सरकार ने शुक्रवार को पंजाब एंड सिंध बैंक (पीएसबी) की इक्विटी पूंजी की पुनर्संरचना (रीस्ट्रक्चर)करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी जिससे अब बैंक के लिए पूंजी बाजार में उतरने का रास्ता साफ हो गया है।
बैंक की कमजोर वित्तीय स्थिति की पूंजी पुनर्संरचना संबंधी प्रस्ताव पर यहां केंद्रीय कैबिनेट में फैसला लिया गया। कैबिनेट की बैठक के बाद विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने बताया, पूंजी पुनर्संरचना से बैंक उचित प्रीमियम पर आईपीओ लाने की स्थिति में होगा जिससे कि वह बाजार से अतिरिक्त पूंजी जुटा सके।
सिब्बल ने कहा कि पूंजी विस्तार से बैंक को बेसिल-2 के मानकों के मुताबिक अपना कारोबार बढ़ाने में मदद मिलेगी और इससे उसकी वित्तीय स्थिति मजबूत होगी। सिब्बल के मुताबिक स्ट्रक्चरिंग के तहत बैंक की इक्विटी का बड़ा हिस्सा बांड और तरजीही शेयरों में परिवर्तित किया जाएगा।
बैंक ने रीस्ट्रक्चरिंग योजना के तहत बैंक की 1.6 अरब की इक्विटी पूंजी को इन्नोवेटिव परपेचुएल डेट इंस्ट्रूमेंट में परिवर्तित किया गया है जबकि दो अरब रुपए को परपेचुएल नॉन-क्यूमुलेटिव प्रेफेरेंस शेयर में बदला गया है। उम्मीद की जा रही है कि बैंक 1000 करोड़ रुपए का आईपीओ अक्टूबर तक लाएगा और इसकेलिए उसे 25-30 फीसदी तक की इक्विटी बेचनी होगी।
इस कदम से बैंक का इक्विटी बेस यानी आधार 5.43 अरब से घटकर 1.83 अरब पर आ जाएगा। अभी तक बैंक स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबध्द नहीं है। हालांकि बैंक के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक आर पी सिंह ने कहा कि फिलहाल बैंक की तुरंत कोई आईपीओ लाने की योजना नहीं है जबकि उसका इरादा सितंबर तक शेयरों के प्राइवेट प्लेसमेंट करने का है। इस प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए बैंक की योजना दस अरब रुपए जुटाने की है। उन्होने कहा कि बैंक के शेयरों का यह प्राइवेट प्लेसमेंट सरकारी वित्तीय संस्थानों को किया जाएगा।