Stock Market Closing bell, 28 July: एशियाई बाजारों से मिलेजुले संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के पहले ट्रेडिंग सेशन यानी सोमवार (28 जुलाई) को गिरावट बंद हुए। इस सप्ताह के अंत में लागू होने वाली अमेरिकी टैरिफ समय सीमा से पहले विशेष रूप से आईटी शेयरों में कमजोरी देखी गई। इसका बाजार के सेंटीमेंट्स पर नेगेटिव असर पड़ा। विदेशी निवेशकों (FIIs) की लगातार जारी बिकवाली का भी बाजार की चाल पर असर पड़ा।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 150 से ज्यादा अंक की गिरावट लेकर 81,299 पर ओपन हुआ। खुलते ही इसमें गिरावट देखने को मिली। कारोबार के दौरान यह लाल निशान में ही रहा और अंत में 572.07 अंक या 0.70 फीसदी की गिरावट लेकर 80,891.02 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी गिरावट के साथ 24,782 पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान यह 24,646.60 अंक तक फिसल गया था। अंत में यह 156.10 अंक या 0.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,680 पर क्लोज हुआ।
सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक बैंक 7 फीसदी से ज्यादा गिरकर बंद हुआ। बजाज फाइनेंस, भारती एयरटेल, टाइटन, टीसीएस, एचसीएल टेक, एसबीआई, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, इटरनल, एक्सिस बैंक प्रमुख रूप से लाभ में रहे। दूसरी तरफ, हिंदुस्तान यूनिलीवर एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, पावर ग्रिड, एचडीएफसी बैंक हरे निशान में बंद हुए।
बिकवाली का असर ब्रोडर मार्केट्स पर भी पड़ा और निफ्टी स्मॉलकैप 100 और निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स क्रमशः 1.26 प्रतिशत और 0.84 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए।
निफ्टी एफएमसीजी और फार्मा को छोड़कर एनएसई पर अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स (Nifty Realty Index) में सबसे ज्यादा गिरावट आई। यह 4.26 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में सोमवार को मिला-जुला कारोबार देखने को मिला। निवेशक आज स्टॉकहोम में शुरू होने वाली अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता (US China Talks) पर और स्पष्टता का इंतज़ार कर रहे थे। इस वार्ता की अगुवाई अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और चीनी उप-प्रधानमंत्री ही लिफेंग करेंगे।
फॉक्स बिजनेस से बात करते हुए, बेसेन्ट ने व्यापार युद्धविराम के संभावित विस्तार पर आशा व्यक्त की और कहा कि चर्चा में व्यापक मुद्दों को शामिल किया जाएगा। इसमें रूस और ईरान से चीन का तेल आयात भी शामिल है।
यह वार्ता अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) की तरफ से सप्ताहांत में यूरोपीय संघ के साथ एक व्यापार समझौते की घोषणा के बाद हो रही है। ट्रंप ने पहले यूरोपीय संघ के अधिकांश आयातों पर 30 प्रतिशत शुल्क लगाने की धमकी दी थी। लेकिन अब उन्होंने इसे घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया है। इससे वित्तीय बाजारों में आशावाद बढ़ा है।
जापान का निक्केई 0.43 प्रतिशत नीचे था। जबकि टॉपिक्स इंडेक्स 0.19 प्रतिशत गिरा। दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.31 प्रतिशत गिरा और एएसएक्स 200 0.4 प्रतिशत चढ़ा। टैरिफ तनाव कम होने से उत्साहित होकर, अमेरिकी इक्विटी फ्यूचर्स शुरुआती घंटों में बढ़त के साथ बंद हुआ। एसएंडपी 500 फ्यूचर्स 0.39 प्रतिशत, नैस्डैक 100 फ्यूचर्स 0.53 प्रतिशत और डाउ जोंस फ्यूचर्स 156 अंक या 0.35 प्रतिशत बढ़ा।
इससे पहले शुक्रवार को अमेरिका के तीनों प्रमुख इंडेक्स बढ़त के साथ बंद हुए और वीकली बढ़त दर्ज की गई। एसएंडपी 500 0.40 प्रतिशत बढ़कर 6,388.64 पर, नैस्डैक कंपोजिट 0.24 प्रतिशत बढ़कर 21,108.32 पर और डॉव 208.01 अंक या 0.47 प्रतिशत बढ़कर 44,901.92 पर बंद हुआ।
कई कंपनियां आज यानी सोमवार को अपने तिमाही नतीजे घोषित करने वाली हैं। इनमें इंडसइंड बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, टोरेंट फार्मास्युटिकल्स, गेल इंडिया, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, वारी एनर्जीज, एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी, अदानी टोटल गैस, निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट, अजंता फार्मा, गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस, पीरामल फार्मा, मदरसन सुमी वायरिंग इंडिया, केईसी इंटरनेशनल, फाइव-स्टार बिजनेस फाइनेंस, पारादीप फॉस्फेट्स, ग्रेविटा इंडिया, रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, विजया डायग्नोस्टिक सेंटर, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज, ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया, कारट्रेड टेक, टीटीके प्रेस्टीज, आर्कियन केमिकल इंडस्ट्रीज, अरविंद फैशन्स लिमिटेड, जेके पेपर, थंगमयिल ज्वेलरी, लक्ष्मी ऑर्गेनिक इंडस्ट्रीज, एनएसीएल इंडस्ट्रीज, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स, फेडबैंक फाइनेंशियल सर्विसेज, क्वेस कॉर्प, मैंगलोर केमिकल्स एंड फर्टिलाइजर्स, फ्लेयर राइटिंग इंडस्ट्रीज, अरविंद स्मार्टस्पेसेज, एक्सप्रो इंडिया, एयरोफ्लेक्स इंडस्ट्रीज, मोल्ड-टेक पैकेजिंग, एस्टेक लाइफसाइंसेज, सांघी शामिल हैं। इंडस्ट्रीज, सिस्टमैटिक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज आदि शामिल हैं।