शेयर बाजार

दिवाली से पहले निफ्टी और सेंसेक्स में तेजी के संकेत, 72% शेयर 200-DMA से ऊपर कर रहे कारोबार

निफ्टी के 72 फीसदी, निफ्टी-500 के 300 से ज्यादा शेयर 200-डीएमए से ऊपर। सूचकांक स्तर पर निफ्टी 50 इस समय अपने 200-डीएमए से 4 प्रतिशत ऊपर है

Published by
पुनीत वाधवा   
रेक्स कैनो   
Last Updated- September 15, 2025 | 9:40 PM IST

बाजार दीवाली से पहले की तेजी के लिए तैयार दिख रहे हैं। निफ्टी 50 सूचकांक में शामिल 72 प्रतिशत शेयर (36 शेयर) और निफ्टी 500 में शामिल 63 प्रतिशत शेयर (314 शेयर) अपने-अपने 200 दिन के मूविंग एवरेज (डीएमए) से ऊपर कारोबार कर रहे हैं।

तकनीकी रूप से 200-डीएमए को तेजी और मंदी के रुझान को तय करने वाला प्रमुख संकेतक माना जाता है। 200-डीएमए से ऊपर कारोबार करने वाले शेयर या सूचकांक में तेजी का रुझान समझा जाता है और इससे नीचे कारोबार पर रुझान इसके विपरीत माना जाता है।

सूचकांक स्तर पर निफ्टी 50 इस समय 25,088 के स्तर पर कारोबार कर रहा है जो अपने 200-डीएमए से 4 प्रतिशत ऊपर है। यह डीएमए 24,128 के स्तर पर है। निफ्टी 500 अभी 23,210 के स्तर पर है जो अपने 200-डीएमए से 4.4 प्रतिशत ऊपर है। 12 मई, 2025 से निफ्टी 50 और निफ्टी 500 दोनों सूचकांक अपने-अपने 200-डीएमए से ऊपर कारोबार करते दिख रहे हैं।  

एस इक्विटी के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2026 में अब तक निफ्टी 50 में 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि निफ्टी 500 सूचकांक में 8.8 फीसदी की तेजी आई है।

इस बीच बीएसई, डीएलएफ, पेटीएम, अपोलो टायर्स, सेल, गॉडफ्रे फिलिप्स, ग्लेनमार्क फार्मा, ह्युंडै मोटर, हिंडाल्को, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, एलआईसी, अशोक लीलैंड, इंटरग्लोब एविएशन, एमआरएफ, येस बैंक और वोडा आइडिया कुछ प्रमुख शेयर हैं जो बाजार में अपने-अपने 200-डीएमए के औसत से ऊपर हैं।  आंकड़ों से पता चलता है कि एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन ऐंड टुब्रो, मारुति सुजूकी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), टाटा स्टील, भारती एयरटेल और इटर्नल निफ्टी 50 पैक में ऐसे कुछ प्रमुख नाम हैं जो इस समय अपने-अपने 200-डीएमए से ऊपर हैं।

बाजार रणनीति

इस तेजी को देखते हुए विश्लेषकों का सुझाव है कि निवेशक चुनिंदा निवेश ही करें। इक्विनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक और शोध प्रमुख जी चोकालिंगम के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के भारतीय शेयरों की लगातार बिकवाली करने, भारतीय प्रमोटरों की बिकवाली और लगातार मजबूत आईपीओ के कारण सेकंडरी बाजारों में तरलता कम होती जा रही है।

उनका सुझाव है, ‘रणनीति के तौर पर हम लगभग 40 प्रतिशत आवंटन लार्जकैप शेयरों में, 5 प्रतिशत आवंटन गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) में और शेष 55 प्रतिशत आवंटन गुणवत्ता (प्रबंधन/बैलेंस शीट और मूल्यांकन सुविधा) वाले स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में करने की सलाह देते हैं। धारणा-आधारित ज्यादा महंगे शेयरों पर कम निवेश करें क्योंकि ऐसे थीम अल्पावधि में कमजोर पड़ने की आशंका रहती है’

विश्लेषकों का कहना है कि तकनीकी रूप से साप्ताहिक चार्ट पर निफ्टी 50 ने एक तेजी वाला कैंडल बनाया है और दैनिक और इंट्राडे चार्ट पर यह एक हायर लो लेवल बनाए हुए है जो मौजूदा स्तरों से आगे बढ़ने का समर्थन करता है।

जब तक निफ्टी/सेंसेक्स 25,850/81,400 के स्तर से ऊपर कारोबार करता रहेगा, तब तक तेजी का रुख जारी रहने की संभावना है। ऊपर की ओर, 25,150-25,200/82,200-82,400 तत्काल प्रतिरोध का काम करेंगे। विश्लेषकों का कहना है कि 25,200/82,400 से ऊपर एक सफल ब्रेकआउट बाजार को 25,500-25,550/83,300–83,500 की ओर ले जा सकता है।

कोटक सिक्यो. के इक्विटी रिसर्च प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘इसके विपरीत, अगर निफ्टी 24,850 से नीचे या सेंसेक्स 81,400 से नीचे गिरता है, तो तेजी का रुझान कमजोर पड़ सकता है। इन स्तरों का टूटना लॉन्ग पोजीशन से बाहर निकलने का संकेत होगा। रणनीति 25,000 और 24,900 के आसपास खरीदारी करने की होनी चाहिए, जिसमें स्टॉप लॉस 24,850 पर हो। निफ्टी के लिए प्रतिरोध 25,150 और 25,250 पर है।’

First Published : September 15, 2025 | 9:40 PM IST