HDFC Bank Share Price: देश के सबसे बड़े प्राइवेट सेक्टर बैंक एचडीएफसी के शेयर सोमवार (21 जुलाई) को शुरूआती कारोबार में बीएसई पर करीब 2 फीसदी से ज्यादा चढ़ गए। बैंक के शेयरों में यह तेजी अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों के चलते आई है। अप्रैल-जून 2025 तिमाही में बैंक ने कुल 18,155.21 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। यह पिछले साल के मुकाबले 12.24% अधिक है। यह एक्सपर्ट्स की उम्मीदों से भी बेहतर रहा।
शेयर में जारी हलचल के बीच ब्रोकरेज हाउसेस एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के शेयर को लेकर पॉजिटिव नजर आ रहे हैं। ज्यादातर ब्रोक्रेजीज ने स्टॉक पर खरीदारी की सलाह दी है और 2,350 रुपये तक के टारगेट प्राइस दिए है।
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एचडीएफसी बैंक पर अपनी खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 2,270 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर 16 फीसदी का अपसाइड रिटर्न दे सकता है। एचडीएफसी बैंक के शेयर शुक्रवार को 1957 रुपये पर बंद हुए।
ब्रोकरेज के अनुसार, प्रोविजन के मजबूत बफर, बैंक की पारंपरिक मजबूती और दूसरी छमाही में नेट इंटरेस्ट मार्जिन में वृद्धि और स्थिरता में संभावित तेजी के साथ शेयर को खरीदने की सलाह देते है।
ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 2026 के नेट लाभ अनुमान में 3.7 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2027 के अनुमान में 3 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस बीच, नोमुरा ने वित्त वर्ष 2026 के अनुमानों को बरकरार रखा है। जबकि वित्त वर्ष 2027 और वित्त वर्ष 2028 के लाभ अनुमानों में मामूली वृद्धि की है।
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने एचडीएफ़सी बैंक पर खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 2,350 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर 20 फीसदी का अपसाइड दिखा सकता है।
ब्रोकरेज का कहना है कि ब्याज और लोन-डिपॉज़िट रेश्यो (LDR) में सुधार लगातार जारी है। मैनेजमेंट ने एक बार फिर यह दोहराया कि वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) में बैंक की ऋण वृद्धि प्रणाली (सिस्टम) के स्तर के करीब रहेगी। जबकि वित्त वर्ष 2026-27 (FY27) में यह प्रणाली से ऊपर रहने की उम्मीद है। हमारे दृष्टिकोण से एचडीएफसी बैंक प्रणाली में बनी सरप्लस लिक्विडिटी का लाभ उठाने वाले प्रमुख बैंकों में शामिल रहेगा।
मोतीलाल ओसवाल भी एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) पर पॉजिटिव है। ब्रोकरेज ने स्टॉक पर BUY रेटिंग है। साथ ही 2,300 रुपये का टारगेट प्राइस दिया है। इस तरह, शेयर करीब 18 फीसदी का रिटर्न दे सकता है।
ब्रोकरेज ने कहा कि HDFC बैंक ने एक स्थिर तिमाही दर्ज की है। टैक्स रिवर्सल की वजह से मुनाफा थोड़ा बेहतर रहा। तिमाही आधार पर नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में 11 बेसिस पॉइंट की गिरावट आई और दरों में कटौती के असर के चलते दूसरी तिमाही में इसमें और नरमी आने की उम्मीद है। बिज़नेस ग्रोथ बैंक की उस रणनीति के अनुरूप है। इसके तहत बैंक लगातार क्रेडिट-डिपॉज़िट (C/D) रेश्यो को कम कर रहा है। हालांकि, बैंक ने संकेत दिया है कि आगे चलकर वह कर्ज़ वितरण की गति में सुधार करेगा।
(डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)