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Stock Market Closing Bell, June 27: वैश्विक बाजारों से पॉजिटिव रुख के बीच भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के लास्ट ट्रेडिंग सेशन यानी शुक्रवार (27 जून) को बढ़त के साथ बंद हुए। इसी के साथ बाजार में लगातार चौथे ट्रेडिंग सेशन में बढ़त दर्ज की गई। अमेरिकी टैरिफ की समयसीमा में संभावित ढ़ील की उम्मीद के चलते ग्लोबल मार्केटस समेत घरेलू बाजारों में पॉजिटिव माहौल रहा। इंडेक्स में भारी भरकम वजन रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और एचडीएफ़सी बैंक (HDFC Bank) में लगातार जारी खरीदारी से भी बाजार को अच्छा पुश मिला।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) अन्य व्यापारिक देशों के साथ ट्रेड डील सुरक्षित करने के लिए रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने की 9 जुलाई की समयसीमा बढ़ा सकते हैं। साथ ही ने ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका ने चीन के साथ एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं और अब जल्द ही भारत के साथ भी एक ‘बहुत बड़ा’ व्यापार समझौता किया जा सकता है।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज मामूली उछाल के साथ 83,774.45 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 84,089 अंक के इंट्रा-डे हाई तक गया। अंत में सेंसेक्स 303.03 अंक या 0.36% की बढ़त लेकर 84,058.90 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) आज 25,576.65 अंक पर लगभग सपाट खुला। शुरुआती कारोबार के दौरान इंडेक्स में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया। कारोबार के दूसरे हाफ में यह हरे निशान में ही रहा। अंत में यह 88.80 अंक या 0.35% की बढ़त के साथ 25,637.80 पर क्लोज हुआ।
सेक्टोरल मोर्चे पर 13 प्रमुख सेक्टर्स में से 12 में तेजी आई। ब्रोडर स्मॉल-कैप और मिड-कैप में लगभग 0.4% की वृद्धि हुई। मिडिल ईस्ट में तनाव कम होने के कारण पिछले तीन ट्रेडिंग सेशन के दौरान निफ्टी और बीएसई सेंसेक्स में लगभग 2.3% की वृद्धि हुई है। विदेशी पूंजी प्रवाह के प्रति आशावाद और पॉजिटिव वैश्विक धारणा के कारण पिछले तीन सेशन में देखी गई मजबूत बढ़त आज भी जारी रही।
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एशियाई बाजार शुक्रवार को मजबूती के साथ कारोबार करते दिखे। इसका कारण अमेरिका से मिले सकारात्मक संकेत रहे, जहां व्हाइट हाउस ने टैरिफ (आयात शुल्क) की समय-सीमा को लेकर नरम रुख दिखाया है। इससे निवेशकों को बड़ी राहत मिली है।
एशियाई बाजारों की बात करें तो जापान का निक्केई 1.22 फीसदी चढ़ा, जो पिछले पांच महीनों के उच्चतम स्तर को और मजबूत कर रहा है। टॉपिक्स इंडेक्स में भी 1.1 फीसदी की तेजी देखी गई। टोक्यो में कोर कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (जिसमें ताजा खाद्य और ईंधन शामिल नहीं होते) जून में सालाना आधार पर 3.1 फीसदी बढ़ा, जो मई के 3.6 फीसदी और अनुमानित 3.3 फीसदी से नीचे रहा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी और ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 भी 0.4 फीसदी की बढ़त में रहे।
अमेरिका में गुरुवार को शेयर बाजारों में जोरदार तेजी रही। S&P 500 इंडेक्स 0.8 फीसदी चढ़कर 6,141.02 पर बंद हुआ और अब वह फरवरी में बने अपने ऑल-टाइम हाई 6,147.43 के बेहद करीब है। Nasdaq Composite 0.97 फीसदी चढ़कर 20,167.91 पर बंद हुआ, जबकि Dow Jones में 404.41 अंकों की बढ़त रही और यह 43,386.84 पर बंद हुआ। हालांकि, अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता बनी हुई है। 2025 की पहली तिमाही में अमेरिका की GDP सालाना आधार पर 0.5 फीसदी घटी है, जो पहले के 0.2 फीसदी के अनुमान से ज्यादा है। यह गिरावट मुख्य रूप से उपभोक्ता खर्च में कमी और निर्यात के आंकड़ों में बड़ी गिरावट की वजह से आई है।
घरेलू स्तर पर निवेशकों की नजर HDB फाइनेंशियल सर्विसेज और इंडोगल्फ डेवलपर्स के संभावित IPO लॉन्च पर भी बनी हुई है। इनसे प्राथमिक बाजार में हलचल और निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ सकती है, जिससे सेंसेक्स और निफ्टी की दिशा पर असर पड़ सकता है।