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Sovereign Gold Bond: 1 जनवरी 2025 को SGB की दो किस्तों का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन लेकिन अप्लाई करने की आज अंतिम तारीख, चूके तो नहीं भुना पाएंगे

SGB: यदि प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के लिए इच्छुक बॉन्ड धारक आज इसके लिए अप्लाई नहीं करते हैं तो उन्हें 1 जनवरी 2025 को इन बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले भुनाने का मौका नहीं मिलेगा।

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अजीत कुमार   
Last Updated- December 25, 2024 | 2:12 PM IST

Sovereign Gold Bond premature redemption: नए साल यानी 2025 की शुरुआत में यदि बॉन्ड धारक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) को मैच्योरिटी से पहले भुनाना चाहते हैं तो फिलहाल इस बॉन्ड के ऐसे 2 किस्त (2017-18 Series XIV और 2018-19 Series IV) ) हैं जिनके प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के लिए अप्लाई करने की अंतिम तारीख आज सोमवार 23 दिसंबर 2024 को खत्म हो रही है। ये दोनों सीरीज प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के लिए नए साल की पहली तारीख यानी 1 जनवरी 2025 को उपलब्ध होंगे। 21वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2017-18 Series XIV) के लिए यह पांचवां प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन जबकि 25वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (2018-19 Series IV) के लिए तीसरा प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन होगा। यदि प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के लिए इच्छुक बॉन्ड धारक आज शाम तक इसके लिए अप्लाई नहीं करते हैं तो उन्हें 1 जनवरी 2025 को इन बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले भुनाने का मौका नहीं मिलेगा।

अब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की इन दोनों किस्तों के बारे में विस्तार से जानते हैं:

Sovereign Gold Bond (2017-18 Series XIV)

वित्त वर्ष 2017-18 की 14वीं सीरीज यानी 21वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (IN0020170166) सब्सक्राइबर्स को 1 जनवरी 2018 को  2,881 रुपये के इश्यू प्राइस पर जारी किया गया था जबकि 1 जनवरी  2026 को यह बॉन्ड मैच्योर होगा।  5 साल की अवधि के पूरा होते ही इस बॉन्ड को चार दफे 31 दिसंबर 2022, 1 जुलाई 2023, 1 जनवरी 2024 और 1 जुलाई 2024 को मैच्योरिटी से पहले बेचने का मौका मिला है। बॉन्ड धारक इन मौकों का फायदा उठाते हुए अब तक इस बॉन्ड के 10,118 यूनिट बेच चुके हैं।

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Sovereign Gold Bond (2018-19 Series IV)

वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी सीरीज यानी 25वां सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (IN0020180389) सब्सक्राइबर्स को 1 जनवरी  2019  को  3,119 रुपये के इश्यू प्राइस पर जारी किया गया था। 1 जनवरी  2027 को यह बॉन्ड मैच्योर होगा।  5 साल की अवधि के बाद इस सीरीज में इससे पहले 2 दफे प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन का मौका बॉन्ड धारकों को मिला है और वे 2,162 यूनिट मैच्योरिटी से पहले भुना भी चुके हैं। 

सेकेंडरी मार्केट में प्रीमियम पर कर रहे ट्रेड

सेकेंडरी मार्केट यानी स्टॉक एक्सचेंज (BSE/NSE) पर फिलहाल ये दोनों बॉन्ड क्रमश: 21 फीसदी और 5 फीसदी प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। NSE पर आज 23 दिसंबर को 21वां बॉन्ड (2017-18 Series XIV) 7,975 रुपये प्रति यूनिट जबकि 25वां बॉन्ड (2018-19 Series IV) 9,258.95 रुपये प्रति यूनिट के भाव पर दर्ज किया गया। आईबीजेए (IBJA) के मुताबिक 24 कैरेट गोल्ड (999) का शुरुआती भाव आज 23 दिसंबर को 7,616 रुपये प्रति ग्राम दर्ज किया गया।

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प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस का कब ऐलान करेगा आरबीआई?

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू और रिडेम्प्शन प्राइस आईबीजेए (IBJA) से गोल्ड के लिए मिले रेट के आधार पर तय होते हैं। नियमों के अनुसार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए मैच्योरिटी से पहले रिडेम्प्शन प्राइस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए (IBJA) की तरफ से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है। इन दोनों बॉन्ड का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन 1 जनवरी 2025 को होना है इसलिए इन दोनों सीरीज का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 27 दिसंबर, 30 दिसंबर और 31 दिसंबर के क्लोजिंग प्राइस के आधार पर तय होगा। आरबीआई (RBI) इन दोनों बॉन्ड के लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस का ऐलान 31 दिसंबर 2024 के क्लोजिंग प्राइस के आने के बाद यानी देर शाम करेगा।

प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मामले में क्या कहते हैं टैक्स नियम?

अगर आपने मैच्योरिटी पीरियड से पहले रिडीम किया तो टैक्स लिस्टेड फाइनेंशियल एसेट्स (listed financial assets) की तरह लगेगा। मतलब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के बाद 12 महीने से पहले बेच देते हैं तो होने वाली कमाई यानी कैपिटल गेन को शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) माना जाएगा। जो आपके ग्रॉस टोटल इनकम में जोड़ दिया जाएगा और आपको अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा। लेकिन अगर आप 12 महीने बाद बेचते हैं तो 12.5 फीसदी लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स चुकाना होगा। लेकिन यदि आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को उसकी मैच्योरिटी यानी 8 साल तक होल्ड करते हैं तो रिडेम्प्शन के समय आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा ।

कब कर सकते हैं प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन ? 

सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने का विकल्प भी निवेशकों के पास होता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को आप उसके इश्यू होने के 5 साल बाद मैच्योरिटी से पहले रिडीम कर सकते हैं। आरबीआई प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख उस दिन तय करती है जिस दिन इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट देय होता है। इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट प्रत्येक छह महीने यानी साल में दो दफे मिलता है।

First Published : December 23, 2024 | 4:04 PM IST