Stock Market Crash: वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के समान घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार (13 जनवरी) को सप्ताह के पहले ट्रेडिंग सेशन में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। महंगाई के आंकड़ों, कमजोर ग्लोबल संकेतों और दिसंबर तिमाही (Q3FY25) के नतीजों को लेकर अनिश्चितता की वजह से बाजार में आज भी बिकवाली हावी रही।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) सोमवार (13 जनवरी) को 844 अंक की बड़ी गिरावट लेकर 76,535.24 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 1129 अंक तक लुढ़क गया था। अंत में सेंसेक्स 1049 अंक या 1.36% का गोता लगाकर 76,330 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी गिरावट के साथ खुला। कारोबार के दौरान यह 384 अंक तक फिसल गया था। अंत में निफ्टी 345.55 अंक या 1.47% की बड़ी गिरावट के साथ 23,085.95 पर बंद हुआ।
टॉप लूजर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में जोमैटो (Zomato) का शेयर सबसे ज्यादा 6% से ज्यादा गिरकर बंद हुआ। पावर ग्रिड, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक और सनफार्मा प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।
टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ, एक्सिस बैंक (Axis Bank) , इंडसइंड बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहे।
1. विदेशी निवेशक (FIIs) लगातार घरेलू शेयर बाजारों से पैसा निकाल रहे हैं। डॉलर इंडेक्स में मजबूती, रुपये में गिरावट और ट्रंप 2.0 को लेकर अनिश्चिता FIIs की बिकवाली के प्रमुख कारण है।
2. देसी कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे सुस्त रहने के बाद तीसरी तिमाही के नतीजों को लेकर भी आशंका ने निवेशकों में घबराहट पैदा कर दी है।
3. अमेरिका में नौकरियों के मजबूत डेटा से ब्याज दरों में जल्द किसी कटौती की संभावनाओं को बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह से बाजार के सेंटीमेंट प्रभावित हुए है।
4. इसके अलावा ब्रेंट क्रूड का प्राइस 81 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है। डॉलर की तुलना में रुपये में लगातार गिरावट जारी है। इन कारणों ने भी बाजार के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है।
निवेशकों के 12 लाख करोड़ रुपये स्वाह
शेयर बाजार में सोमवार को आई बड़ी गिरावट से निवेशकों को 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप (Mcap) सोमवार (13 जनवरी) को 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा घटकर 4,17,15,124 करोड़ रुपये पर आ गया। शुक्रवार को यह 4,29,67,835 करोड़ रुपये था।
वैश्विक बाजारों का क्या हाल ?
वैश्विक बाजारों में गिरावट देखने को मिल रही है। एशिया-प्रशांत के बाजारों ने हफ्ते की शुरुआत कमजोर की है। एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग, और चीन का शंघाई कम्पोजिट नुकसान में रहे। जापान के बाजार आज छुट्टी के कारण बंद रहे।
अमेरिका शेयर बाजारों में में शुक्रवार को भारी गिरावट दर्ज हुई। Dow Jones 1.63%, S&P 500 1.54% और Nasdaq 1.63% की गिरावट के साथ बंद हुए। दिसंबर में अमेरिका में 2,56,000 नई नौकरियां जुड़ीं, जो 1,55,000 के अनुमान से कहीं ज्यादा थीं। बेरोजगारी दर भी घटकर 4.1% रही। इस मजबूत जॉब डेटा के चलते ट्रेजरी यील्ड बढ़ी और 10-वर्षीय ट्रेजरी यील्ड 2023 के अंत के बाद अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई।
शुक्रवार को कैसी थी बाजार की चाल?
वैश्विक बाजारों में मिलेजुले रुख के बावजूद आईटी शेयरों में तेजी देखी गई, लेकिन घरेलू शेयर बाजार लगातार तीसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। इसके पीछे तीसरी तिमाही के नतीजों के कमजोर रहने की आशंका और अमेरिकी ब्याज दरों में कम बार कटौती होने की संभावना है। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने भी बाजार पर दबाव बढ़ा दिया है।
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुक्रवार, 10 जनवरी को बढ़त के साथ 77,682 अंक पर खुला था। हालांकि, कारोबार के दौरान यह 600 अंक तक गिर गया। अंत में सेंसेक्स 241.30 अंक या 0.31% की गिरावट के साथ 77,378.91 पर बंद हुआ।
निफ्टी50 (Nifty50) ने भी बढ़त के साथ शुरुआत की, लेकिन थोड़ी देर में ही लाल निशान में आ गया। अंत में निफ्टी 95 अंक या 0.4% गिरकर 23,431 पर बंद हुआ।