म्युचुअल फंडों (एमएफ) के नए निवेशक जोड़ने की रफ्तार हाल के महीनों में काफी सुस्त पड़ गई है। इससे संकेत मिलता है कि बाजार में गिरावट और उतार-चढ़ाव बढ़ने से इक्विटी योजनाओं का आकर्षण कुछ हद तक प्रभावित होता है। म्युचुअल फंडों ने अप्रैल में सिर्फ 3 लाख नए निवेशक जोड़े जो 22 महीने में सबसे कम है। इससे पिछले 12 महीने में निवेशक संख्या औसतन हर महीने 96 लाख तक बढ़ी थी।
खास निवेशकों की कुल संख्या की गणना कुल स्थायी खाता संख्या (पैन) रजिस्ट्रेशन के आधार पर की जाती है। अप्रैल 2025 के अंत तक, उद्योग में 5.46 करोड़ यूनिक निवेशक थे। फंड अधिकारियों के अनुसार हाल के महीनों में नए निवेशकों की संख्या में गिरावट काफी हद तक इक्विटी बाजार में उतार-चढ़ाव की वजह से आई है।
ऐक्सिस एएमसी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी बी गोपकुमार ने कहा, ‘नए निवेशक जुड़ने की रफ्तार इक्विटी बाजार की दिशा से प्रभावित होती है। जैसे-जैसे बाजार स्थिर होगा, नए निवेशकों में फिर से इजाफा हो जाएगा।’
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में इक्विटी बाजार की गिरावट ने पिछले रिटर्न चार्ट में इक्विटी म्युचुअल फंडों के प्रदर्शन को प्रभावित किया, खासकर एक साल के प्रदर्शन को। डीमैट खातों में वृद्धि अप्रैल में 20 लाख के साथ 23 महीने के निचले स्तर पर आ गई।
नए निवेशक जोड़ने में अहम योगदान देने वाली नई फंड पेशकशों (एनएफओ) में भी हाल के महीनों में गिरावट आई है। अप्रैल में सिर्फ एक सक्रिय इक्विटी योजना ने एनएफओ अवधि पूरी की और महज 171 करोड़ रुपये जुटाए। सभी श्रेणियों में पेशकशों की कुल संख्या 7 रही और इनके जरिये 350 करोड़ रुपये जुटाए गए।
इसकी तुलना में वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में हर महीने औसतन 25 एनएफओ आए और उनके जरिये 6,000 करोड़ रुपये जुटाए गए।
सितंबर 2024 के आखिरी सप्ताह में शुरू हुई इक्विटी बाजार की गिरावट अगले 6 महीनों तक बरकरार रही और प्रमुख सूचकांक अक्टूबर 2024 से फरवरी 2025 तक लगातार पांच महीने तक लाल निशान में बने रहे। मार्च से बाजार मासिक आधार पर तेजी दर्ज कर रहा है। लेकिन उतार-चढ़ाव बना हुआ है।
हालांकि मंदी के कारण इक्विटी फंडों में निवेश और नए निवेशकों की संख्या में गिरावट आई। लेकिन मौजूदा रिटेल निवेशकों की भागीदारी मजबूत बनी हुई है। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) से निवेश पिछले महीनों में थोड़ा कमजोर होने के बाद अप्रैल में 26,632 करोड़ रुपये के नए ऊंचे स्तर पर पहुंच गया। एसआईपी खातों से जुड़ीं एयूएम भी अप्रैल में 13.9 लाख करोड़ रुपये की नई ऊंचाई पर पहुंच गईं।
आशिका ग्लोबल फैमिली ऑफिस सर्विसेज के सह-संस्थापक अमित जैन ने कहा, ‘पिछले महीने रिकॉर्ड एसआईपी निवेश के बावजूद नए म्युचुअल फंड निवेशकों की संख्या में गिरावट यह दर्शाती है कि जहां मौजूदा निवेशक बने हुए हैं, वहीं नए इससे जुड़ने में सतर्कता बरत रहे हैं।’
एप्सिलॉन मनी के सह-संस्थापक और मुख्य कार्याधिकारी अभिषेक देव ने कहा कि भले ही हाल के महीनों में नए निवेशकों की संख्या में वृद्धि कमजोर पड़ी है, लेकिन दीर्घावधि परिदृश्य मजबूत बना हुआ है।