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6 महीनों में 23% तक टूटे Swiggy, Zomato, ब्रोकरेज ने कहा- अब है खरीदने का मौका, 110% तक अपसाइड के टारगेट

ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि निवेशक फूड डिलीवरी बिजनेस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जबकि पिछले दो सालों में यह लगातार मुनाफे के साथ बढ़ा है।

Last Updated- March 04, 2025 | 4:08 PM IST
Swiggy and Zomato

पिछले तीन महीनों में Swiggy और Zomato के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। Swiggy के शेयर लगभग 45% तक गिर गए हैं, जबकि Zomato के शेयरों में 30% की गिरावट आई है। इस गिरावट की मुख्य वजह क्विक कॉमर्स (QC) बिजनेस में बढ़ते कैश बर्न को माना जा रहा है। खासकर Zepto ने अपने बाजार हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए ज्यादा छूट दी, जिससे अन्य कंपनियों पर भी दबाव आ गया। हालांकि, ICICI सिक्योरिटीज का मानना है कि बाजार ने इन चिंताओं को जरूरत से ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है और Swiggy तथा Zomato की वैल्यू अब सस्ते स्तर पर आ गई है।

फूड डिलीवरी बिजनेस को किया जा रहा नजरअंदाज

ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि निवेशक फूड डिलीवरी बिजनेस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं, जबकि पिछले दो सालों में यह लगातार मुनाफे के साथ बढ़ा है। हालांकि, वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में ग्रोथ थोड़ी सुस्त रही, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि इंडस्ट्री में कोई बड़ी दिक्कत आ गई है। ब्रोकरेज का मानना है कि जब भी सरकार ने टैक्स में कटौती की है, तब उपभोक्ता खर्च में उछाल देखने को मिला है।

इतिहास में देखा जाए तो वित्त वर्ष 2006, 2011, 2013 और 2014 में जब टैक्स कम किए गए थे, तब लोगों ने ज्यादा खर्च करना शुरू किया था। इसी तरह, हाल ही में सरकार ने वित्त वर्ष 2026 के बजट में टैक्स कटौती का ऐलान किया है, जिससे मध्यम वर्ग के लोगों की जेब में ज्यादा पैसा आएगा और वे खाने-पीने जैसी चीजों पर ज्यादा खर्च करेंगे। इसका सीधा फायदा Swiggy और Zomato जैसी कंपनियों को मिलेगा।

क्विक कॉमर्स सेक्टर को लेकर डर ज्यादा दिखाया जा रहा है

हाल के महीनों में क्विक कॉमर्स बिजनेस को लेकर निवेशकों में डर बढ़ गया है। इसकी वजह यह है कि इस सेक्टर में प्रतिस्पर्धा काफी ज्यादा हो गई है और कंपनियां ग्राहकों को लुभाने के लिए भारी छूट दे रही हैं। इससे मुनाफे पर असर पड़ रहा है और निवेशक इस सेक्टर की वैल्यू को कम आंक रहे हैं।

लेकिन ICICI सिक्योरिटीज का कहना है कि स्थिति इतनी बुरी नहीं है। उनके ग्राउंड सर्वे के अनुसार, बीते कुछ महीनों में क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने छूट देने की नीति में बदलाव किया है। अब कंपनियां ग्राहकों को बड़े ऑर्डर पर छूट देने की कोशिश कर रही हैं, जिससे औसत ऑर्डर वैल्यू बढ़े।

इसके अलावा, क्विक कॉमर्स कंपनियों ने अपनी मार्केटिंग पर खर्च कम कर दिया है, जिससे उनके मुनाफे में थोड़ा सुधार हो सकता है। हालांकि, निकट भविष्य में इस सेक्टर में बड़े स्तर पर मुनाफा दिखने की संभावना नहीं है, लेकिन जो निवेशक लंबे समय (1 साल से ज्यादा) तक निवेश कर सकते हैं, उनके लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है।

क्या ई-कॉमर्स में भारी छूट का सिलसिला जारी रहेगा?

पिछले कुछ समय में Swiggy, Zomato और अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों ने ग्राहकों को भारी छूट दी है। सवाल यह है कि क्या यह छूट आगे भी जारी रहेगी? ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि यह संभव तो है, लेकिन ज्यादा लंबे समय तक टिकना मुश्किल है। हाल ही में शेयर बाजार में आई गिरावट ने यह दिखा दिया है कि निवेशक सिर्फ उन कंपनियों में पैसा लगाना चाहते हैं, जो लंबे समय तक टिकाऊ ग्रोथ दिखा सकें। अगर कंपनियां सिर्फ छूट देकर ही बाजार में बने रहने की कोशिश करेंगी, तो उनका वैल्यूएशन गिर सकता है और उन्हें भविष्य में निवेशकों से फंड जुटाने में दिक्कत हो सकती है।

Swiggy और Zomato की मौजूदा वैल्यू और ब्रोकरेज की राय

ICICI सिक्योरिटीज का मानना है कि मौजूदा कीमतों पर Swiggy और Zomato दोनों के शेयर आकर्षक दिख रहे हैं। उन्होंने दोनों को BUY रेटिंग देते हुए Swiggy का टारगेट प्राइस INR 740 तय किया है और Zomato का टारगेट प्राइस INR 310 रखा है। आज स्विगी का शेयर BSE पर 350.65 पर बंद हुआ। इस रेट से यह शेयर लॉन्ग टर्म में 110% संभावित रिटर्न दे सकता है। वहीं, Zomato का शेयर आज BSE पर 226.90 पर बंद हुआ है। इस रेट के हिसाब से ये लॉन्ग टर्म में 37% का संभावित रिटर्न दे सकता है। पिछले 6 महीनों में स्विगी 23% और जोमैटो में 6.5% की गिरावट देखने को मिली है।

Swiggy के फूड डिलीवरी बिजनेस की कीमत INR 998 अरब (USD 11.7 अरब) आंकी गई है, जबकि क्विक कॉमर्स बिजनेस की वैल्यू INR 428 अरब (USD 5 अरब) मानी गई है। वहीं, Zomato के फूड डिलीवरी बिजनेस की वैल्यू INR 1.6 लाख करोड़ (USD 19.6 अरब) और क्विक कॉमर्स बिजनेस की वैल्यू INR 966 अरब (USD 11.4 अरब) आंकी गई है।

क्या निवेशकों को इन कंपनियों में निवेश करना चाहिए?

ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि Swiggy और Zomato की मौजूदा कीमतें निवेश करने के लिए आकर्षक हैं। मई 2025 से मध्यम वर्ग के पास ज्यादा खर्च करने के लिए पैसा होगा, जिससे फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनियों को फायदा मिलेगा। इसी वजह से ICICI सिक्योरिटीज ने इन दोनों कंपनियों के लिए ‘BUY’ रेटिंग बनाए रखी है।

हालांकि, इस सेक्टर में कुछ जोखिम भी हैं। अगर लोगों का खर्च करने का ट्रेंड धीमा पड़ता है या सरकार की ओर से कोई नई नीतिगत बाधाएं आती हैं, तो इन कंपनियों की ग्रोथ प्रभावित हो सकती है। लेकिन फिलहाल, बाजार में जिस तरह की गिरावट आई है, उसे देखते हुए ब्रोकरेज को लगता है कि ये स्टॉक्स अब निवेश के लिए अच्छे मौके दे रहे हैं।

First Published - March 4, 2025 | 4:04 PM IST

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