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1 मई से खत्म होगा FASTag सिस्टम! टोल कटेगा सीधे GPS से; जानिए क्या होगा नया सिस्टम

सरकार जिस नए टोल सिस्टम की बात कर रही है, उसका नाम है Global Navigation Satellite System (GNSS)। यह एक जीपीएस-आधारित प्रणाली है।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- April 17, 2025 | 2:48 PM IST

देश में नेशनल हाईवे पर यात्रा करने वालों के लिए बड़ा बदलाव होने जा रहा है। केंद्र सरकार 1 मई 2025 से FASTag की जगह एक नया सैटेलाइट आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम शुरू करने जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अगले 15 दिनों में नई टोल नीति पेश की जाएगी और यह यात्रियों के लिए संतोषजनक होगी।

क्या है नया सिस्टम?

सरकार जिस नए टोल सिस्टम की बात कर रही है, उसका नाम है Global Navigation Satellite System (GNSS)। यह एक जीपीएस-आधारित प्रणाली है, जिसमें वाहन की लोकेशन को सैटेलाइट की मदद से ट्रैक किया जाएगा और उसी आधार पर तय दूरी के अनुसार टोल शुल्क सीधे बैंक खाते से काट लिया जाएगा। यानी अब टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं होगी।

FASTag से कैसे अलग है GNSS?

FASTag प्रणाली में भले ही कैश की जगह डिजिटल पेमेंट होता है, लेकिन वाहन को टोल बूथ से गुजरते समय रुकना पड़ता है। कई बार इससे लंबी कतारें लग जाती हैं। वहीं, GNSS प्रणाली वर्चुअल टोल बूथ के जरिए काम करती है। इसमें टोल की गणना वाहन की ट्रैक की गई दूरी के अनुसार होती है और भुगतान सीधे बैंक खाते से होता है।

पहले क्यों नहीं लागू हुआ?

इस प्रणाली को 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाना था, लेकिन कुछ तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से इसे टाल दिया गया था। अब यह 1 मई से पूरे देश में लागू होने की संभावना है।

30 अप्रैल तक इस्तेमाल करें FASTag, फिर कराएं नया सिस्टम इंस्टॉल

अगर आप पहले से FASTag यूजर हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार धीरे-धीरे नए GPS-बेस्ड टोल सिस्टम की ओर बढ़ रही है। इस बदलाव से आपकी टोल यात्रा पहले से ज्यादा आसान, पारदर्शी और हाईटेक होने वाली है।

क्या करना होगा FASTag यूज़र्स को?

  • 30 अप्रैल 2025 तक FASTag का इस्तेमाल जारी रखें।
  • इसके बाद अपनी गाड़ी में सरकार द्वारा अनुमोदित GPS डिवाइस लगवाएं।
  • इस नए सिस्टम से बैंक खाता लिंक करें।
  • जब सिस्टम पूरी तरह चालू हो जाए, तब FASTag स्टिकर को हटा दें।

नया सिस्टम लाएगा क्या फायदे?

  • टोल बूथ पर रुकना नहीं पड़ेगा – सीधा कटेगा टोल
  • जितना सफर, उतना ही टोल – दूरी के हिसाब से भुगतान
  • कम ईंधन खपत और प्रदूषण में भी कमी
  • बिना रुके सफर से सड़क सुरक्षा में सुधार
  • टोल कटौती और बिलिंग में पूरी पारदर्शिता

यह बदलाव भारत के हाईवे सिस्टम में अब तक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है। प्राइवेट कार मालिकों से लेकर ट्रक और ट्रांसपोर्ट सेक्टर तक, सभी के लिए यह सिस्टम सुविधाजनक साबित हो सकता है।

सरकार GPS इंस्टॉलेशन और नए सिस्टम को समझाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी कर रही है। 1 मई के बाद जब आप सफर पर निकलेंगे, तो टोल देने का अनुभव पूरी तरह बदल चुका होगा—और वह भी कहीं ज्यादा स्मार्ट तरीके से।

First Published : April 17, 2025 | 2:48 PM IST