Jio BlackRock Flexi Cap Fund: अगर आप भी जियो ब्लैकरॉक म्युचुअल फंड के नए फंड (NFO) जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप में सब्सक्रिप्शन शुरू होने की ब्रेसबी से राह देख रहे हैं तो अब आपके इंतजार की घड़ियां समाप्त हो गई है। AMC ने जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड के लिए NFO की तारीखों का ऐलान कर दिया है। जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड का NFO 23 सितंबर, 2025 को खुलेगा और 7 अक्टूबर, 2025 को बंद होगा। AMC का कहना है कि जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड भारत का पहला एक्टिव इक्विटी फंड होगा जो ब्लैकरॉक के “सिस्टेमैटिक एक्टिव इक्विटी (SAE) से चलेगा।
जियो ब्लैकरॉक म्युचुअल फंड ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “सिस्टमैटिक एक्टिव इक्विटी (SAE) ब्लैकरॉक का खास इन्वेस्टमेंट तरीका है, जिसमें सिग्नल्स को निवेश के मौकों में बदला जाता है।”
इसके साथ ही पोस्ट में कहा गया, “यहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मानवीय अनुभव (human expertise) साथ आते हैं। पारंपरिक और वैकल्पिक डाटा मिलकर बेहतर निवेश के मौके ढूंढ़ते हैं।”
फंड का नाम- जिओब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड।
फंड टाइप- ओपन-एंडेड फ्लेक्सी कैप इक्विटी स्कीम।
सब्सक्रिप्शन- 23 सितंबर, 2025 से शुरू होगा और 7 अक्टूबर, 2025 को बंद होगा।
मिनिमम निवेश- 500 रुपये और उसके बाद किसी भी अमाउंट में निवेश।
मिनिमम SIP निवेश- 500 रुपये और उसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में।
इन्वेस्टमेंट ऑप्शन- सिर्फ डायरेक्ट प्लान और ग्रोथ ऑप्शन के साथ।
एग्जिट लोड: कुछ नहीं।
बेंचमार्क: Nifty 500 TRI
रिस्क लेवल: बहुत ज्यादा
फंड मैनेजर- तन्वी कचेरिया और सलिल चौधरी
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स्कीम इन्फॉर्मेशन डॉक्यूमेंट (SID) के अनुसार, जियो ब्लैकरॉक फ्लेक्सी कैप फंड का उद्देश्य इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में विभिन्न मार्केट कैपिटलाइजेशन के तहत निवेश कर लॉन्ग टर्म में कैपिटल बनाना है। निवेश का मकसद हासिल करने के लिए यह स्कीम एक्टिव इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी पर चलेगी। शेयरों को चुनने और पोर्टफोलियो बनाने के लिए एक व्यवस्थित सिस्टम को अपनाया जाएगा।
फंड अपने निवेश का 65-100% हिस्सा लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप कंपनियों के इक्विटी और इक्विटी से जुड़े इंस्ट्रूमेंट में लगाएगा। इसके अलावा, 0-35% हिस्सा डेट और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में और 0-10% हिस्सा रिट्स (REITs) और इनविट्स (InvITs) के यूनिट्स में निवेश किया जाएगा।
फंड हाउस के मुताबिक, यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर साबित हो सकती है जो लॉन्ग टर्म में कैपिटल ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं और लार्ज-कैप, मिड-कैप और स्मॉल-कैप शेयरों से जुड़े इक्विटी और उससे जुड़ी इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना चाहते हैं। रिस्कोमीटर पर इस स्कीम को बहुत ज्यादा जोखिम की कैटगरी में रखा गया है।
(डिस्क्लेमर: यहां NFO की डीटेल दी गई है। ये निवेश की सलाह नहीं है। म्युचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें।)