देश के 66वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) यानी मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी सीरीज (2023-24, Series III ) को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला और इस बॉन्ड में खरीदारी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। यह गोल्ड बॉन्ड 18 से 22 दिसंबर 2023 के बीच 6,199 रुपये प्रति यूनिट (1 ग्राम = 1 यूनिट) के इश्यू प्राइस पर सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध था। जबकि सब्सक्राइबर्स को 28 दिसंबर 2023 को जारी किए गए।
आरबीआई (RBI) से 1 जनवरी 2024 तक के लिए प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी सीरीज के लिए रिकॉर्ड 12106807 यूनिट (12.11 टन सोने की वैल्यू के बराबर) की खरीदारी की गई। इससे पहले सबसे ज्यादा 11673960 यूनिट (11.67 टन) की खरीदारी 65वें गोल्ड बॉन्ड यानी मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी सीरीज (2023-24, Series II) के लिए हुई थी। यह गोल्ड बॉन्ड 5,923 रुपये के इश्यू प्राइस पर 20 सितंबर 2023 को बॉन्ड धारको को जारी किए गए थे।
वित्त वर्ष 2023-24 की पहली सीरीज कुल 7769290 यूनिट (7.77 टन) की बिक्री के साथ तीसरे नंबर पर है। इस 64वें गोल्ड बॉन्ड को आरबीआई ने 5,926 रुपये के इश्यू प्राइस पर 27 जून 2023 को जारी किया था। जबकि चौथी सबसे ज्यादा बिक्री वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 11 अगस्त 2020 को जारी की गई 5वीं सीरीज (42वें गोल्ड बॉन्ड) के लिए रही। इस सीरीज के दौरान कुल 6349781 यूनिट (6.35 टन) गोल्ड बॉन्ड की बिक्री की गई। बिक्री के मामले में पांचवें नंबर पर 50वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड है। वित्त वर्ष 2021-22 की इस पहली सीरीज को 4,777 रुपये के इश्यू प्राइस पर 25 मई 2021 को बॉन्ड धारकों को जारी किया गया था।
खरीदारी के मामले में टॉप-10 सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड
66वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2023-24, Series III): 12106807 यूनिट (12.11 टन)
65वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2023-24, Series II): 11673960 यूनिट (11.67 टन)
64वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2023-24, Series I): 7769290 यूनिट (7.77 टन)
42वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2020-21, Series V): 6349781 यूनिट (6.35 टन)
50वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2021-22, Series I): 5318973 यूनिट (5.32 टन)
41वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2020-21, Series IV): 4130820 यूनिट (4.13 टन)
6वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2016-17 Series III): 3598055 यूनिट (3.60 टन)
63वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2022-23, Series IV): 3531586 यूनिट (3.53 टन)
55वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2021-22, Series VI): 3520341 यूनिट (3.52 टन)
61वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2022-23, Series II): 3360408 यूनिट (3.36 टन)
(स्रोत: आरबीआई)
क्यों खरीदारी पहुंची रिकॉर्ड स्तर पर
इस वित्त वर्ष के दौरान अभी तक जारी किए गए तीनों सीरीज सब्सक्रिप्शन के मामले में अव्वल हैं। तीसरी सीरीज तो देश के पहले गोल्ड बॉन्ड के फाइनल रिडेम्प्शन के बाद सब्सक्रिप्शन के लिए खुला। पहले गोल्ड बॉन्ड के रिडेम्प्शन से मिले शानदार रिटर्न ने निवेशकों को इस बॉन्ड में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। पहले गोल्ड बॉन्ड के रिडेम्प्शन से बॉन्ड धारकों को 157 फीसदी से ज्यादा का ग्रॉस रिटर्न और 12 फीसदी से ज्यादा का एनुअल रिटर्न मिला। कीमतों में तेजी और आगे भी इस तेजी के बरकरार रहने की संभावना ने भी निवेशकों के बीच इस सीरीज को लेकर उत्साह बढ़ाया। तीसरी सीरीज के लॉन्च होने से पहले सोने की कीमतें 4 दिसंबर 2023 को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गई। जबकि इस सीरीज के लिए इश्यू प्राइस ऑल टाइम हाई के मुकाबले 200 रुपये प्रति यूनिट से ज्यादा के डिस्काउंट पर था। इस वजह से भी निवेशक इस बॉन्ड में खरीदारी करते दिखे।
ग्लोबल कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी के बीच घरेलू बाजार में 4 दिसंबर 2023 को सोने की कीमतों ने एमसीएक्स (MCX) पर रिकॉर्ड बनाया। उस दिन इंट्राडे ट्रेडिंग में बेंचमार्क फरवरी फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट बढ़कर 64,063 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल टाइम हाई (new all-time high) पर पहुंच गया। अप्रैल कॉन्ट्रैक्ट तो इससे भी आगे जाकर आज 64,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड हाई तक चला गया।
ज्यादातर जानकार मान रहे हैं कि सोने की कीमतें 2024 के अंत तक घरेलू बाजार में 70 हजार के लेवल को पार कर सकती है।
कितने यूनिट/ग्राम बॉन्ड की हुई है अब तक खरीद
आरबीआई (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक 1 जनवरी 2024 तक कुल 13,41,75808 यूनिट (134.17 टन सोने की वैल्यू के बराबर) गोल्ड बॉन्ड की खरीद हुई है। इसमें देश के पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की खरीदारी का आंकड़ा शामिल नहीं है क्योंकि यह बॉन्ड पिछले साल 30 नवंबर को मैच्योर हो गया। इस सीरीज के लिए 9,13,571 यूनिट/ग्राम (0.91 टन) की बिक्री हुई थी। इस तरह से प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन और फाइनल रिडेम्प्शन के आंकड़ों को घटाने के बाद कुल 13,17,56381 यूनिट (131.17 टन) गोल्ड बॉन्ड अभी भी बचे हैं।
कितने ग्राम गोल्ड बॉन्ड का अब तक हुआ है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन
आरबीआई के यही आंकड़े बताते हैं कि 1 जनवरी 2024 तक कुल 2419427 यूनिट यानी 2.42 टन सोने की वैल्यू के बराबर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन हुआ है। इसमें पहले गोल्ड बॉन्ड के रिडेम्प्शन का आंकड़ा (913571 यूनिट) भी शामिल है। देश के पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेशकों ने कुल 6 फीसदी यानी 53934 यूनिट मैच्योरिटी से पहले बेचे थे।
प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मामले में कौन–से बॉन्ड सबसे आगे
प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मामले में दूसरा गोल्ड बॉन्ड यानी 2016 की पहली सीरीज अभी तक अव्वल है। मैच्योरिटी से पहले इस बॉन्ड के निवेशकों ने अभी तक 249806 यूनिट (0.25 टन) बेचे हैं। जबकि छठे और पांचवें बॉन्ड प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मामले में दूसरे और तीसरे नंबर पर है। छठे चरण के बॉन्ड में निवेशकों ने अभी तक 223073 यूनिट जबकि पांचवें चरण में 205298 यूनिट बेचे हैं।
सीरीज जिनके लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन अभी तक नहीं हुए शुरू
प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की इजाजत अभी तक सिर्फ 25वें नंबर तक के गोल्ड बॉन्ड के लिए मिली है। 1 जनवरी 2019 के बाद जारी किए गए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले फिलहाल आप रिडीम नहीं कर सकते क्योंकि ये बॉन्ड अभी 5 साल पुराने नहीं हुए हैं।