निफ्टी फ्यूचर्स ने नवंबर सीरीज की शुरुआत कम रोलओवर के साथ की है, जो हालिया बाजार बिकवाली के चलते हुआ है। अक्टूबर सीरीज में निफ्टी 50 इंडेक्स लगभग 8 प्रतिशत गिरा, क्योंकि विदेशी निवेशकों ने महीने के मध्य से बिकवाली बढ़ा दी थी।
असित सी मेहता इन्वेस्टमेंट इंटरमीडिएट्स के डेरिवेटिव्स विशेषज्ञ जेम्स कुननेल के मुताबिक, अक्टूबर सीरीज की शुरुआत में निफ्टी का ओपन इंटरेस्ट (OI) 171 लाख था, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर है और इस समय 79 प्रतिशत का ऊंचा रोलओवर भी देखा गया था।
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी निवेशक (FIIs) ने अक्टूबर सीरीज के 23 में से 17 ट्रेडिंग सत्रों में निफ्टी फ्यूचर्स में बिकवाली की। इसके परिणामस्वरूप, निफ्टी फ्यूचर्स में FIIs का ओपन इंटरेस्ट 4.59 लाख कॉन्ट्रैक्ट से घटकर सीरीज के अंत में 92,232 कॉन्ट्रैक्ट पर आ गया, जो लगभग 80 प्रतिशत की गिरावट है। इसी दौरान FIIs का कुल ओपन इंटरेस्ट सभी इंडेक्स फ्यूचर्स में 52 प्रतिशत तक घट गया।
जेम्स का कहना है कि FIIs ने अपनी पोजीशन्स कम कीं और अपने निवेश को वैश्विक और घरेलू कारणों से दूसरी जगह शिफ्ट किया है। इन कारणों में चीन का प्रोत्साहन पैकेज, अमेरिका के चुनाव और डेरिवेटिव बाजार में बदलाव शामिल हैं।
अक्टूबर सीरीज की शुरुआत में FIIs का लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात 4.4:1 था, जिसका मतलब है कि हर शॉर्ट पोजीशन पर उनके पास चार लॉन्ग पोजीशन्स थीं। लेकिन सीरीज के अंत तक यह अनुपात घटकर 0.3:1 रह गया, यानी अब हर एक लॉन्ग पोजीशन के मुकाबले तीन शॉर्ट पोजीशन्स हैं।
अक्टूबर के दौरान FIIs ने तेजी से बिकवाली की और अपने लॉन्ग-शॉर्ट अनुपात को 80 प्रतिशत लॉन्ग से घटाकर 22 प्रतिशत कर दिया। जेम्स ने बताया कि आमतौर पर यह अनुपात 20-30 के स्तर पर समर्थन पाता है जबकि इसका प्रतिरोध 70-80 के स्तर पर होता है। 73 प्रतिशत का रोलओवर सामान्य है, लेकिन वर्तमान में ओपन इंटरेस्ट 115 लाख शेयर है, जो नवंबर 2023 के बाद का सबसे कम स्तर है। इससे संकेत मिलता है कि यहां मुनाफावसूली हुई है, न कि नई शॉर्ट पोजीशन्स बनाई गई हैं।
नवंबर सीरीज की शुरुआती दिनों में निफ्टी फ्यूचर्स में अस्थिरता देखी जा रही है और यह लगभग 24,200 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जो सीरीज की शुरुआत का स्तर है।