HDFC Bank और HDFC Limited के शेयरों में शुक्रवार को भारी बिकवाली होने से इन दोनों कंपनियों के बाजार मूल्यांकन में सम्मिलित रूप से (combined mcap) 85,000 करोड़ रुपये का गिरावट आ गई।
HDFC Bank में HDFC Limited के मर्जर के बाद बनने वाली इकाई से बड़े पैमाने पर पूंजी निकासी की आशंका हावी होने से इन कंपनियों के शेयरों में तगड़ी बिकवाली देखी गई। इस दौरान HDFC Bank का शेयर 5.90 फीसदी टूटकर 1,625.35 रुपये के भाव पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह छह प्रतिशत तक लुढ़क गया था।
इसी तरह HDFC का शेयर भी 5.63 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,701.15 रुपये के भाव पर बंद हुआ। एक समय इसमें 5.84 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई थी। इस गिरावट की वजह से दोनों कंपनियों के मूल्यांकन में भी कमी आ गई।
HDFC Bank का बाजार मूल्यांकन 56,228.1 करोड़ रुपये गिरकर 9,07,505.07 करोड़ रुपये रह गया। वहीं HDFC का मूल्यांकन 29,572.72 करोड़ रुपये कम होकर 4,95,541.41 करोड़ रुपये पर आ गया।
सेंसेक्स के समूह में शामिल इन दोनों कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली होने से मानक सूचकांक भी 695 अंक गिरकर बंद हुआ।
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जियोजीत फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘HDFC की दोनों कंपनियों में भारी बिकवाली होने से भारतीय बाजार में गिरावट का रुख रहा।’
ब्रोकिंग फर्म प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का मानना है कि MSCI वैश्विक मानक सूचकांक के अनुरूप मर्जर के बाद HDFC Bank की पूंजी में 15-20 करोड़ डॉलर की कमी आ सकती है।