NFO Alert: जीएसटी दरों में बड़ी कटौती से कंजम्प्शन में तेजी आने की उम्मीद जताई जा रही है। इस थीम पर निवेशकों की रुचि भी बढ़ गई है। इस बीच, ऐसे माहौल में अगले हफ्ते कंजम्प्शन थीम पर फोकस करने वाले दो न्यू फंड ऑफर (NFO) लॉन्च होने वाले हैं। इनमें से एक फंड मोतीलाल ओसवाल और दूसरा इन्वेस्को म्युचुअल फंड लेकर आ रहा है। मोतीलाल ओसवाल का कंजम्प्शन फंड 1 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। वहीं, इन्वेस्को के नए फंड में सब्सक्रिप्शन 3 अक्टूबर से चालू होगा। अगर आप इन फंड्स पर दांव लगाने की सोच रहे हैं तो इनके बारे में जरूरी डिटेल जानना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए, इन फंड्स पर एक नजर डालते है..
मोतीलाल ओसवाल कंजम्पशन फंड एक ओपन एंडेड इक्विटी थीमैटिक फंड है। यह फंड 1 अक्टूबर, 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। निवेशक 15 अक्टूबर, 2025 तक इस फंड में पैसा लगा सकते है। इस फंड में निवेशक मिनिमम 500 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। इस स्कीम में कोई लॉक इन पीरियड नहीं। हालांकि 3 महीने से पहले निवेश भुनाने पर 1% का एग्जिट लोड देना होगा।
निकेत शाह, वरुण शर्मा, राकेश शेट्टी और भालचंद्र शिंदे इस स्कीम के फंड मैनेजर्स हैं। इस फंड का बेंचमार्क NIFTY India Consumption TRI है। रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत अधिक जोखिम (very high risk) की कैटेगरी में रखा गया है।
इन्वेस्को इंडिया कंजम्पशन फंड एक ओपन एंडेड इक्विटी थीमैटिक फंड है। यह फंड 3 अक्टूबर, 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। निवेशक 17 अक्टूबर, 2025 तक इस फंड में पैसा लगा सकते है। इस फंड में निवेशक मिनिमम 1,000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। इस स्कीम में कोई लॉक इन पीरियड नहीं। हालांकि 3 महीने से पहले पैसा निकालने पर 0.5% का एग्जिट लोड देना होगा।
मनीष पोद्दार और अमित गनात्रा इस स्कीम के फंड मैनेजर्स हैं। इस फंड का बेंचमार्क NIFTY India Consumption TRI है। रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत अधिक जोखिम (very high risk) की कैटेगरी में रखा गया है।
कंजम्प्शन थीम वाले म्युचुअल फंड्स आम तौर पर फास्ट-मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG), कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, ऑटो, रिटेल और होटल जैसे सेक्टर्स में निवेश करते हैं। हाल ही में जीएसटी दरों में कटौती के कारण इन सेक्टर्स में काम करने वाली कंपनियों को फायदा मिलने की उम्मीद की जा रही है। ये दोनों फंड्स भी इस थीम से जुड़े कंपनियों के शेयरों और दूसरे इक्विटी रिलेटेड इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश कर लॉन्ग टर्म में कैपिटल ग्रोथ हासिल करने की कोशिश करेंगे।
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कंजम्पशन फंड लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए बेहतर माने जाते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो पांच साल या उससे ज्यादा समय तक निवेश करना चाहते हैं। चूंकि ये थीमैटिक प्रोडक्ट्स हैं, इनमें डाइवर्सिफिकेशन की कमी होती है। आमतौर पर, जब ग्रोथ धीमी पड़ती है या महंगाई और ब्याज दरें बढ़ती हैं, तब ये पिछड़ सकते हैं।
(डिस्क्लेमर: यहां NFO की जानकारी दी गई है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)