facebookmetapixel
अमर सुब्रमण्य बने Apple AI के वाइस प्रेसिडेंट, जॉन जियानएं​ड्रिया की लेंगे जगहमारुति सुजूकी ने देशभर में 2,000 से अधिक ईवी चार्जिंग पॉइंट स्थापित कर इलेक्ट्रिक वाहन नेटवर्क किया मजबूतNLCAT ने व्हाट्सऐप और मेटा के डेटा-शेयरिंग मामले में स्पष्टीकरण याचिका पर सुनवाई पूरी कीरुपया 90 के करीब पहुंचा: RBI की दखल से मामूली सुधार, एशिया में सबसे कमजोर मुद्रा बनासुप्रीम कोर्ट फरवरी में करेगा RIL और उसके साझेदारों के कृष्णा-गोदावरी D6 गैस विवाद पर अंतिम सुनवाईसूरत संयंत्र में सुची सेमीकॉन ने शुरू की QFN और पावर सेमीकंडक्टर चिप पैकेजिंगपुतिन की भारत यात्रा: व्यापार असंतुलन, रक्षा सहयोग और श्रमिक गतिशीलता पर होगी अहम चर्चाविमानन सुरक्षा उल्लंघन: DGCA जांच में एयर इंडिया के अधिकारियों को डी-रोस्टर किया गया‘संचार साथी’ पर सरकार का नया स्पष्टीकरण: ऐप हटाने की आजादी, निगरानी न होने का दावाभारत निश्चित रूप से हमारा सरताज है, युवा डिजिटल आबादी ने बढ़ाया आकर्षण: एसबी शेखर

नोमूरा का अनुमान: 2026 तक निफ्टी 50 पहुंचेगा 29,300, 12% रिटर्न की उम्मीद

ब्रोकरेज ने मई 2025 की अपने मूल्यांकन संबंधी चिंताओं को छोड़ दिया है क्योंकि अमेरिका द्वारा आयात शुल्क में वृद्धि के कारण टैरिफ आधारित बिकवाली से बाजार स्थिर हो गया है

Last Updated- December 02, 2025 | 10:23 PM IST
Nifty 50

नोमूरा के विश्लेषक सायन मुखर्जी ने कहा है कि ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि भारत का बेंचमार्क निफ्टी-50 साल 2026 के अंत तक 29,300 तक पहुंच जाएगा, जो मौजूदा स्तर से लगभग 12 फीसदी ज्यादा है क्योंकि चक्रीय आर्थिक रफ्तार और सहायक नीतियों के तहत आय वृद्धि फिर से जोर पकड़ रही है।

मुखर्जी ने मंगलवार को एक नोट में कहा कि ब्रोकरेज ने मई 2025 की अपने मूल्यांकन संबंधी चिंताओं को छोड़ दिया है क्योंकि अमेरिका द्वारा आयात शुल्क में वृद्धि के कारण टैरिफ आधारित बिकवाली से बाजार स्थिर हो गया है।

उन्होंने कहा कि शांत भू-राजनीति, एक मजबूत वृहद पृष्ठभूमि और चक्रीय वृद्धि के संकेत अब उच्च मूल्यांकन की संभावना को पुष्ट करते हैं। शोध फर्म का दृष्टिकोण एचएसबीसी और जेपी मॉर्गन के 2026 के पूर्वानुमानों से मिलता-जुलता है, जो ऐसे समय में आया है जब निफ्टी 50 और सेंसेक्स पिछले हफ्ते 14 महीनों में पहली बार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुँचे, जिसे बेहतर आय, स्थिर मूल्यांकन, लचीले घरेलू निवेश और मजबूत आर्थिक वृद्धि का समर्थन प्राप्त था।

ब्रोकरेज ने कहा कि पिछले एक साल में भारत के अपेक्षाकृत कमजोर प्रदर्शन ने वैल्यूएशन प्रीमियम को सामान्य बनाने में मदद की है और मजबूत स्थानीय निवेश ने बाजार की स्थिरता को बेहतर किया है। ब्रोकरेज को उम्मीद है कि वृद्धि, आत्मनिर्भरता और संरचनात्मक सुधारों पर केंद्रित नीतिगत समर्थन मध्यम अवधि के दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाए रखेगा। हालांकि, नोमुरा ने चेतावनी दी है कि अत्यधिक मूल्यांकन वाले नरैटिव आधारित स्टॉक कोई रिटर्न नहीं दे सकते हैं, इसलिए चयनात्मक, निचले स्तर से ऊपर की ओर जाने वाले दृष्टिकोण पर जोर दिया गया है।

यह वाणिज्यिक वाहनों, फार्मा, आईटी और गैर-बैंकिंग ऋणदाताओं के पक्ष में है और वित्तीय, कंज्यूमर ​​डिस्क्रिशनरी, रियल एस्टेट, इंटरनेट, सीमेंट, दूरसंचार और विनिर्माण पर अधिक सकारात्मक है। यह उपभोक्ता वस्तुओं, बुनियादी ढाँचे, पूंजीगत वस्तुओं और स्वास्थ्य सेवाओं पर सतर्क और ऑटोमोबाइल पर तटस्थ बना हुआ है।

2026 के लिए अग्रणी पसंदों में आईसीआईसीआई बैंक, ऐक्सिस बैंक, इन्फोसिस, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा और बजाज फाइनैंस शामिल हैं। कंपनी ने बढ़ते जोखिम प्रीमियम, कमोडिटी की कीमतों में उछाल और भू-राजनीतिक या वृहद झटकों से उत्पन्न वैश्विक खतरों का भी संकेत दिया है।

First Published - December 2, 2025 | 10:05 PM IST

संबंधित पोस्ट