बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई के साथ संवत 2077 में प्रवेश करने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं विदेशी ब्रोकर भारतीय इक्विटी को लेकर उत्साहित दिख रहे हैं और अगले एक साल के दौरान तेजी की अच्छी संभावना देख रहे हैं। गोल्डमैन सैक्स ने 11 नवंबर की अपनी रिपोर्ट में अनुमान लगाया है कि निफ्टी-50 सूचकांक दिसंबर 2021 तक 14,100 तक पहुंच जाएगा, जो मौजूदा स्तरों से करीब 11 प्रतिशत ज्यादा है, जबकि नोमुरा को दिसंबर 2021 तक इस सूचकांक के 13,600 पर पहुंचने की संभावना है।
गोल्डमैन सैक्स ने अपनी क्षेत्रीय रणनीति में भारत की रेटिंग भी बढ़ाकर ओवरवेट कर दी है, क्योंकि उसका मानना है कि यह देश टीके की उम्मीदों के लिहाज से बेहद सकारात्मक बाजार है। भारत के अलावा, उसके पसंदीदा देशों में चीन और कोरिया भी शामिल हैं।
गोल्डमैन सैक्स में एशिया मैक्रो रिसर्च के सह-प्रमुख और मुख्य एशिया-पैसीफिक इक्विटी रणनीतिकार टिमोथी मोए ने लिखा है, ‘हमें 2021 में एशिया प्रशांत क्षेत्र के बाजारों के लिए 18 प्रतिशत के डॉलर प्रतिफल का अनुमान है, क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था महामारी के झटके से उबर रही है और क्षेत्रीय मुनाफा बढ़ रहा है। वृद्घि में तेजी और नीतिगत सख्ती कम होने से इक्विटी बाजारों के लिए हालात अनुकूल हुए हैं।’
महज एक पखवाड़ा पहले, जेफरीज के इक्विटी रणनीतिकार प्रमुख क्रिस्टोफर वुड ने अपने एशिया पैसीफिक एक्स-जापान रिलेटिव-रिटर्न पोर्टफोलियो में भारतीय इक्विटी के लिए अपना निवेश 1 प्रतिशत तक बढ़ाया। हालांकि क्रेडिट सुइस के विश्लेषक फिलहाल एशियाई क्षेत्र में भारतीय इक्विटी पर अंडरवेट नजरिया अपनाए हुए हैं, लेकिन उन्हें भविष्य में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।
वर्ष के ज्यादातर समय के लिए कमजोर प्रदर्शन के बाद, भारतीय बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई के साथ संवत 2077 में प्रवेश कर रहे हैं। मार्च 2020 के निचले स्तरों से भारतीय बाजार तेजी से चढ़े हैं और सेंसेक्स तथा निफ्टी-50 में करीब 69 प्रतिशत की तेजी आई है। इस साल अब तक के आधार पर, हालांकि प्रदर्शन कुछ धीमा है और ये दोनों सूचकांक 5 प्रतिशत चढ़े हैं।
नोमुरा में इंडिया इक्विटी स्ट्रेटेजिस्ट सायन मुखर्जी ने नीलोत्पल साहू के साथ तैयार अपनी 12 नवंबर की रिपोर्ट में लिखा है, ‘महामारी को लेकर धारणा में सुधार और वृद्घि के हाई-फ्रिक्वेंसी संकेतकों में तेजी तथा कॉरपोरेट आय में बदलाव दिख रहा है क्योंकि अर्थव्यवस्था फिर से पटरी पर लौट रही है। निफ्टी के लिए हमारा दिसंबर 2021 का लक्ष्य दिसंबर 2022 की 19 गुना आय पर आधारित है और मौजूदा अनुमानों के लिए 4-5 प्रतिशत जोखिम पर ध्यान दिया गया है।’
भारत के संदर्भ में गोल्डमैन सैक्स ने 2020 में वास्तविक जीडीपी दबाव 8.9 प्रतिशत पर रहने और 2021 में 10 प्रतिशत की अच्छी रिकवरी का अनुमान जताया।
