Sovereign Gold Bond Premature Redemption: देश के 19वें (SGB 2017-18 Series XII) सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) को मैच्योरिटी से पहले बेचने का मौका बॉन्ड धारकों को 18 दिसंबर 2024 यानी आज बुधवार को मिल रहा है। यह बॉन्ड 18 दिसंबर 2025 को मैच्योर होगा। वैसे बॉन्ड धारक ही इस बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले 18 दिसंबर 2024 को भुना सकते हैं जिन्होंने इसके लिए अप्लाई किया है। प्रीमैच्योर रिडेम्पशन को लेकर इच्छुक बॉन्ड धारकों के लिए अप्लाई करने की तारीख 18 नवंबर से लेकर 9 दिसंबर तक थी।
कितने यूनिट गोल्ड बॉन्ड का अब से पहले हो चुका है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन
इस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन से पहले भी बॉन्डधारकों ने इस बॉन्ड में अपने यूनिट बेचे हैं। आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि बॉन्ड धारक चार मौकों पर 19वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के कुल 6,185 यूनिट पहले ही भुना चुके हैं। इससे पहले इस बॉन्ड के लिए कुल 111,218 यूनिट की खरीद की गई थी। इस तरह से इस बॉन्ड के 105,033 यूनिट अभी भी बचे हैं।
(SGB 2017-18 Series XII)
प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख | प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन वॉल्यूम | प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस |
18 जून 2024 | 1,756 यूनिट | 7,165 रुपये प्रति यूनिट |
18 दिसंबर 2023 | 583 यूनिट | 6,199 रुपये प्रति यूनिट |
17 जून 2023 | 1,910 यूनिट | 5,926 रुपये प्रति यूनिट |
17 दिसंबर 2022 | 1,936 यूनिट | 5,409 रुपये प्रति यूनिट |
(Source: RBI
क्या है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए इश्यू और रिडेम्प्शन प्राइस आईबीजेए (IBJA) से 24 कैरेट गोल्ड (999) के लिए मिले रेट के आधार पर तय होते हैं। नियमों के अनुसार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिए प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है। 14 दिसंबर और 15 दिसंबर को क्रमश: शनिवार और रविवार होने की वजह से आरबीआई (RBI) ने इस सीरीज का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 13 दिसंबर, 16 दिसंबर और 17 दिसंबर के क्लोजिंग प्राइस के आधार पर तय किया है। 13 दिसंबर, 16 दिसंबर और 17 दिसंबर के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज 7,673 रुपये है। इसलिए 19वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 7,673 रुपये प्रति यूनिट है।
तारीख | क्लोजिंग प्राइस (gold 999)
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17 दिसंबर | 7,636 रुपये प्रति यूनिट
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16 दिसंबर | 7,691 रुपये प्रति यूनिट |
15 दिसंबर | रविवार (Holiday)
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14 दिसंबर | शनिवार (Holiday)
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13 दिसंबर | 7,692 रुपये प्रति यूनिट
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एवरेज क्लोजिंग प्राइस/ प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस | 7,673 रुपये प्रति यूनिट
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Source: IBJA
अब जानते हैं कि आखिर वैसे बॉन्ड धारक जो इन बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले 18 दिसंबर को भुनाएंगे उन्हें कितनी कमाई होगी।
बिना टैक्स चुकाए कमाई
यह सॉवरेन गोल्ड (IN0020170141) 2,890 रुपये के इश्यू प्राइस पर 18 दिसंबर 2017 को जारी हुआ था। जबकि प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस 7,673 रुपये प्रति यूनिट है। इस हिसाब से इस सीरीज को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने पर बॉन्ड धारकों को 165.50 फीसदी का ग्रॉस रिटर्न (कैपिटल गेन) मिलेगा। ऑनलाइन बॉन्ड धारक तो और ज्यादा फायदे में रहेंगे क्योंकि उन्हें इस बॉन्ड की खरीदारी पर इश्यू प्राइस के मुकाबले 50 रुपये प्रति यूनिट का डिस्काउंट भी मिला होगा। ऐसे बॉन्ड धारकों को इस बॉन्ड के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन पर 170.18 फीसदी का ग्रॉस रिटर्न मिलेगा।
टैक्स चुकाने के बाद कमाई
प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मामले में बॉन्ड धारक बॉन्ड इश्यू होने के 12 महीने बाद बेच रहे हैं इसलिए उन्हें कैपिटल गेन पर 12.5 फीसदी लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स चुकाना पड़ेगा।
अब इस बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने के मामले में लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन टैक्स, ग्रॉस रिटर्न और एनुअल रिटर्न की गणना करते हैं:
परचेज प्राइस/ इश्यू प्राइस: 2,890 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस : 7,673 रुपये
टैक्सेबल कैपिटल गेन: 7,673-2,890 = 4,783 रुपये
लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स (12.5%): 598 रुपये
टैक्स चुकाने के बाद कमाई: 4,783 – 598 = 4,185 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस (LTCG टैक्स घटाने के बाद): 7,673 – 598 = 7,075 रुपये
ऑफलाइन बॉन्ड धारक
ग्रॉस रिटर्न (%) : 145%
एनुअल रिटर्न (CAGR): 13.64%
ऑनलाइन बॉन्ड धारक
ग्रॉस रिटर्न (%) : 147%
एनुअल रिटर्न (CAGR): 13.93%
इंटरेस्ट जोड़कर कमाई
निवेशकों को इस सीरीज के लिए प्रति वर्ष 2.5 फीसदी यानी 36.13 रुपये प्रति छह महीने जबकि 7 साल की होल्डिंग पीरियड के दौरान 506 रुपये इंटरेस्ट/कूपन मिला। इस तरह से देखें तो इंटरेस्ट को जोड़ने के बाद इस बॉन्ड से 14.45% फीसदी का एनुअल रिटर्न (CAGR) मिल सकता है। ऑनलाइन बॉन्ड धारकों को तो 14.73 फीसदी का एनुअल रिटर्न मिलेगा। सितंबर 2016 के बाद जारी होने वाले सीरीज के लिए इंटरेस्ट को सालाना 2.75 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी कर दिया गया है।
SGB की इस सीरीज पर इंटरेस्ट जोड़कर सालाना कमाई (CAGR) की गणना:
परचेज प्राइस/ इश्यू प्राइस: 2,890 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस : 7,673 रुपये
टैक्सेबल कैपिटल गेन: 7,673-2,890 = 4,783 रुपये
लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स (12.5%): 598 रुपये
टैक्स चुकाने के बाद कमाई: 4,783 – 598 = 4,185 रुपये
रिडेम्प्शन प्राइस (LTCG टैक्स घटाने के बाद): 7,673 – 598 = 7,075 रुपये
इंटरेस्ट: 506 रुपये
ऑफलाइन बॉन्ड धारक
ग्रॉस रिटर्न (%) : 162.32%
एनुअल रिटर्न (CAGR): 14.77%
ऑनलाइन बॉन्ड धारक
ग्रॉस रिटर्न: 167%
एनुअल रिटर्न (CAGR): 15.06%
अब जानते हैं कि प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन को लेकर नियम क्या हैं?
कब कर सकते हैं प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन ?
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने का विकल्प भी निवेशकों के पास होता है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को आप उसके इश्यू होने के 5 साल बाद मैच्योरिटी से पहले रिडीम कर सकते हैं। आरबीआई प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख उस दिन तय करती है जिस दिन इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट देय होता है। इस बॉन्ड पर इंटरेस्ट प्रत्येक छह महीने यानी साल में दो दफे मिलता है।
कैसे होती है प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन प्राइस की गणना?
मैच्योरिटी से पहले रिडेम्प्शन प्राइस प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख से ठीक पहले के 3 कारोबारी दिन के लिए आईबीजेए (IBJA) की तरफ से प्राप्त 24 कैरेट गोल्ड (999) के क्लोजिंग प्राइस का एवरेज होता है।
टैक्स को लेकर क्या हैं नियम ?
अगर आपने मैच्योरिटी पीरियड से पहले रिडीम किया तो टैक्स लिस्टेड फाइनेंशियल एसेट्स की तरह लगेगा। मतलब सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड खरीदने के बाद 12 महीने से पहले बेच देते हैं तो होने वाली कमाई यानी कैपिटल गेन को शॉर्ट-टर्म कैपिटल गेन (STCG) माना जाएगा। जो आपके ग्रॉस टोटल इनकम में जोड़ दिया जाएगा और आपको अपने टैक्स स्लैब के हिसाब से टैक्स चुकाना होगा। लेकिन अगर आप 12 महीने बाद बेचते हैं तो 12.5 फीसदी लॉन्ग-टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स चुकाना होगा। लेकिन यदि आप सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को उसकी मैच्योरिटी यानी 8 साल तक होल्ड करते हैं तो रिडेम्प्शन के समय आपको कोई टैक्स नहीं देना होगा ।