शेयर बाजार

₹10,000 के 5 साल में बना दिए ₹6.5 लाख, अब स्टॉक स्प्लिट करने जा रही सोलर कंपनी

Stock Split: स्टॉक स्प्लिट एक कॉर्पोरेट एक्शन है। इसमें कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को छोटे हिस्सों में डिवाइड करके अपने बकाया शेयरों की संख्या बढ़ाती है।

Published by
जतिन भूटानी   
Last Updated- August 29, 2025 | 12:14 PM IST

Stock Split: सोलर एनर्जी सेक्टर से जुड़ी कंपनी वेबसोल एनर्जी सिस्टम (Websol Energy System) के शेयर शुक्रवार को बाजार में कमजोर सेंटीमेंट्स के बावजूद 3 फीसदी से ज्यादा चढ़ गए। कंपनी के शेयरों में यह तेजी स्टॉक स्प्लिट करने की खबरों के चलते देखने को मिल रही है।

कंपनी मुख्य रूप से सौर सेल और मॉड्यूल बनाने पर फोकस करती है। वेबसोल एनर्जी सिस्टम्स ने ऐलान किया है कि वह 1 सितंबर को अपनी बोर्ड बैठक आयोजित करेगी। इसमें अपने इक्विटी शेयरों के बंटवारे के प्रस्ताव पर विचार और मंजूरी दी जायेगी। इस प्रस्ताव में कंपनी के मौजूदा शेयरों का 10 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू पर स्टॉक स्प्लिट शामिल है।

5 साल में 6500% रिटर्न

यह खबर ऐसे समय में आई है जब कंपनी के शेयर में पिछले पांच सालों में 6,000 फीसदी की जोरदार वृद्धि हुई है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले वेबसोल एनर्जी सिस्टम में 10,000 रुपये का निवेश किया होता, तो अब यह लगभग 6.50 लाख रुपये का हो गया होता। यानी पांच साल में शेयरों ने 6500 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न दिया है।

यह भी पढ़ें: सितंबर में होगी बड़ी कमाई, सरकारी कंपनी NTPC ने घोषित किया तगड़ा डिविडेंड

Websol Energy System Stock Performance

वेबसोल एनर्जी सिस्टम के शेयरों ने निवेशकों को जोरदार रिटर्न दिया है। 10 साल में शेयर में 7081 फीसदी की तेजी आई है। पांच साल में शेयर 6443 प्रतिशतय दौड़ा है। तीन साल में स्टॉक ने लगभग 1400 फीसदी और दो साल में 1055 प्रतिशत रिटर्न दिया है। एक साल में शेयर 39 फीसदी चढ़ा है। हालांकि, पिछले एक महीने में शेयर में 4 फीसदी और तीन महीने में 6 फीसदी की गिरावट आई है। स्टॉक का 52 वीक्स हाई 1,891 रुपये और 52 वीक्स लो 802.20 रुपये है।

यह भी पढ़ें: RIL AGM 2025: रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM आज, Jio IPO पर हो सकता है बड़ा ऐलान

क्या होता है स्टॉक स्प्लिट ?

स्टॉक स्प्लिट एक कॉर्पोरेट एक्शन है। इसमें कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को छोटे हिस्सों में डिवाइड करके अपने बकाया शेयरों की संख्या बढ़ाती है। इसका मुख्य उद्देश्य स्टॉक को ज्यादा किफायती और निवेशकों के लिए आसान बनाना है। स्टॉक स्प्लिट करने से शेयरों में कारोबारिक गतिविधि और बाजार में लिक्विडिटी बढ़ सकती है।

First Published : August 29, 2025 | 12:00 PM IST