Indo Tech Transformers share Price: इंडो टेक ट्रांसफार्मर्स के शेयर गुरुवार के इंट्रा-डे ट्रेड में कमजोर बाजार के बीच 5% की बढ़त के साथ 2,506.95 रुपये के नए हाई लेवल पर पहुंच गए। पिछले सात ट्रेडिंग सेशन में, इस ट्रांसफार्मर कंपनी के शेयर में 55% की बढ़त हुई है, जो 10 अक्टूबर को 1,615.10 रुपये के लेवल पर था। कंपनी के शेयर 4.79% की बढ़त के साथ 2501.90 रुपये पर बंद हुए। इसके विपरीत, BSE सेंसेक्स 0.61% गिरकर 81,006.61 पर क्लोज हुआ।
पिछले 18 महीनों में, इंडो टेक ट्रांसफार्मर्स की शेयर प्राइस 188.60 रुपये से 1,229% या 13 गुना बढ़कर BSE पर वर्तमान में 2,506.95 रुपये हो गई है। वर्तमान में, यह स्टॉक ‘T’ या ट्रेड-फॉर-ट्रेड (T) समूह में ट्रेड कर रहा है, जहां सिक्योरिटीज का निपटान ट्रेड-टू-ट्रेड बेसिस पर किया जाता है।
कंपनी पावर मैन्युफैक्चरिंग और ट्रांसफार्मर डिस्ट्रीब्यूशन का काम करती है। इसके अलावा, यह स्पेशल अप्लीकेशन वाले अलग-अलग तरह के ट्रांसफार्मर, मोबाइल सब-स्टेशन ट्रांसफार्मर और सब-स्टेशनों की मैन्युफैक्चरिंग भी करती है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) में, इंडो टेक ट्रांसफार्मर्स ने टैक्स के बाद मुनाफा (PAT) में 82% की सालाना ग्रोथ के साथ 46.86 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया और ऑपरेशनल रेवेन्यू में 35.8% की YoY ग्रोथ के साथ 503.60 करोड़ रुपये की कमाई की।
वित्तीय वर्ष 2024-25 की जून तिमाही (Q1FY25) में, कंपनी का PAT 66.7% बढ़कर 5.91 करोड़ रुपये हो गया, जबकि ऑपरेशन से रेवेन्यू 11.8% घटकर 82.15 करोड़ रुपये रहा।
मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार, ट्रांसफार्मर इंडस्ट्री में ऑर्डरों की भरमार है और कई इंडस्ट्री-जैसे रेलवे और रिन्यूबल एनर्जी में इसकी मांग बढ़ रही है।
उनका मानना है कि औद्योगिक विस्तार के कारण बढ़ते पूंजीगत खर्च (कैपेक्स) से भारत में बिजली की खपत बढ़ी है, जिससे ट्रांसफार्मर निर्माताओं के लिए ऑर्डर बुक में सुधार हुआ है। FY24 की सालाना रिपोर्ट के अनुसार, इंडो टेक ट्रांसफार्मर्स ने कहा है कि ट्रांसफार्मर बाजार में टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन और नीतियों के कारण मजबूत वृद्धि की संभावना है।
कंपनी ने कहा कि सरकार का इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर लगातार फोकस, स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलॉजी और रिन्यूबल एनर्जी के एंटिग्रेशन में निवेश के साथ, उपयोगिता, इंडस्ट्रियल और कमर्शियल सेक्टर में एडवांस ट्रांसफार्मरों की मांग को बढ़ावा देगा। भारत का पावर और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर मार्केट 2023 में लगभग 397 करोड़ डॉलर का था और 2030 तक यह बढ़कर लगभग 841 करोड़ डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। इसके साथ ही, इस बाजार के 2024-30 की अवधि के दौरान लगभग 10.84% की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़ने की उम्मीद है।
बाजार की यह वृद्धि देश की स्थापित पावर क्षमता के तेजी से विकास, बढ़ते शहरीकरण और देशभर में 100% बिजली पहुंचाने के सरकारी लक्ष्य के कारण हो रही है।
इसके अलावा, भारत एक तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है, जहां लगातार विदेशी निवेश, पब्लिक औऱ प्राइवेट इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है। इससे बिजली उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण के बुनियादी ढांचे के निर्माण में तेजी आई है। इस प्रकार, पिछले कुछ वर्षों में देश में पावर और वितरण ट्रांसफार्मरों की मांग में वृद्धि हुई है।
इंडो टेक का मिशन 2030 तक लगभग 125 GW की नई नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता (renewable power capacity) से लगभग 5 मिलियन टन ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन करना है। भारत में ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन मुख्य रूप से कैप्टिव सोलर एनर्जी प्लांट से उत्पन्न बिजली के माध्यम से किया जाएगा। ये बड़े GH2 उत्पादन इकाइयां और उनके कैप्टिव पावर प्लांट्स नियमित संचालन के दौरान लोड बैलेंसिंग के लिए पावर ट्रांसफार्मरों की मांग को बढ़ाएंगे, जिससे भारत के पावर और डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर मार्केट में आने वाले वर्षों में आकर्षक वृद्धि के अवसर पैदा होंगे।