Representative image
Motilal Oswal MF: मोतिलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड (MOMF) ने अपना नया फंड ऑफर (NFO) ‘मोतिलाल ओसवाल इनोवेशन अपॉर्च्युनिटीज फंड’ लॉन्च किया है। यह एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो इनोवेशन थीम को फॉलो करेगी। इस फंड का नया फंड ऑफर (NFO) 29 जनवरी 2025 से 12 फरवरी 2025 तक खुला रहेगा।
इस फंड का मकसद लॉन्ग-टर्म कैपिटल एप्रिसिएशन (लंबे समय में पूंजी वृद्धि) हासिल करना है, हालांकि निवेश पर गारंटी नहीं दी जा सकती कि यह लक्ष्य पूरा होगा। यह स्कीम इक्विटी स्कीम – सेक्टोरल/थीमैटिक कैटेगरी में आती है, यानी इसका निवेश एक खास सेक्टर या थीम से जुड़ा होगा। अगर आप इनोवेशन और नई टेक्नोलॉजी वाली कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं, तो यह फंड आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, निवेशकों को यह ध्यान रखना होगा कि इस फंड के रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है।
यह भी पढ़ें: UTI MF NFO: मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में निवेश का मौका…वो भी बिना लॉक-इन और एग्जिट चार्ज के; 1000 रुपये से करें शुरुआत
मोतिलाल ओसवाल इनोवेशन अपॉर्च्युनिटीज फंड एक ऐसा इन्वेस्टमेंट फंड है जो नए ट्रेंड्स और इनोवेटिव कंपनियों में निवेश करके लॉन्ग-टर्म ग्रोथ का मौका देता है। यह फंड निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स को बेंचमार्क के रूप में अपनाता है और किसी भी साइज की कंपनियों में निवेश कर सकता है।
इस फंड की इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी खास है। यह करीब 35 कंपनियों में निवेश करेगा, जो इनोवेशन पर फोकस करती हैं और भविष्य में ग्रोथ का अच्छा मौका दे सकती हैं। इसमें हाई-एक्टिव शेयर और हाई-कॉन्फिडेंस अप्रोच अपनाई जाएगी, जिससे मजबूत और डिसरप्टिव कंपनियों को चुना जाएगा। यह बॉटम-अप इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी पर काम करेगा, यानी कंपनियों की इंडिविजुअल परफॉर्मेंस और क्षमता को ध्यान में रखकर स्टॉक्स चुने जाएंगे।
यह फंड एक ‘एंटी-फ्रैजाइल’ पोर्टफोलियो बनाना चाहता है, जो मार्केट के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रहे और इससे फायदा भी उठा सके। यह फंड उन लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए सही है, जो इनोवेटिव कंपनियों और नए ट्रेंड्स में निवेश करके अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं। अगर आप इक्विटी या इक्विटी से जुड़े इन्वेस्टमेंट में रुचि रखते हैं और बाजार में हो रहे बदलावों का फायदा उठाना चाहते हैं, तो यह फंड आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
यह भी पढ़ें: Kotak NFO: भारत का पहला MSCI-ट्रैकिंग ETF लॉन्च, सिर्फ ₹5,000 से शुरू कर सकते हैं निवेश; किसे लगाना चाहिए पैसा
मोतिलाल ओसवाल इनोवेशन अपॉर्च्युनिटीज फंड में निवेश की शुरुआत 500 रुपये से की जा सकती है, जो लंपसम इन्वेस्टमेंट और SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) दोनों के लिए लागू है। डेली SIP के लिए 100 रुपये से शुरुआत हो सकती है, जबकि वीकली, फोर्टनाइटली और मंथली SIP के लिए 500 रुपये का मिनिमम अमाउंट तय किया गया है। क्वार्टरली SIP के लिए 1,500 रुपये और एनुअल SIP के लिए 6,000 रुपये से इन्वेस्टमेंट शुरू किया जा सकता है।
अगर SIP की तारीख नहीं दी गई, तो हर महीने की 7 तारीख को ऑटोमैटिक प्रोसेस किया जाएगा। यदि चुनी गई तारीख हॉलिडे या नॉन-बिजनेस डे पर आती है, तो ट्रांजैक्शन अगले बिजनेस डे पर होगा। डिफॉल्ट SIP फ्रीक्वेंसी मंथली होगी।
रिडेम्पशन/स्विच आउट के लिए 500 रुपये या अकाउंट बैलेंस (जो भी कम हो) लागू होगा। अतिरिक्त निवेश भी 500 रुपये से शुरू किया जा सकता है। पोस्ट डेटेड चेक स्वीकार नहीं किए जाएंगे। SEBI के गाइडलाइंस के अनुसार, कुछ AMC के नामित कर्मचारियों के लिए मिनिमम इन्वेस्टमेंट रूल्स लागू नहीं होंगे।
यह भी पढ़ें: Banking sector funds: बैंकिंग सेक्टर फंड्स में बड़ा मौका! कोविड के बाद सबसे सस्ती वैल्यूएशन, जानें एक्सपर्ट्स की राय
भारत इनोवेशन के मामले में लगातार आगे बढ़ रहा है। 2013 में ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (Global Innovation Index) में 66वें स्थान से अब 2024 में 39वें स्थान पर पहुंच गया है। इसके साथ ही, ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स (Global Unicorn Index) में तीसरा स्थान हासिल किया है।
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (MOAMC) के एमडी और सीईओ प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि यह बदलाव डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, स्टार्टअप इकोसिस्टम की ग्रोथ, ग्रीन एनर्जी एडॉप्शन और सरकार की PLI, मेक इन इंडिया जैसी स्कीम्स से संभव हुआ है। उन्होंने कहा, “भारत की सही डेमोग्राफिक्स, बदलते कंज्यूमर बिहेवियर और बढ़ती डिस्पोजेबल इनकम के कारण देश इनोवेशन के नए मुकाम पर पहुंचने की ओर बढ़ रहा है। इससे इनोवेटिव और डिसरप्टिव कंपनियों में निवेश के बड़े मौके मिलेंगे।”
मोतिलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर निकेत शाह ने कहा कि इनोवेशन फंड खासतौर पर उन निवेशकों के लिए डिजाइन किया गया है, जो इंडिया की ग्रोथ स्टोरी में ट्रांसफॉर्मेटिव अपॉर्च्युनिटीज़ का फायदा उठाना चाहते हैं। यह फंड उन कंपनियों, सेक्टर्स या इकॉनमी में आने वाले चैलेंज या अपॉर्च्युनिटीज़ को कैपिटलाइज़ करने पर फोकस करेगा, जहां हमारी रिसर्च एक्सपर्टीज़ काम आ सके।
इस फंड की इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी ‘QGLP’ (क्वालिटी, ग्रोथ, लॉन्गेविटी और प्राइस) फिलॉसफी पर बेस्ड होगी। यानी, इसमें उन्हीं कंपनियों में इन्वेस्टमेंट होगा, जो ROCE/ROE के लिए तय मिनिमम थ्रेशहोल्ड को पूरा करती हों, जिससे लॉन्ग-टर्म ग्रोथ सुनिश्चित हो सके।
अलोकेशन कैसे होगा?
65% इन्वेस्टमेंट इन-हाउस थीम्स में होगा।
25% इन्वेस्टमेंट हाउस के बाहर की थीम्स में किया जाएगा।
10% रिस्क मिटीगेशन के लिए रिजर्व रहेगा।
यह फंड अस्थायी डिसरप्शन को एक मौके की तरह देखने और उससे ग्रोथ निकालने की स्ट्रैटेजी अपनाएगा, जिससे लॉन्ग-टर्म वैल्यू क्रिएट की जा सके।
इस फंड को निकेत शाह (चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर, फंड मैनेजर), अतुल मेहरा (फंड मैनेजर), राकेश शेट्टी (फंड मैनेजर – डेट कंपोनेंट) और सुनील सावंत (फंड मैनेजर – ओवरसीज कंपोनेंट) मैनेज करेंगे।
(*डिस्कलेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)