Stock Market: बेंचमार्क निफ्टी-50 इंडेक्स ने सोमवार को इस कैलेंडर वर्ष के लिए उच्चस्तर पर बंद होने के आठ रिकॉर्ड दर्ज किए। एक ओर जहां अंतर्निहित रफ्तार तेजी की दिख रही है, वहीं ब्लूचिप इंडेक्स इस साल मामूली बढ़त दर्ज कर सकता है। यह आकलन इंडेक्स के वैयक्तिक शेयरों के औसत कीमत लक्ष्य के हिसाब से किया गया है।
इंडेक्स में शामिल शेयरों का मौजूदा भाव और उनका औसत कीमत लक्ष्य (ब्लूमबर्ग की तरफ से संकलित) संकेत देता है कि निफ्टी-50 इंडेक्स में औसतन 6.6 फीसदी का इजाफा होगा। वहीं निफ्टी स्मॉलकैप 100 और निफ्टी मिडकैप 100 में क्रमश: 8.6 फीसदी व 2.2 फीसदी की बढ़ोतरी की क्षमता है। इस विश्लेषण की हालांकि सीमा यह है कि सभी शेयर विश्लेषकों के कवरेज में नहीं हैं और विश्लेषक कीमत लक्ष्य में संशोधन आर्थिक कारकों में बदलाव के आधार पर करते हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि आम तौर पर कई शेयरों के लिए आय में सुधार औसत कीमत लक्ष्यों के मुकाबले तेज रहा है। विश्लेषक आक्रामक तरीके से कीमत लक्ष्यों में इजाफे को लेकर सतर्क हैं जबकि फंडों के प्रवाह के कारण शेयर कीमतें लगातार बढ़ रही है। वैश्विक कारकों, ग्रामीण भारत में नरमी और उच्च आधार प्रभाव आदि के कारण विश्लेषकों को आय वृद्धि में नरमी की चिंता है। साथ ही आम चुनाव के नतीजों की अनिश्चितता पर भी उनकी नजर है।
चूंकि इंडेक्स में हर किसी का समान भारांक नहीं है। ऐसे में इंडेक्स के दिग्गजों में मामूली बढ़त भी प्रदर्शन की दिशा बदल सकती है। उदाहरण के लिए अग्रणी भारांक वाले एचडीएफसी बैंक का औसत कीमत लक्ष्य अभी 1,928 रुपये है, जो आखिरी बंद भाव 1,433 रुपये से करीब 35 फीसदी ज्यादा है। अगर निजी बैंक का शेयर बाजार में तय उचित कीमत की ओर बढ़ता है तो यह निफ्टी इंडेक्स पर असर डाल सकता है क्योंकि इंडेक्स पर इसका खासा प्रभाव है। बजाज फाइनैंस, अदाणी एंटरप्राइजेज और आईटीसी कुछ अन्य शेयर हैं जहां औसत कीमत लक्ष्य उनके मौजूदा भाव से खासे ऊपर हैं।
हालांकि व्यापक निफ्टी-500, मिड व स्मॉलकैप सूचकांकों में किसी एक शेयर का प्रभाव कम रह सकता है। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि औसत कीमत लक्ष्य उनके प्रदर्शन की माप करने का सही जरिया हो सकता है। निफ्टी-50, निफ्टी-500 और निफ्टी स्मॉलकैप सूचकांकों के करीब एक तिहाई शेयर अभी अपने-अपने औसत कीमत लक्ष्य से ऊपर कारोबार कर रहे हैं वहीं निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स के 40 फीसदी से ज्यादा शेयर अपने औसत कीमत लक्ष्य से ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
ट्रेडजिनि के मुख्य परिचालन अधिकारी त्रिवेश डी ने कहा कि ऐतिहासिक तौर पर बाजारों ने चुनाव से पहले सकारात्मक रिटर्न दिया है। हालांकि पिछले एक साल की चाल के देखते हुए हमें इस समय सावधान रहना चाहिए। निफ्टी-50 इंडेक्स में पिछले एक साल में 27 फीसदी की उछाल आई है। निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों में क्रमश: 60 फीसदी व 72 फीसदी का इजाफा हुआ है।
त्रिवेश का मानना है कि आगे दोबारा रेटिंग की संभावना सीमित है क्योंकि आय आंशिक तौर पर ही मौजूदा बाजार मूल्यांकन को सहारा दे सकता है। ऐसे में बाजारों में मामूली बढ़त के अनुमान को देखते हुए हमें बाजारों में कैसे उतरना चाहिए?
जसानी ने कहा कि निवेशकों को अपने कुल परिसंपत्ति आवंटन को बरकरार रखना होगा और उनमें मुनाफावसूली करनी होगी जो कम समय में काफी तेजी से चढ़े हों और अपने फंडामेंटल से आगे ट्रेड कर रहे हों। नई खरीद के लिए उन्हें मूल्यांकन में विस्तार के बजाय आय में सुधार की संभावना से संकेत लेना चाहिए।