शेयर बाजार मंगलवार को इस उम्मीद में अपने दिन के निचले स्तरों से उबर गया कि बैंक अपनी ब्याज दरों में कटौती करेंगीं और इसके नकदी का संकट कम होगा।
इसके चलते रियालिटी, बैंक और पावर कंपनियों के शेयरों में खासी तेजी रही जबकि टेक्नोलॉजी कंपनियों के शेयरों में उत्साह नहीं दिखा। निफ्टी वायदा दिन के ज्यादातर समय एक सीमित दायरें में ही कारोबार करता रहा लेकिन आखिरी के डेढ़ घंटे के कारोबार में यह शार्ट कवरिंग के कारण काफी तेजी से ऊपर चढ़ा।
हालांकि एनएसई के वायदा सेगमेन्ट में पिछले पांच दिनों में बड़े शेयरों में हुई वी आकार की रिकवरी से कारोबारी थोड़ सतर्क हो गए हैं। डेरिवेटिव सेगमेन्ट का टर्नओवर पिछले पांच महीनों के न्यूनतम पर पहुंच चुका है। इंडेक्स फ्यूचर्स और ऑप्शंस में वॉल्यूम काफी गिर गया है।
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक इंडेक्स फ्यूचर्स और रिलायंस, स्टेट बैंक, भारती, डीएलएफ और एचडीएफसी जैसे चुनींदा शेयरों में कारोबारी अपनी शार्ट पोजीशन कवर कर रहे हैं क्योकि 40 से 50 फीसदी कारोबार आखिरी के घंटे में ही हुआ है। नवंबर वायदा 3.3 फीसदी चढ़ा जबकि रिलायंस पांच फीसदी चढ़कर बंद हुआ है।
डीएलएफ में 55 फीसदी वॉल्यूम आखिरी के घंटे में ही हुआ है और यह स्टॉक 255 से चढ़कर 293 रुपए पर पहुंच गया है। इसी तरह आखिरी के कारोबारी घंटे में शार्ट कवरिंग के चलते स्टेट बैंक भी 1271 रुपए से चढ़कर 1332 रुपए पर जा पहुंचा है जबकि एचडीएफसी 1828 से चढ़कर 1937 रुपए पर जा टिका है। इसके अलावा भारती एयरटेल भी 672 रुपए से उछलकर 725 रुपए पर पहुंच गया है।
निफ्टी के ऑप्शन के आंकड़ों के मुताबिक इंडेक्स को 2900 और 3000 के स्तर पर सपोर्ट मिल रहा है जबकि 3200 के स्तर से ऊपर रेसिस्टेंस है। कॉल के बिकवाल 3200 और 3300 के भाव पर अपनी शार्ट पोजीशन कवर करते देखे गए जिससे साफ है कि इंडेक्स 3200 के स्तर तक जा सकता है।