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म्युचुअल फंड्स और ETF में निवेश लूजर्स का खेल…‘रिच डैड पुअर डैड’ के लेखक ने निवेशकों को क्या सलाह दी?

कियोसाकी हमेशा से पारंपरिक निवेश को कोसते रहे हैं, वो पहले से म्युचुअल फंड्स, बॉन्ड और ETF जैसे निवेश को बेहतर नहीं मानते हैं

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ऋषभ राज   
Last Updated- September 20, 2025 | 7:28 PM IST

Robert Kiyosaki Investment Advice: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने अगस्त 2025 में एक बड़ा कदम उठाया था। उन्होंने एक एक्जीक्यूटिव ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए थे, जिसका नाम था ‘डेमोक्रेटाइजिंग एक्सेस टू अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट्स फॉर 401K इन्वेस्टर्स’। यह आदेश रिटायरमेंट सेविंग्स को एक नई दिशा देने के लिए दिया गया था। अब आम अमेरिकी अपने 401K अकाउंट में वैकल्पिक एसेट्स लगा सकेंगे। ये एसेट्स पहले सिर्फ बड़े संस्थानों या अमीर निवेशकों तक सीमित थे।

मशहूर किताब रिच डैड पुअर डैड के लेखक और फाइनेंशियल एडवाइजर रॉबर्ट कियोसाकी ने ट्रंप के इस फैसले की तारीफ की है। बीते बुधवार को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने अपने दोस्त एंडी शेक्टमैन का जिक्र किया।उन्होंने बताया कि शेक्टमैन ने उन्हें इसकी खबर दी। कियोसाकी ने लिखा कि यह खबर बड़ी है। ट्रंप ने 7 अगस्त 2025 को यह ऑर्डर साइन किया। इससे 401K के छतरी तले अल्टरनेटिव एसेट्स आ जाएंगे।

कियोसाकी हमेशा से पारंपरिक निवेश को कोसते रहे हैं। उन्होंने कहा कि म्युचुअल फंड्स और ETF उनके लिए लूजर्स का खेल हैं। वे खुद इनमें पैसा नहीं लगाते। लेकिन यह नया आदेश उन्हें खुश कर रहा है। इसमें रियल एस्टेट, प्राइवेट इक्विटी, डेब्ट, क्रिप्टो और कीमती धातुओं को जगह मिलेगी। सब कुछ टैक्स एक साथ मिलेगा। कियोसाकी का मानना है कि यह निवेशकों को एडल्ट्स की तरह ट्रीट करता है।

वे कहते हैं कि सोना, चांदी और बिटकॉइन जैसे उनके फेवरेट एसेट्स अब और वैल्युएबल हो जाएंगे। लेकिन उन्होंने इसको लेकर चेतावनी भी दी है। उन्होंने कहा, “ट्रंप का इस ऑर्डर का मतलब यह नहीं कि आप बिना कुछ सोचे लगाएं। निवेशक स्मार्ट बनें और पढ़ाई करें। निवेश से पहले अच्छी तरह से होमवर्क करें। अगर तैयार नहीं हैं, तो मॉम एंड पॉप इन्वेस्टर्स वैनिला म्युचुअल फंड्स और ETF पर ही टिकें।”

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बीते महीने भी दी थी अपनी राय

बीते महीने उन्होंने कहा था है कि दुनियाभर में हालात बिगड़ते जा रहे हैं और लोगों को खुद को बचाने के लिए पारंपरिक निवेश की बजाय बिटकॉइन, सोना और चांदी जैसे विकल्पों को अपनाना चाहिए।

कियोसाकी ने एक्स पर लिखा था, “यूरोप खत्म हो चुका है।” उन्होंने बॉन्ड मार्केट को लेकर भी गंभीर चेतावनी दी थी। उनका कहना था कि अब बॉन्ड सुरक्षित नहीं हैं। अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा कर्जदार देश बन चुका है।

उन्होंने बताया था कि दुनिया भर बॉन्ड मार्केट ढह रहे हैं। साल 2020 से अब तक अमेरिकी ट्रेजरी बॉन्ड 13% टूट चुके हैं। यूरोपीय बॉन्ड 24% गिर गए हैं। वहीं, ब्रिटिश बॉन्ड में 32% की भारी गिरावट आई है। कियोसाकी के अनुसार यह स्थिति इस बात का संकेत है कि सरकारों पर कर्ज चुकाने का भरोसा घटता जा रहा है।

कियोसाकी की यह बात उनके पुराने विचारों से जुड़ती है। बीते अगस्त में उन्होंने बिटकॉइन को लेकर भी अपनी राय रखी थी। उन्होंने कहा था कि अगर बिटकॉइन 90 हजार डॉलर से नीचे गिरे, तो वे अपनी होल्डिंग्स दोगुनी कर देंगे। उनका तर्क था कि कमजोरी बिटकॉइन में नहीं, बल्कि देश के ट्रिलियन डॉलर कर्ज और फेड-ट्रेजरी के इनकॉम्पिटेंट PHD वालों में है।

First Published : September 20, 2025 | 7:28 PM IST