मुकेश अंबानी की अगुआई वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) मंगलवार को 20 लाख करोड़ रुपये (250 अरब डॉलर) का बाजार पूंजीकरण हासिल करने वाली सूचीबद्ध पहली भारतीय कंपनी बन गई। कारोबारी सत्र के दौरान उस समय आरआईएल का एमकैप 20.01 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया जब कंपनी का शेयर 2 फरवरी के अपने पिछले उच्चस्तर 2,949.9 रुपये के पार निकल गया।
कंपनी के शेयर ने कारोबारी सत्र में नया उच्चस्तर 2,975.8 रुपये दर्ज किया, लेकिन अंत में 0.9 फीसदी की बढ़त के साथ बीएसई पर 2,928.95 रुपये पर बंद हुआ। बंद भाव पर दिग्गज कंपनी का मूल्यांकन 19.81 लाख करोड़ रुपये बैठता है।
पिछले तीन महीने में वृद्धि परिदृश्य की नई उम्मीदों के बीच आरआईएल के शेयर ने 29 फीसदी की उछाल दर्ज करते हुए बेंचमार्क सूचकांकों के मुकाबले उम्दा प्रदर्शन किया है। इसकी तुलना में एसऐंडपी बीएसई सेंसेक्स 10 फीसदी चढ़ा है। सितंबर 2020 में आरआईएल का बाजार पूंजीकरण 15 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा था जबकि नवंबर 2019 में कंपनी का बाजार पूंजीकरण पहली बार 10 लाख करोड़ रुपये के पार निकला था कैपिटालाइन के आंकड़ों से यह जानकारी मिली।
अगर रिलांयस ने पिछले साल अपनी वित्तीय इकाई जियो फाइनैंशियल सर्विसेज को अलग नहीं किया होता तो कंपनी का बाजार पूंजीकरण 20 लाख करोड़ रुपये पर पहले ही पहुंच जाता। हालांकि जियो को अलग करने से मुंबई की कंपनी को अपनी वैल्यू अनलॉक करने में मदद मिली। अगस्त, 2023 में अलग से सूचीबद्ध होने वाली जियो फाइनैंशियल का बाजार पूंजीकरण अभी 1.73 लाख करोड़ रुपये (21 अरब डॉलर) है।
कुछ साल पहले आरआईएल और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज बाजार पूंजीकरण के लिहाज से काफी आसपास थी। हालांकि अब आरआईएल को टाटा समूह की मुख्य कंपनी टीसीएस से खासी बढ़त हासिल हो चुकी है, जिसका बाजार पूंजीकरण पिछले हफ्ते 15 लाख करोड़ रुपये के पार निकला।
हालांकि समूह के स्तर पर टाटा अभी भी 30 लाख करोड़ रुपये के एमकैप के साथ आरआईएल समूह के करीब 22 लाख करोड़ रुपये आगे है। 10.6 लाख करोड़ रुपये के साथ एचडीएफसी बैंक तीसरी सबसे मूल्यवान कंपनी है। ज्यादा फ्री-फ्लोट एमकैप के कारण निजी क्षेत्र बैंक का बेंचमार्क सेंसेक्स व निफ्टी में सबसे ज्यादा भारांक है।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर आरआईएल 45वीं सबसे मूल्यवान कंपनी है, जो नेटफ्लिक्स से पीछे और पेप्सिको से आगे है। 3,299 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ खरीद की रेटिंग देने वाले सेंट्रम ब्रोकिंग के विश्लेषकों का मानना है कि देश भर में 5जी सेवा शुरू करने के साथ आरआईएल इस सेवा का मुद्रीकरण बेहतर तरीके से करने के हालात में होगी।
इसके अलावा पूंजीगत खर्च की गहनता काफी कम हुई है, जिससे नकदी प्रवाह को लाभ मिलेगा। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि वृद्धि की रफ्तार डिजिटल और खुदरा में जारी रहेगी, जिसे तेल व गैस क्षेत्र से सहारा मिलेगा। कोटक इंस्टिट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों का मानना है कि अन्वेषण व उत्पादन (ईऐंडपी) कारोबार को छोड़कर (जहां आय शायद सर्वोच्च स्तर पर पहुंच चुकी है) अन्य अहम कारोबारों के लिए परिदृश्य मजबूत बना हुआ है।
ब्रोकरेज फर्म ने तीसरी तिमाही के नतीजों के बाद कहा था कि रिफाइनिंग में (जहां मार्जिन में काफी उतारचढ़ाव रहा है) हालिया रुझान सकारात्मक हैं क्योंकि मजबूत गैसोलीन क्रैक के चलते सिंगापुर कॉम्पलेक्स के मार्जिन में सुधार हुआ है। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट के बावजूद खुदरा ईंधन कीमतों में कटौती न होने से ईंधन विपणन मार्जिन में मजबूती बरकरार है और इसका भी लाभ आरआईएल को मिलेगा। यह शेयर हालांकि ब्रोकरेज फर्म की लक्षित कीमत 2,900 रुपये से ऊपर कारोबार कर रहा है।
ब्लूमबर्ग के मुताबिक, पिछले एक महीने में 31 विश्लेषकों के बीच की गई रायशुमारी में 24 विश्लेषकों का इस शेयर पर तेजी का नजरिया है जबकि 5 की रेटिंग तटस्थ/होल्ड है। 2 विश्लेषकों ने इसे बिकवाली की रेटिंग दी है। एक साल का उनका औसत लक्षित मूल्य 2,954 रुपये प्रति शेयर है।