निवेश फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स ने अमेरिकी नियामक सिक्योरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) को 5 लाख डॉलर के जुर्माने का भुगतान कर व्हिसलब्लोअर नियमों के संभावित उल्लंघन के मामले को निपटा दिया है। 26 सितंबर को नियामक ने एक बयान में कहा कि जीक्यूजी ने तथ्यों को स्वीकार या इनकार किए बिना जुर्माने का भुगतान कर मामले का निपटारा कर दिया है।
यह निवेश फर्म तब सुर्खियों में आई जब वह शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के बाद मुश्किल में फंसे भारतीय दिग्गज अदाणी समूह का सहारा बन गई। शेयरों में भारी गिरावट के बाद जीक्यूजी ने अदाणी समूह के शेयरों में काफी निवेश किया।
एसईसी के निष्कर्षों के मुताबिक जीक्यूजी ने नवंबर 2020 से सितंबर 2023 के बीच रोजगार के लिए 12 उम्मीदवारों से नॉन-डिस्क्लोजर एग्रीमेंट किया था। इसके तहत उन पर जीक्यूजी के बारे में गोपनीय सूचनाओं का खुलासा करने पर प्रतिबंध था। इनमें सरकारी एजेंसियां भी शामिल हैं।