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Last Updated- December 14, 2022 | 10:53 PM IST

एचएनआई यानी अमीर निवेशक यह सुनिश्चित करने के नए तरीके तलाश रहे हैं कि उन्हें बड़ी तादाद में डेट से संबंधित कोष उगाही के बीच अपना पैसा वापस मिल सके।

इस घटनाक्रम से अवगत एक अधिकारी ने कहा कि ये निवेशक कुछ खास परिसंपत्तियों से प्राप्त नकदी पर नियंत्रण बढ़ा रहे हैं। यह ऐसे समय में देखा जा रहा है जब डेट योजनाओं के निजी नियोजन के जरिये जुटाई गई रकम किसी वित्त वर्ष की पहली छमाही में सर्वाधिक हो गई है। इन योजनाओं ने सितंबर 2020 में समाप्त 6 महीने में सीमित संख्या में निवेशकों को निजी तौर पर डेट योजनाएं बेचकर 3.7 लाख करोड़ रुपये जुटाए। प्राइम डेटाबेस के आंकड़ोंके अनुसार, यह इस विकल्प के जरिये कोष उगाही का सर्वाधिक रिकॉर्ड है।

वैलिडस वेल्थ में मुख्य निवेश अधिकारी राजेश चेरुवु ने कहा कि एचएनआई ने कई क्रेडिट कार्यक्रमों के बाद हाल के समय में अपने डेट निवेश के लिए अतिरिक्त सुरक्षा तलाशने पर जोर दिया है। फर्म को और ज्यादा तादाद में लोगों द्वारा इस व्यवस्था पर जोर दिए जाने की संभावना है, जो शुरू में सिर्फ संस्थानों के लिए उपलब्ध थी। उनके अनुसार कवर्ड बॉन्डों की भी लोकप्रियता बढ़ रही है, क्योंकि इनमें से कई निवेश व्यापक रूप से कारोबार से जुड़े हुए नहीं हैं और उस स्थिति में अन्य खरीदार तलाशना मुश्किल हो सकता है जब कोई निवेश से निकलना चाहाा हो। उन्होंने कहा, ‘ये सभी क्लोजली-हेल्ड प्रतिभूतियां हैं।’ कंपनी की उस इकाई पर विचार करें, जिसे अपने परिचालन के लिए रकम उधार लेने की जरूरत हो। वह अपने मासिक भुगतान की जरूरत स्वयं अपनी आय से करती है। कभी कभी, पैतृक कंपनी उसके कर्जदारों को गारंटी प्रदान करती है कि वह इस इकाई द्वारा भुगतान में किसी तरह की कमी को एक सीमा तक पूरा करेगी।

First Published - October 11, 2020 | 11:13 PM IST

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