पिछले साल यानी 2020 के दौरान निजी इक्विटी/वेंचर कैपिटल (पीई-वीसी) फर्मों का निवेश 6.6 फीसदी बढ़कर 39.2 अरब डॉलर (814 से अधिक सौदे) हो गया जबकि 2019 में यह आंकड़ा 36.3 अरब डॉलर (1,012 सौदे) का रहा था। पीई-वीसी निवेश को मुख्य तौर पर आरआईएल सौदों से रफ्तार मिली। इससे देश में लगातार तीसरे साल रिकॉर्ड पीई निवेश हासिल करने में मदद मिली।
इन आंकड़ों में वेंचर कैपिटल निवेश शामिल है लेकिन रियल एस्टेट में पीई निवेश को इससे बाहर रखा गया है।
वेंचर इंटेलिजेंस के आंकड़ों के अनुसार, इन सौदों में रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) समूह की कंपनियों में अमेरिकी निजी इक्विटी कंपनियों एवं अन्य वैश्विक सॉवरिन वेल्थ फंड द्वारा किए गए निवेश शामिल हैं। साल के दौरान जियो प्लेटफॉम्र्स में 9.9 अरब डॉलर, रिलायंस रिटेल में 6.4 अरब डॉलर और रिलायंस डिजिटल फाइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट में 1 अरब डॉलर का निवेश किया गया। पिछले साल हुए कुल पीई-वीसी निवेश में इन तीनों कंपनियों का एकीकृत योगदान करीब 44 फीसदी है। जियो प्लेटफॉम्र्स को गूगल और फेसबुक से रणनीतिक निवेश के तौर पर 10.2 अरब डॉलर प्राप्त हुए।
वर्ष 2020 की अंतिम तिमाही के दौरान पीई-वीसी निवेश में तीसरी तिमाही के मुकाबले 37 फीसदी (211 सौदों में 11.1 अरब डॉलर) और एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 24 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई जिसे रिलायंस रिटेल और रिलायंस डिजिटल फाइबर इन्फ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट में किए गए निवेश से बल मिला। साल 2020 की तीसरी तिमाही के दौरान 194 सौदों के तहत 8.1 अरब डॉलर का निवेश हुआ था। साल 2019 की
चौथी तिमाही के दौरान 252 सौदों के तहत करीब 9 अरब डॉलर का निवेश हुआ था।
आरआईएल समूह के सौदों के अलावा साल 2020 के अन्य प्रमुख निवेश में कंटेनर ग्लास पैकेजिंग विनिर्माता पीरामल ग्लास का ब्लैकस्टोन द्वारा 1 अरब डॉलर के एक सौदे के तहत अधिग्रहण और ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग फर्म जोमैटो में टाइगर ग्लोबल एवं कोरा मैनेजमेंट के नेतृत्व में विभिन्न निजी इक्विटी निवेशकों द्वारा किया गया 60.3 करोड़ डॉलर का निवेश शामिल है।