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अनिश्चितता से वेदांत का शेयर टूटा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 14, 2022 | 11:01 PM IST

वेदांत का शेयर बुधवार को इसलिए 15 फीसदी टूट गया कि गैर-सूचीबद्धता की कोशिश शायद कामयाब नहींं हो पाएगी। कारोबारी सत्र में 117.6 रुपये तक टूटने के बाद अंत मेंं यह शेयर एनएसई पर 11.3 फीसदी की गिरावट के साथ 122.4 रुपये पर बंद हुआ। एनएसई में वेदांत के 1,365 करोड़ रुपये के शेयरों का कारोबार हुआ।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि प्रवर्तक वेदांत रिसोर्सेस और एलआईसी समेत कुछ बड़े निवेशकों के बीच गैर-सूचीबद्धता की कीमत पर असहमति की खबरोंं के बीच इस शेयर में भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला। वेदांत में एलआईसी की 6.4 फीसदी हिस्सेदारी है।
सूत्रों ने कहा कि प्रवर्तक समूह 170 रुपये प्रति शेयर से कम देना चाहता है, वहीं बड़े संस्थागत शेयरधारकों की नजर 200 रुपये प्रति शेयर से ज्यादा पर है।
सोमवार को शुरू रिवर्स बुक बिल्डिंग प्रक्रिया के तहत अभी तक 10.6 करोड़ शेयर मिले हैं और इनमें से 90 फीसदी 170 रुपये प्रति शेयर से कम पर है। गैर-सूचीबद्धता की कामयाबी के लिए रिवर्स बुक बिल्डिंग के तहत कम से कम 1.34 अरब शेयरों की बोली अनिवार्य होगी। अभी तक कंपनी को इसका आठ फीसदी हिस्सा ही मिल पाया है। हालांकि ज्यादातर बोली आखिरी दिन लगाई जाती है। रिवर्स बुक बिल्डिंग प्रक्रिया शुक्रवार को बंद होगी।
विश्लेषकों ने कहा कि गैर-सूचीबद्धता का भविष्य उस कीमत पर निर्भर करेगा, जिस पर बड़े निवेशक मसलन एलआईसी, आईसीआईसीआई म्युचुअल फंड (4.1 फीसदी हिस्सेदारी), एचडीएफसी म्युचुअल फंड (3 फीसदी) और विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (संयुक्त हिस्सेदारी 18 फीसदी) बोली लगाते हैं। बड़े शेयरधारकों के साथ शुरुआती चर्चा के दौरान बैंंकरों ने 170 रुपये से प्रति शेयर से कम निवेशकों की बोली की व्यवहार्यता के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी। एक सूत्र ने यह जानकारी दी।
प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म की तरफ से मौजूदा बाजार भाव से कम से कम दोगुने पर बोली लगाने की सिफारिश के बाद कई निवेशक इस असमंजस में हैं कि किस कीमत पर बोली लगाई जाए। स्टेकहोल्डर्स एम्पावरमेंट सर्विस ने एक नोट में शेयरधारकों को सलाह दी है कि वे 236-310 रुपये के दायरे में मानकर अपने शेयरों की बोली जरूर लगाएं। अनिश्चतता, आर्थिक माहौल में सुस्ती और 20-30 फीसदी छूट के बाद कीमत कम से कम 200 से 250 रुपये तो बैठेगी ही।
एसईएस ने कहा कि मौजूदा कीमत कंपनी और हिंदुस्तान जिंक में उसकी हिस्सेदाही की सही वैल्यू प्रतिबिंबित नहींं करती। उसने शेयरधारकों से कहा है कि वे यह मानकर चलें कि वेदांत ने अभी तक 12.18 रुपये का लाभांश नहीं दिया है, जो उसे हिंदुस्तान जिंक से मिले हैं।
प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म ने कहा, गैर-सूचीबद्धता से प्रवर्तक के पास 100 फीसदी कारोबार हो जाएगा, साथ ही होल्डिंग कंपनी की छूट खत्म हो जाएगी व हिंदुस्तान जिंक की नकदी तक पहुंच भी। ऐसे में सभी प्रवर्तकों को फायदा होगा, लिहाजा उन्हें शेयरधारकोंं को प्रीमियम अवश्य देना चाहिए।
इंस्टिट््यूशन इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज ने निवेशकों से कहा है कि वे प्रवर्तकोंं से 306 रुपये से लेकर 393 ररुपये तक की मांग कर सकते हैं। एक ओर जहां आईआईएएस कीमत की सलाह देने से बची रही, लेकिन संकेतक बताते हैं कि गैर-सूचीबद्धता कीमत फ्लोर प्राइस 87.3 रुपये का 3.5 से 4.5 गुना होगा। उसका मौजूदा बुक वैल्यू सालाना रिपोर्ट में तर्ज एकीकृत बुक वैल्यू 193 रुपये प्रति शेयर से काफी कम है। आईआईएएस ने कहा कि वेदांत की हिंदुस्तान जिंक में 64.92 फीसदी हिस्सेदारी की कीमत ही 160 रुपये प्रति शेयर है।

First Published : October 7, 2020 | 11:02 PM IST