पिछले रविवार को मैंने केवल दो उंगुलियों से सीटी बजाने की कला सीखी। अगर आप भी ऐसा करने की ख्वाहिश रखते हैं तो मैं यही कहूंगा कि ऐसा करने की सोचें भी नहीं।
इससे आपके मुंह से अजीब-अजीब सी आवाजें आएंगी और हर तरफ थू फैल जाएगी। आपकी जिंदगी में अहमियत वाले लोग-बाग (जैसे आपके बीवी-बच्चे) आपको ऐसी निगाहों से देखेंगे, जैसे कहना चाह रहे हों कि,’मुझे पता था, आपके साथ कोई न कोई दिक्कत जरूर है।’
लेकिन अगर आप सीटी बजाने में कामयाब हो जाते हैं, तो आपको यह अहसास जरूर होगी कि आपने कोई बहुत बड़ा तीर मार लिया हो। यह बात मैं कैसे जानता हूं? अरे भाई, मैं भी पिछले 30 सालों से सीटी बजाने की कोशिश करता रहा हूं, लेकिन कामयाबी आज भी मेरे लिए दूर की कौड़ी ही बनी हुई है।
चलिए, अब मुद्दे की पर आते हैं। आज से सात साल पहले बीएमडब्ल्यू ने भी कुछ नया सीखने की ठानी थी। लग्जरी कारों की दुनिया में बड़ा नाम रखने वाली यह कंपनी सीखने चाहती थी स्पोट्र्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) बनाने की कला।
वैसे इसकी लग्जरी कारों के दीवाने दुनिया भर में फैले हैं, जो इन कारों की खातिर मोटी से मोटी रकम चुकाने के लिए तैयार रहते हैं। मैं तो सीटी बजाना नहीं सीख पाया, लेकिन बीएमडब्लू ने एसयूवी जरूर बना डाली। आपमें से कुछ तो जानते ही होंगे कि एसयूवी बनाना अपने आपमें एक बड़ी मुश्किल चुनौती है।
यह काफी भारी और बड़े होते हैं। साथ ही, यह दक्षिण मुंबई के पॉश बंगलों के बाहर ही काफी खूबसूरत लगते हैं। इन गाड़ियों से शार्प कट पर भी स्मूथ ड्राइव की उम्मीद करना, कुछ वैसा ही जैसे वित्तमंत्री पी. चिंदबरम से इस चुनावी साल में नए टैक्स लागू करने की मांग करना। वैसे, बीएमडब्लू ने यह करिश्मा कर दिखाया है। इनकी एसयूवी एक्स 5 एक कार से बढ़कर कहीं ज्यादा है।
बिल्कुल बीएमडब्लू वालों ने इंजियरिंग कुछ ज्यादा ही कर दी है, लेकिन इस बात से मुंह तो नहीं मोड़ सकते कि उनका प्रोडक्ट जबरदस्त है। ऊंचे तबके के लोगों के बीच यह कार पहले ही काफी पॉपलुर हो चुकी है। वैसे, यह कार इस पॉपुलरिटी की हकदार भी है। यह मुश्किल रास्तों पर भी बेहद आराम से चलती है। इसकी वजह है इसके फ्रंट में लगा डबल विशबोन स्पेंशन, जो इसे स्पोट्र्स कार की तरह आरामदेह बना देता है।
दूसरी तरफ, सुपर एसयूवी बनाने का दावा करने वालों की कतार में मर्सिडीज बेंज भी है। इस बार उसके निशाने पर हैं अमीर अमेरिकी, जो एक मॉडर्न कार की ख्वाहिश रखते हैं। हालांकि, जी-वैगन की शक्ल में इसके पास पहले से ही एसयूवी मौजूद हैं। हालांकि, दुनिया बदल रही है। इसलिए मर्सिडीज को भी बदलने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
इसलिए तो यह ऐसी एसयूवी को लेकर आ रही है, जो उबड़-खाबड़ रास्तों पर कम और प्लेन सड़कों पर ज्यादा अच्छी तरह से चले। बिल्कुल, पहले की तुलना में मर्सिडीज ने काफी सुधार किया है। पर आज तो उसका सामना बीएमडब्लू और स्पोट्र्स कार बनाने वाली दूसरी कंपनी पोर्से से है, जो एसयूवी बाजार में अपनी धाक जमाए हुए हैं।
बीएमडब्लू एक्स-5 और मर्सिडीज का नया एमएल, दोनों इस वक्त भारतीय बाजार में मौजूद है। टेस्ट के लिए हमने दोनों कारों के डीजल वर्जन का इस्तेमाल किया। वैसे, शुरू में तो बीएमडब्लू का पलड़ा ही ज्यादा भारी दिख रहा है।
डिजाइन
वैसे दोनों कारें दूर से देखने में तो अपनी पूववर्ती मॉडलों की तरह ही लगती हैं। वैसे, जैसे-जैसे इसके करीब आते जाएंगे, आपको अंतर साफ पता चल जाता है। दोनों नए मॉडल देने में थोड़े सौम्य और काफी आकर्षक लगते हैं। पहली नजर में लग जाता है कि इन दोनों कारों को ग्रीनपीस वालों को खुश करने के लिए बनाया गया है।
मर्सिडीज की यह नई एसयूवी तो देखने में जर्मन लगती है। यह पहली ऐसी कार है, जिसमें नई डिजाइनिंग का इस्तेमाल किया गया है। इस तरह की स्टाइलिंग आपको केवल सी-क्लास में देखने को मिल सकती है। एमएल के स्लैटेड ग्रिल और उसके बीचोंबीच मौजूद चमकदार सितारा बेहद खूबसूरत लगता है। इसके हेडलैंप देखने में काफी हद तक डेवू लैगेंजे की तरह लगते हैं।
वैसे, इससे इसके मर्सिडिज होने की शान कम नहीं होती। लेकिन, डिजाइन के मामले में बीएमडब्लू की एक्स 5 मर्सिडीज की नई एसयूवी से 20 ही साबित हो रही है। इसकी वजह है, इसका जबरदस्त तरीके से सजाया गया सरफेस। एक्स 5, एमएल की तुलना में देखने में भी ज्यादा अच्छी लगती है।
एक्स 5 : 5 स्टार
एमएल : 4 स्टार
इंटीरियर
कुछ महीने पहले मुझे अकेले एमएल ड्राइव करने का मौका मिला था। तब मुझे वह काफी जबरदस्त लगा था, लेकिन एक्स 5 में बस एक ड्राइव और मैं तो जैसे उसका दीवाना हो गया। इस कार में पुराने और नए स्टाइल का जबरदस्त संगम है। इसके डैशबोर्ड में लकड़ी की जबरदस्त फीनिश है।
साथ में, टेक्सचर फोम तो इस सोने पर सुहागे का काम करता है। इसके बाद तो एक्स 5 के इंटीरियर की खूबसूरती तो एमएल से कहीं ज्यादा हो जाती है। साथ ही, इस कार का गियर भी एमएल से काफी अच्छा है। वैसे, इसका इस्तेमाल करने में शुरू में थोड़ी दिक्कत हो सकती है, पर एक बार आप इसके अभ्यस्त हो गए तो यह आपको काफी अच्छा लगेगा।
साथ में आईड्राइव डाइल भी आपका मन मोह लेगा। वैसे, एमएल के इंटीरियर को आप इतना बुरा भी नहीं कह सकते। इसमें प्लास्टिक और लेदर का बेहतरीन इस्तेमाल किया गया है। बीएमडब्लू में सीट्स भी अच्छे हैं। इसके ड्राइवर सीट पर आप लंबे समय तक बैठ सकते हैं। वैसे, मर्सिडिज एमएल के पीछे सीट्स काफी अच्छे हैं। तो इस मामले में भी एक्स 5, एमएल पर भारी पड़ रहा है।
एक्स 5 : 4 स्टार
एमएल : 3 स्टार
परफॉर्मेंस
अगर आप मुझसे पूछेंगे कि इनमें से बेहतर कार कौन सी है? या इनमें से कौन सी कार के ब्रेक बेहतर हैं? मेरा एक ही जवाब होगा-बीएमडब्लू एक्स 5। अगर आप केवल परफॉर्मेंस के दीवाने हैं तो एक्स 5 आपके लिए बेहतरीन कार है। इस एसयूवी के जीन में तो बीएमडब्लू की पुरानी स्पोर्ट्स कार ही है।
इसलिए आप परफॉर्मेंस से मुंह नहीं मोड़ सकते। यह तो अपने उपभोक्ताओं को ज्यादा अच्छी मशीन देना अपना जन्मसिध्द अधिकार समझती है। यह मुश्किल से मुश्किल रास्ताओं पर भी अच्छी ड्राइव देती है। यह इसके जादू का ही असर था कि एक हफ्ते तक उसे चलाने के बाद मुझे दूसरी कार का इस्तेमाल करना पड़ा।
नहीं, नहीं इसमें कोई खामी नहीं है बल्कि यह इतनी अच्छी कार है कि तेज रफ्तार और जबरदस्त ब्रेक की आदत न मुझे पड़ जाए इसलिए मैंने दूसरी कार का इस्तेमाल करना शुरू किया। एक्स 5 ड्राइवरों को इसका आदी बना देती है। वैसे एमएल भी इतनी बुरी कार नहीं है। इसका मोटर भी जबरदस्त है, जो बीच रास्ते में दम नहीं तोड़ेगा।
वैसे, एमएल के जीन में आपको स्पोट्र्स कार नहीं, बल्कि लग्जरी कार के गुण मिलेंगे। आपको इसमें बाधाओं को तोड़ने की इच्छा ही नहीं होगी। इसकी जगह आप बस ड्राइविंग का लुत्फ उठाना चाहेंगे और वो भी बड़े आराम से। दोनों कारों के इंजन में काफी सामनताएं हैं। मिसाल के तौर पर दोनों में 3000 सीसी का इंजन है।
वैसे मर्सिडिज में सात गियर हैं, जबकि बीएमडब्लू में छह गियर। फिर भी एक्स 5 में आप 0 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड केवल 4.89 सेकंड में पहुंच जाएंगे। वहीं एमएल में यही रफ्तार पाने में 5.26 सेकंड लगेंगे। एक्स 5 को 100 किमी प्रति घंटा पाने में 10.43 सेकंड लगते हैं, वहीं एमएल को यही स्पीड हासिल करने में 10.82 सेकंड लगते हैं। दोनों कारों की सबसे ज्यादा स्पीड 230 किमी प्रति घंटा है, लेकिन इस स्पीड पर कार तभी चलाएं जब जेल या अस्पताल में से कोई एक आपकी मंजिल हो।
एक्स 5 : 5 स्टार
एमएल : 4 स्टार
हैंडलिंग
इस मामले में बाजी मर्सिडिज के पाले में जाती है, लेकिन बीएमडब्लू भी काफी पीछे नहीं है। एक्स 5 में कार आपकी हर मूव पर तुरंत रिस्पॉन्स देती है। बुरी से बुरी डगर पर भी यह आपका साथ देती है।
इसमें बैठकर आपको वैसा ही लगता है, जैसे सुखोई 30 लड़ाकू विमान में बैठे फाइटर पायलट को लगता है। एमएल में आपको एक बारगी एसयूवी की थरथराहट का अहसास होता भी है, लेकिन एक्स 5 में जबतक आप फिजिक्स के बेसिक फंडों को चुनौती नहीं देंगे आपको इस बात का अहसास नहीं होगा।
एक्स 5 : 4 स्टार
एमएल : 4 स्टार
फैसले की घड़ी
जैसा कि आप देख ही चुके हैं, बीएमडब्लू एमएल 5 से हर मामले में बेहतर दिखा है, मेरा मन भी इसी को खरीदने की गवाही देता है। अगर आप मुझसे पूछेंगे कि कौन सी कार मैं खरीदना चाहूंगा, मैं बिना सोचे ही एक्स 5 का नाम लूंगा। वैसे आप स्पोर्ट्स कार के बजाए एसयूवी के शौकिन हैं तो आप मर्सिडीज एमएल ले सकते हैं। यह एक्स 5 की तरह तेज न हो, पर यह सुरक्षित और इसमें लग्जरी का पुट है।