Representative Image
Bank Locker Rules: देश में इन दिनों सोने-चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। घरेलू बाजार में आज (7 अप्रैल) चांदी का भाव करीब ₹88,900 प्रति किलोग्राम और सोने का भाव लगभग ₹88,350 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। ऐसे में इन कीमती धातुओं की खरीदारी और उनका सुरक्षित रखरखाव करना अपने आप में एक बड़ी जिम्मेदारी बन जाता है।
भारत में सोने की खरीद सिर्फ निवेश का जरिया नहीं, बल्कि परंपरा से भी गहराई से जुड़ी हुई है। शादी-ब्याह, धार्मिक अवसरों और त्योहारों पर लोग आज भी फिजिकल गोल्ड खरीदना पसंद करते हैं। हालांकि, मौजूदा दौर में डिजिटल गोल्ड और गोल्ड ईटीएफ जैसे आधुनिक विकल्प भी मौजूद हैं, लेकिन इसके बावजूद फिजिकल गोल्ड की मांग लगातार बनी हुई है।
ऐसे में एक सवाल हमेशा उठता है—क्या घर पर सोना रखना सही है? क्योंकि घर पर सोना या कीमती चीजें रखने का खतरा हमेशा बना रहता है। इस वजह से लोग गहने, दस्तावेज और दूसरी कीमती चीजें बैंक लॉकर में रखना सुरक्षित मानते हैं। लेकिन क्या बैंक लॉकर में रखे सामान की पूरी जिम्मेदारी लेता है? इस सवाल का जवाब जानने के लिए आपको भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों को समझना जरूरी है।
RBI ने अगस्त 2022 में बैंक लॉकर से जुड़े नए नियम लागू किए थे। इन नियमों के तहत सभी बैंकों को अपने मौजूदा लॉकर होल्डर्स के साथ 1 जनवरी 2023 तक नया समझौता करना अनिवार्य कर दिया गया था।
RBI के मुताबिक, बैंकों को खाली लॉकरों की लिस्ट और वेटिंग लिस्ट ग्राहकों को दिखानी होगी। साथ ही बैंक ग्राहकों से एक बार में अधिकतम तीन साल का किराया ही वसूल सकते हैं।
बैंक नहीं डाल सकते मनमानी शर्तें
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक लॉकर के उपयोग को लेकर नए नियम लागू किए हैं। इसके तहत अब ग्राहक लॉकर में सिर्फ जरूरी और लीगल आइटम्स ही रख सकते हैं। अगर कोई व्यक्ति लॉकर का इस्तेमाल गैरकानूनी कामों के लिए करता है या उसमें इलीगल सामान रखता है, तो बैंक सख्त कार्रवाई कर सकता है।
नए लॉकर एग्रीमेंट के मुताबिक, ग्राहक लॉकर में जेवरात और जरूरी दस्तावेज जैसे—
लॉकर की चाबी और एक्सेस सिर्फ उसी ग्राहक को मिलेगी जिसके नाम पर लॉकर है। परिवार के अन्य सदस्य या कोई और व्यक्ति लॉकर तक नहीं पहुंच सकता, जब तक उसके नाम पर ऑथराइज्ड परमिशन न हो।
किन चीजों को रखना मना है?
RBI की गाइडलाइन के अनुसार, लॉकर में नकदी (Cash) और करेंसी रखना मना है। इसके अलावा, निम्नलिखित चीजें भी लॉकर में नहीं रखी जा सकतीं—
नियमों के अनुसार, अगर बैंक लॉकर में रखी किसी वस्तु को नुकसान बैंक की लापरवाही या किसी कर्मचारी की धोखाधड़ी की वजह से होता है, तो बैंक को ग्राहक को मुआवज़ा देना होगा।
इस मुआवज़े की राशि लॉकर के सालाना किराए से जुड़ी होती है। बैंक को लॉकर के सालाना किराए का 100 गुना तक भुगतान करना पड़ सकता है।
उदाहरण के लिए, अगर लॉकर का सालाना किराया ₹2,000 है, तो बैंक को ₹2,00,000 तक का मुआवज़ा देना पड़ सकता है।
बैंक में गोल्ड रखने के लिए कैसे लें लॉकर?
अगर आप अपने सोने को सुरक्षित तरीके से बैंक लॉकर में रखना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ जरूरी स्टेप्स फॉलो करने होते हैं। यहां हम आपको बताते हैं इस पूरी प्रक्रिया को आसान भाषा में:
स्टेप 1: लॉकर के लिए आवेदन करें
नोट- लॉकर खोलने से पहले ये तय करें कि आपको कितने समय के लिए लॉकर चाहिए (कम से कम एक साल के लिए होता है)।
स्टेप 2: अलॉटमेंट और एग्रीमेंट का इंतजार करें
जानें देश के प्रमुख बैंकों में क्या है लॉकर के रेट
यहां चार प्रमुख बैंकों—केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक—के सेफ डिपॉजिट लॉकर से जुड़े शुल्क और किराये की तुलना दी गई है। इस विवरण में रजिस्ट्रेशन चार्ज, सालाना किराया और एक्सेस फीस शामिल है।
लॉकर का आकार | शहरी एवं मेट्रो (Urban & Metro) | ग्रामीण एवं अर्ध-शहरी (Rural & Semi-Urban) |
---|---|---|
स्मॉल | ₹1,500 + GST | ₹1,000 + GST |
मीडियम | ₹3,000 + GST | ₹2,000 + GST |
लार्ज | ₹6,000 + GST | ₹5,000 + GST |
एक्स्ट्रा लार्ज | ₹9,000 + GST | ₹7,000 + GST |
रजिस्ट्रेशन चार्ज (एक बार): ₹400 + GST
12 बार तक एक्सेस/वर्ष: फ्री
12 से ज्यादा एक्सेस: ₹100 प्रति बार + GST
लॉकर का आकार | मेट्रो (₹) | अर्बन/सेमी-अर्बन (₹) | ग्रामीण (₹) |
---|---|---|---|
स्मॉल | 2,000 | 1,500 | 1,000 |
मीडियम | 4,000 | 3,000 | 2,000 |
लार्ज | 7,000 | 6,000 | 4,000 |
वेरी लार्ज | 10,000 | 8,000 | 6,000 |
लॉकर का आकार | मेट्रो (₹) | अर्बन (₹) | सेमी-अर्बन (₹) | ग्रामीण (₹) |
---|---|---|---|---|
एक्स्ट्रा स्मॉल | 1,350 | 1,100 | 1,100 | 550 |
स्मॉल | 2,200 | 1,650 | 1,200 | 850 |
मीडियम | 4,000 | 3,000 | 1,550 | 1,250 |
एक्स्ट्रा मीडियम | 4,400 | 3,300 | 1,750 | 1,500 |
लार्ज | 10,000 | 7,000 | 4,000 | 3,300 |
एक्स्ट्रा लार्ज | 20,000 | 15,000 | 11,000 | 9,000 |
लॉकर का आकार | ग्रामीण (₹) | सेमी-अर्बन (₹) | अर्बन (₹) | मेट्रो (₹) | मेट्रो+ (₹) |
---|---|---|---|---|---|
स्मॉल | 1,200 | 2,000 | 3,000 | 3,500 | 4,000 |
मीडियम | 2,500 | 5,000 | 6,000 | 7,500 | 9,000 |
लार्ज | 4,000 | 7,000 | 10,000 | 13,000 | 15,000 |
एक्स्ट्रा लार्ज | 10,000 | 15,000 | 16,000 | 20,000 | 22,000 |
लॉकर का आकार | ग्रामीण (₹) | सेमी-अर्बन (₹) | अर्बन (₹) | मेट्रो (₹) | मेट्रो+ (₹) |
---|---|---|---|---|---|
स्मॉल | 1,200 | 2,000 | 3,000 | 3,500 | 4,000 |
मीडियम | 2,500 | 5,000 | 6,000 | 7,500 | 9,000 |
लार्ज | 4,000 | 7,000 | 10,000 | 13,000 | 15,000 |
एक्स्ट्रा लार्ज | 10,000 | 15,000 | 16,000 | 20,000 | 22,000 |
लॉकर किराया सालाना आधार पर लिया जाता है।
दरें बैंक की लोकेशन और लॉकर साइज पर निर्भर करती हैं।
सभी शुल्कों पर GST अतिरिक्त देय है।