HDFC Bank share price: एचडीएफसी बैंक के शेयर गुरुवार (23 जनवरी) को शुरुआती कारोबार में 1.25% तक चढ़ गए। बैंक के तीसरी तिमाही के नतीजे उम्मीदों के अनुरूप रहने के चलते शेयर में पॉजिटिव मूवमेंट देखने को मिल रहा है। इसकी तुलना में बीएसई सेंसेक्स 0.33% चढ़कर कारोबार कर रहा है। तीसरी तीमाही के नतीजों के बाद ब्रोकरेज कंपनियों एचडीएफसी बैंक पर बुलिश दिखाई दे रही हैं और ज्यादातर ने स्टॉक पर अपनी ‘BUY’ रेटिंग को बरकरार रखा है।
शेयर बाजार को दी गई सूचना के मुताबिक, 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का मुनाफा सालाना आधार पर 2.2% बढ़कर ₹16,736 करोड़ रुपये हो गया। यह पिछले साल की समान तिमाही के दौरान 16,372.5 करोड़ रुपये था। यह आंकड़ा ₹16,548 करोड़ के अनुमान से थोड़ा अधिक है।
ब्रोकरेज फर्म सिस्टमैटिक्स इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज (systematix institutional equities) ने एचडीएफसी बैंक पर ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखी दी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर अपने टारगेट प्राइस को बढ़ाकर 2030 रुपये कर दिया है। इस तरह यह शेयर बुधवार के बंद भाव से भविष्य में 21% का अपसाइड दिखा सकता है।
ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि बैंक ने दिसंबर तिमाही में अपेक्षित स्तर पर काफी हद तक स्थिर प्रदर्शन किया है। हम बैंक के लिए FY25 के क्रेडिट वृद्धि अनुमान को घटाकर 3.5% (पहले 7% से) कर रहे हैं। साथ ही हमने 2030 रुपये (पहले 1,945 से) के टारगेट प्राइस के साथ अपनी BUY रेटिंग बरकरार रखी है, जो वित्त वर्ष 2025-27 के लिए 2.3x मार्च’27 पी/एबीवी पर स्टैंडअलोन बैंक का औसत RoA/RoE 1.9%/15% पर बेस्ड है।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा (Nuvama) ने भी एचडीएफसी बैंक को खरीदने की सलाह देते हुए ‘BUY‘ रेटिंग दी है। ब्रोकरेज ने स्टॉक के लिए 1950 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह यह शेयर बुधवार (22 जनवरी) के बंद भाव से लॉन्ग टर्म में 17% का अपसाइड दिखा सकता है। बुधवार को शेयर 1665 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
ब्रोकरेज का कहना है कि एचडीएफसी बैंक ने उम्मीद से बेहतर कोर स्लिपेज, कम एलडीआर और जमा बाजार हिस्सेदारी में पर्याप्त मुनाफे के साथ उम्मीदों के अनुरूप Q3FY25 दर्ज की।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) भी एचडीएफसी बैंक पर बुलिश है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 2,050 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है और अपनी रेटिंग को ‘BUY’ पर बरकरार रखा है। इस तरह यह शेयर बुधवार (22 जनवरी) के बंद भाव से लॉन्ग टर्म में 23% का अपसाइड दिखा सकता है। बुधवार को शेयर 1665 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
मोतीलाल ओसवाल ने कहा कि एचडीएफसी बैंक के पास 25,900 करोड़ रुपये या 1 प्रतिशत ऋण का अच्छा प्रावधान है। accelerated rate से सीडी रेश्यो को कम करने पर बैंक के फोकस को देखते हुए यह FY25 और FY26 में ऋण वृद्धि में 5 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की कमी का अनुमान है।
ब्रोकरेज फर्म मिराए एसेट शेयरखान (Sharekhan) ने भी एचडीएफसी बैंक पर अपनी BUY रेटिंग को मेंटेन रखा है। साथ ही शेयर पर 2100 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। इस तरह यह शेयर बुधवार (22 जनवरी) के बंद भाव से लॉन्ग टर्म में 26% का अपसाइड दे सकता है। बुधवार को शेयर 1665 रुपये के भाव पर बंद हुआ था।
ब्रोकरेज ने कहा कि एग्री-लोन पोर्टफोलियो में देखी गई कुछ सीजनल परिस्थितियों को छोड़कर पोर्टफोलियो की क्वालिटी स्थिर बनी हुई है। विशेष कर ऐसे समय में जब अन्य बैंकों की एसेट क्वालिटी में कमी देखी जा रही है।
प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक का शेयर गुरुवार (23 जनवरी) को इंट्रा-डे ट्रेड में 1.25 फीसदी चढ़कर 1685 रुपये तक पहुंच गया। हालांकि, शेयर की हालिया परफॉर्मेंस अच्छी नहीं रही है और यह पिछले एक महीने में 8% गिर चुका है। पिछले छह महीने में शेयर का प्रदर्शन लगभग सपाट रहा है। जबकि बीते एक साल में शेयर ने 16% का रिटर्न दिया है। स्टॉक का 52 वीक हाई 1,880 रुपये जबकि 52 वीक लो 1,363.45 रुपये है। बीएसई पर स्टॉक का टोटल मार्केट कैप 12,66,178 करोड़ रुपये
भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, एचडीएफसी बैंक लिमिटेड (HDFC Bank) ने बुधवार, 22 जनवरी को दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी कर दिए एचडीएफसी बैंक का शुद्ध मुनाफा साल दर साल (YoY) 2.2% बढ़कर ₹16,736 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही के दौरान 16,372.5 करोड़ रुपये था। यह आंकड़ा ₹16,548 करोड़ के अनुमान से थोड़ा अधिक है।
बैंक की नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) दिसंबर तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 8% बढ़कर ₹30,690 करोड़ हो गई, जो पिछली तिमाही में ₹30,653 करोड़ रुपये थी ।
इस तिमाही में ग्रॉस NPA (Gross Non-Performing Assets) 1.42% रहा, जो पिछली तिमाही में 1.36% था। वहीं, नेट एनपीए 0.46% पर रहा, जो पिछली तिमाही में 0.41% था। तिमाही के लिए प्रोविजन ₹3,154 करोड़ रहा, जबकि पिछले साल यह ₹4,217 करोड़ था और सितंबर तिमाही में ₹2,700 करोड़ था।
HDFC बैंक की एसेट क्वालिटी इस तिमाही में खराब हुई है। बैंक का ग्रॉस NPA (GNPA) तिमाही दर तिमाही (Q-o-Q) 1.36 प्रतिशत से बढ़कर 1.42 प्रतिशत हो गया। सालाना आधार (Y-o-Y) पर GNPA अनुपात 1.26 प्रतिशत था।
नेट एनपीए (Net NPA) अनुपात भी बढ़कर 0.46 प्रतिशत हो गया, जो पिछली तिमाही में 0.41 प्रतिशत और पिछले साल 0.31 प्रतिशत था।
(डिस्क्लेमर: यहां शेयर में खरीदारी की सलाह ब्रोकरेज ने दी है। बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।