7 अप्रैल 2025 को ट्रेडिंग के पहले ही दिन मेटल सेक्टर में बड़ी गिरावट देखने को मिली। इसकी बड़ी वजह अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए भारी टैरिफ और चीन की नई आर्थिक नीति मानी जा रही है, जिसने निवेशकों की धारणा को बुरी तरह से प्रभावित किया।
निफ्टी मेटल इंडेक्स 8.60% गिरा, नया 52-हफ्ते का निचला स्तर
निफ्टी मेटल इंडेक्स में 8.60 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज की गई और यह गिरकर 7,690.20 के स्तर पर पहुंच गया, जो इसका पिछले 52 हफ्तों का सबसे निचला स्तर है। इससे पहले 13 जनवरी 2025 को इंडेक्स 7,935.35 तक गिरा था।
5 स्टॉक्स ने बनाया नया लो, Lloyds Metals सबसे बड़ा लूज़र
निफ्टी मेटल इंडेक्स में शामिल 15 कंपनियों में से 5 स्टॉक्स—हिंदुस्तान कॉपर, नालको, हिंडाल्को, JSL और NMDC—ने अपने 52 हफ्तों का नया निचला स्तर छू लिया।
Lloyds Metals का शेयर सबसे ज्यादा गिरा, 18.13% की गिरावट के साथ यह ₹1,015 तक पहुंच गया। Welspun Corp भी 17.82% टूटकर ₹664.30 तक आ गया।
Tata Steel, SAIL, Vedanta समेत कई दिग्गज स्टॉक्स गिरे
Tata Steel का शेयर 10% गिरकर ₹126.35 तक पहुंचा। हिंदुस्तान कॉपर ₹183.82 और नालको ₹143 के स्तर तक गिर गए, दोनों ने 52 हफ्तों का नया लो बनाया। Vedanta 9.57% टूटकर ₹363, SAIL 10% गिरकर ₹101.34, Jindal Steel ₹775.10, Hindustan Zinc ₹388.55 और JSW Steel ₹905.20 तक फिसले।
हिंडाल्को, JSL और NMDC भी 52 हफ्तों का लो छूते हुए क्रमशः ₹546.45, ₹496.60 और ₹59.66 तक गिर गए।
गिरावट की 3 बड़ी वजहें: रिसर्च एक्सपर्ट का विश्लेषण
Equinomics Research के फाउंडर जी चोकलिंगम ने बताया कि इस भारी गिरावट की तीन मुख्य वजहें हैं:
तकनीकी स्तर पर क्या संकेत मिल रहे हैं?
Anand Rathi के सीनियर रिसर्च मैनेजर जिगर एस पटेल के अनुसार, निफ्टी मेटल इंडेक्स ने 8,000 का अहम सपोर्ट लेवल तोड़ दिया है। अब यह 200 EMA हाई-लो बैंड की तरफ बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा, “अगला सपोर्ट 7,500 के आसपास है, जबकि 8,000 पर रेजिस्टेंस है। अगर इंडेक्स 8,000 के ऊपर बंद होता है तो खरीदारी दोबारा शुरू हो सकती है, लेकिन 7,700 से नीचे बंद हुआ तो 7,500 तक और गिरावट मुमकिन है।”