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पाइपलाइन टैरिफ जोन घटाकर 2 किए गए, IGL को फायदा, MGL और गुजरात गैस पर असर संभव

अब तक शहरी गैस वितरक कंपनियां जोन 1 के गैस स्रोतों से 42.04 रुपये, जोन 2 से 80.08 और जोन 3 से 106.77 रुपये प्रति एमएमबीटीयू (मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट्स) वसूल रही थीं।

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निकिता वशिष्ठ   
Last Updated- July 08, 2025 | 10:20 PM IST

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियमन बोर्ड (पीएनजीआरबी) ने 4 जुलाई को पाइपलाइन टैरिफ जोन की संख्या तीन से घटाकर दो कर दी। यह कदम गैस स्रोतों से दूर के क्षेत्रों के लिए प्राकृतिक गैस को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के लिए उठाया गया है। विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम से इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (आईजीएल) को ज्यादा टैरिफ लगाने की संभावना से फायदा हो सकता है जबकि महानगर गैस लिमिटेड (एमजीएल) और गुजरात गैस (जीजीएल) पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

टैरिफ में बदलाव

अब तक शहरी गैस वितरक कंपनियां जोन 1 के गैस स्रोतों से 42.04 रुपये, जोन 2 से 80.08 और जोन 3 से 106.77 रुपये प्रति एमएमबीटीयू (मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट्स) वसूल रही थीं। ये कीमतें गैस के स्रोत से दूरी के हिसाब से अलग अलग हैं। यह दूरी जोन 1 के लिए 300 किलोमीटर तक, जोन 2 के लिए 300 से 1,200 किलोमीटर के बीच और जोन 3 के लिए 1,200 किलोमीटर से अधिक है। आईजीएल अपनी आपूर्ति के लिए गैस जोन 2-3 से ले रही है जबकि एमजीएल तथा जीजीएल जोन 1 से करती हैं। हालांकि, विश्लेषकों का मानना है कि जोन की संख्या 3 से घटाकर 2 जोन किए जाने से टैरिफ गणना के लिए समान इंटरनल रिटर्न रेट(आईआरआर) पर पहुंचने के लिए आसपास की जगहों या शहरों के लिए टैरिफ बढ़ सकता है।

वैश्विक ब्रोकरेज नोमूरा के शुरुआती अनुमानों के अनुसार जोन 1 में टैरिफ बढ़कर 61.3 रुपये प्रति एमएमबीटीयू हो सकता है। इसी तरह जोन 2 से टैरिफ बढ़कर 92.7 रुपये प्रति एमएमबीटीयू हो सकता है जो कुल मात्रा का 57 प्रतिशत है।आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज को जोन1 टैरिफ में 52 रुपये प्रति एमएमबीटीयू और जोन 2 टैरिफ में 90.1 रुपये प्रति एमएमबीटीयू की वृद्धि का अनुमान है।

आईजीएल को फायदा

नोमूरा के अनुसार प्रस्तावित जोन बदलाव से इंद्रप्रस्थ गैस को लाभ होने की संभावना है क्योंकि कंपनी के मौजूदा गैस स्रोत जोन 2 या जोन 3 के अंतर्गत आते हैं। नोमूरा ने कहा, ‘हमें लगता है कि आईजीएल को 50 पैसे प्रति मानक घन मीटर (एससीएम) से लेकर 1.6 रुपये एससीएम तक का एबिटा लाभ मिलेगा। इसका मतलब है 8-23 प्रतिशत अधिक एबिटा हासिल होना।

हालांकि, यह तभी संभव होगा जब आईजीएल सभी लाभ बरकरार रखे और उन्हें उपयोगकर्ताओं तक न पहुंचाए।’ एक एमएमबीटीयू लगभग 25.2 एससीएम के बराबर होता है। महानगर गैस के लिए नोमूरा ने ₹0.8 रुपये प्रति एससीएम के नकारात्मक असर का अनुमान जताया है जिसका मतलब है एबिटा पर 8 प्रतिशत का दबाव क्योंकि वह पहले से ही जोन 1 में है।

निवेश रणनीति

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने सभी गैस वितरण कंपनियों के शेयरों पर ‘खरीद’ रेटिंग को बनाए रखी है। वह अपनी रेटिंग की समीक्षा करने से पहले प्रस्तावित बदलावों के सटीक असर को समझने का इंतजार करेगी। हालांकि, नोमूरा ने महानगर गैस (1,680 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग) को प्राथमिकता दी है।

उसे उम्मीद है कि कंपनी प्रतिस्पर्धियों के बीच सबसे अधिक बिक्री वृद्धि में सफल रहेगी और अस्थिर औद्योगिक और वाणिज्यिक खंडों में उसका सीमित जोखिम होने और प्रतिस्पर्धियों की तुलना में आकर्षक मूल्यांकन का भी उसे लाभ मिलेगा।

First Published : July 8, 2025 | 9:57 PM IST