होने की उम्मीद है।
केंद्र में संस्कृति विभाग के सचिव जवाहर सरकार ने बताया, ‘इस क्षेत्र में प्रशिक्षित पेशेवरों को तैयार करना बहुत जरूरी है। भारत में किसी गैलरी या संग्रहालय के प्रबंधन के लिए कोई डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रम होना चाहिए। अगर इसके लिए कोई प्रस्ताव रखा जाता है तो संस्कृति मंत्रालय उसे समर्थन दे सकता है। इसके लिए कला संग्रहालय की ओर से सुझाव और प्रस्ताव रखा जाना चाहिए।’
सरकार ने जोर देकर कहा कि कला से जुड़े संस्थानों के लिए लंबी अवधि के ऋणों और अनुदानों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पश्चिमी संग्रहालयों में यह एक आम बात है और इससे निजी भागीदारी को बढ़ावा मिलता है।
केएमओएमए एक नैशनल गैलरी के साथ साथ पूर्वी और पश्चिमी गैलरी तैयार करने की योजना बना रहा है, जिनमें उन क्षेत्रों के कला के नमूनों को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही संस्थान शैक्षणिक शाखा खोलने की तैयारी में भी है जहां संग्रहालय से संबंधित विषयों पर डिग्री और डिप्लोमा प्रदान किया जाएगा। साथ ही इस पाठयक्रम के जरिए कला के इतिहास और कला प्रबंधन के बारे में भी जानकारी दी जाएगी।

First Published : March 25, 2009 | 1:53 PM IST