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Sovereign Gold Bond: मैच्योरिटी से पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड बेचने से बच रहे हैं बॉन्ड धारक

सोने की कीमतों में पिछले 6 महीने में जबरदस्त तेजी का जो रुख बना है उसका असर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन पर भी पड़ा है।

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अजीत कुमार   
Last Updated- April 04, 2024 | 5:29 PM IST

सोने (gold) की कीमतों में फिलहाल रिकॉर्ड तोड़ तेजी देखी जा रही है। घरेलू बाजार में कीमतें 70 हजार के लेवल के बेहद करीब पहुंच गई हैं। एमसीएक्स (MCX) पर जून और अगस्त कॉन्ट्रैक्ट तो 70 हजार के स्तर को पार कर भी चुके हैं। जबकि ग्लोबल मार्केट में गोल्ड 2,300 डॉलर प्रति औंस के ऊपर ट्रेड कर रहा है।  घरेलू और ग्लोबल मार्केट में अक्टूबर के बाद से सोने की कीमतों में 25 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है वहीं गोल्ड  इस साल अभी तक 10 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ है।

सोने की कीमतों में पिछले 6 महीने में जबरदस्त तेजी का जो रुख बना है उसका असर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन पर भी पड़ा है। इस साल अभी तक जितने भी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड  को मैच्योरिटी से पहले भुनाने/बेचने का मौका मिला है उनमें प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन वॉल्यूम बेहद कम रहा है। जानकारों के अनुसार कीमतों में तेजी के रुख के बीच बॉन्ड धारक मैच्योरिटी से पहले सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को बेचने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं।

उनकी मानें तो यूएस में ब्याज दरों में जल्द ही कटौती की संभावना, केंद्रीय बैंकों खासकर चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBoC) की तरफ से जारी खरीदारी और बढ़ते जियो-पॉलिटिकल टेंशन के बीच सोने की कीमतों में आगे भी तेजी जारी रह सकती है। मजबूत फिजिकल बाइंग, अर्थव्यवस्था में धीमी तेजी, उच्च महंगाई दर भी सोने के लिए प्रमुख सपोर्टिव फैक्टर्स हो सकते हैं। इसके अलावे घरेलू स्तर पर रुपये में नरमी गोल्ड की कीमतों को अतिरिक्त मजबूती प्रदान कर सकते हैं।

अब देखते हैं कि आखिर इस साल अभी तक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन को लेकर बॉन्ड धारकों का उत्साह कैसा रहा है –

SGB 2018-19, Series IV (प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन की तारीख – Jan 01, 2024)

इस साल की पहली तारीख को देश के 25वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को पहली बार मैच्योरिटी से पहले रिडीम करने का मौका मिला। बॉन्ड धारकों ने इस दौरान इस बॉन्ड के महज 947 यूनिट (947 ग्राम) बेचे।  इसी दिन 21वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB 2017-18, Series XIV) में भी प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन का मौका मिला। इस बॉन्ड के 10,118 यूनिट मैच्योरिटी से पहले बिके हैं। लेकिन आंकड़ों से यह स्पष्ट नहीं है कि इस बॉन्ड के लिए जो तीन मौके प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन के मिले उनमें से किस मौके पर कितने बॉन्ड भुनाए गए।

SGB 2018-19, Series V / Jan 20, 2024

20 जनवरी को 26वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भी मैच्योरिटी से पहले पहली बार भुनाने का मौका मिला। लेकिन इस दौरान बॉन्ड धारकों ने सिर्फ 623 यूनिट (623 ग्राम) बेचे।

SGB 2017-18, Series II/ Jan 25, 2024

25 जनवरी को 9वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भी मैच्योरिटी से पहले चौथी बार बेचने का मौका मिला। इस दौरान बॉन्ड धारकों ने इस बॉन्ड के 23,852 यूनिट बेचे। जबकि इससे पहले के तीन मौकों पर बॉन्ड धारकों ने 38,217 यूनिट, 66,208 यूनिट और 42,742 यूनिट (ग्राम) बेचे थे।

SGB 2016-17, Series I / Feb 05, 2024

देश के चौथे सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को छठी बार 5 फरवरी को मैच्योरिटी से पहले बेचने का मौका मिला और बॉन्ड धारकों ने इस दौरान 14,315 यूनिट बेचे। जबकि इससे पहले के 5 मौकों पर क्रमश 9,319 यूनिट, 51,669 यूनिट, 52,502 यूनिट , 47,298 यूनिट और 27,095 यूनिट बेचे थे।

SGB 2018-19, Series VI/ Feb 12, 2024

देश के 27वें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को भी मैच्योरिटी से पहले पहली बार भुनाने का मौका 12 फरवरी को मिला लेकिन बॉन्ड धारकों ने इस दौरान ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया और महज 1478 यूनिट बेचे।

SGB 2016-17 Series IV/ March 16, 2024

सातवें सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन को लेकर भी बॉन्ड धारक पहले की तुलना में उदासीन रहे। 16 मार्च को इस बॉन्ड में 5वीं बार प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन का मौका बॉन्ड धारकों को मिला। इस दौरान उन्होंने 19,439 यूनिट बेचे। जबकि इससे पहले 25,400 यूनिट 57,645 यूनिट, 45,145 यूनिट और 29,284 यूनिट बेचे थे।

SGB 2016-17 Series II/ March 30, 2024

पांचवें सॉवरेन गोल्ड के प्रीमैच्योर रिडेम्प्शन को लेकर भी कमोबेश ऐसी ही स्थिति रही। 30 मार्च को बॉन्ड धारकों ने इस बॉन्ड के 20,024 यूनिट ही मैच्योरिटी से पहले रिडीम किए जबकि इससे पहले के पांच मौकों पर उन्होंने क्रमश: 27,376 यूनिट, 69,201 यूनिट, 43,889 यूनिट, 41,523 यूनिट  और 23,309 यूनिट भुनाए थे

First Published : April 4, 2024 | 5:26 PM IST