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रिलायंस व अदाणी कंपनियों के लिए तेजी बरकरार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 5:52 PM IST

दलाल पथ पर कोविड महामारी के बाद आई तेजी पिछले कुछ महीनों में प्रमुख सूचकांकों में आई भारी गिरावट के साथ समाप्त हो गई है। चालू कैलेंडर वर्ष 2022 की शुरुआत से बीएसई का सेंसेक्स करीब 9 प्रतिशत गिरा है और पिछले साल अक्टूबर के इसके सर्वाधिक ऊंचे स्तरों से इसमें करीब 15 प्रतिशत की कमजोरी आई है।
हालांकि भारत के दो सबसे बड़े पारिवारिक स्वामित्व वाले समूहों – मुकेश अंबानी और अदाणी के लिए तेजी की रफ्तार बरकरार है। इन दो व्यावसायिक समूहों की प्रमुख कंपनियों ने अपनी शेयर कीमतों और बाजार पूंजीकरण में लगातार तेजी दर्ज की है, भले ही शेष भारतीय उद्योग जगत को घरेलू तथा वैश्विक वृहद आर्थिक समस्याओं से पैदा हुए दबाव का सामना करना पड़ा है।
अदाणी समूह की 6 कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण गुरुवार को इस साल अब तक (वाईटीडी) आधार पर 39 प्रतिशत तक चढ़कर 13.38 लाख रुपये पर पहुंच गया, जो दिसंबर 2021 के अंत में 9.62 लाख करोड़ रुपये था। वहीं इनमें से पांच कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 6 महीने में तेजी दर्ज की गई। इनमें अदाणी पावर के बाजार पूंजीकरण में 163.5 प्रतिशत वाईटीडी, अदाणी ग्रीन में 47.2 प्रतिशत की तेजी शामिल है। अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकोनोमिक जोन इन सबसे अलग रही और उसके बाजार पूंजीकरण में वाईटीडी आधार पर 4.8 प्रतिशत की कमजोरी दर्ज की गई।
फरवरी में सूचीबद्ध हुई अदाणी विल्मर समेत अदाणी समूह कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण गुरुवार को 47 प्रतिशत वाईटीडी बढ़कर 14.13 लाख करोड़ रुपये पर रहा।
समान अवधि में मुकेश अंबानी समूह की सात सूचीबद्ध कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण वाईटीडी आधार पर 9 प्रतिशत तक बढ़कर गुरुवार को 17.81 लाख करोड़ रुपये रहा, जो दिसंबर 2021 के अंत में 16.33 लाख करोड़ रुपये पर था। समूह की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार पूंजीकरण में इस साल अब तक 9.6 प्रतिशत की तेजी आई है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण गुरुवार को 17.56 लाख करोड़ रुपये था, जो दिसंबर 2021 के आखिर में 16.01 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले अधिक है।
इसके विपरीत, शीर्ष-10 पारिवारिक स्वामित्व वाले व्यावसायिक समूहों में से आठ का संयुक्त बाजार पूंजीकरण पिछले 6 महीने में मुख्य बाजार के अनुरूप घटा।
उदाहरण के लिए, गुरुवार को टाटा समूह का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 21.44 लाख करोड़ रुपये पर रहा, जो वाईटीडी आधार पर उसके बाजार पूंजीकरण में 8.2 प्रतिशत की गिरावट है।
यह विश्लेषण बीएसई-500, बीएसई मिडकैप, और बीएसई स्मॉलकैप सूचकांकों में शामिल सूचीबद्ध 1,062 कंपनियों के नमूने पर आधारित है।
इसी तरह बजाज समूह कंपनियों का संयुक्त बाजार पूंजीकरण वाईटीडी आधार पर दिसंबर 2021 के 8.58 लाख करोड़ रुपये से 21.1 प्रतिशत घटकर 6.77 लाख करोड़ रुपये रह गया।

First Published : July 2, 2022 | 2:13 AM IST