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बाजार को महंगाई, मूल्यांकन की चिंता

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 12, 2022 | 12:06 AM IST

बेंचमार्क सूचकांकों में लगातार दूसरे दिन गिरावट आई क्योंकि निवेशकों ने बढ़ती महंगााई का कंपनियों की आय पर पडऩे वाले असर का आकलन किया। बॉन्ड प्रतिफल और जिंसों की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच मूल्यांकन की चिंता से भी कुछ मुनाफावसूली हुई क्योंकि हाल के हफ्तों में बाजार में काफी तेजी आई है।
सेंसेक्स 456 अंक टूटकर 61,260 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 152 अंकों की गिरावट के साथ 18,266 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 लगातार दूसरे दिन 2.2 फीसदी फिसल गया और उसमें शमिल 77 शेयर टूटे। निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 2.7 फीसदी की गिरावट आई जबकि इससे पिछले कारोबारी सत्र में यह 1.7 फीसदी टूटा था।
विश्लेषकों ने कहा कि हिंदुस्तान यूनिलीवर और नेस्ले इंडिया जैसी कंपनियों ने जिस तरह की महंगाई का दबाव देखा है उसने बाजार को आय की बढ़त को लेकर अपने अनुमान में कमी लानी पड़ी है। मेटल शेयर टूटे क्योंंकि आम धातुओं की कीमतें घटीं जब चीन ने ऊर्जा संकट को थामने के लिए कदमों की घोषणा की, जिसने वैश्विक स्तर पर जिंसों की कीमतें बढ़ाई है। बीएसई मेटल इंडेक्स 2.3 फीसदी टूटा और वेदांत व हिंडाल्को में करीब 4-4 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई।
अब तक हुई नतीजे की घोषणा मिश्रित रहे हैं। निफ्टी-50 फर्मों में आठ मेंं से एक ने आय दर्ज की है, चार ने विश्लेषकों के अनुमान को पीछे छोड़ा है, वहीं दो ने अनुमान को पूरा किया है और दो ने निराश किया है। जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, बाजार की मौजूदा गिरावट जरूरत से ज्यादा प्रतिक्रिया के कारण नहींं है और उच्च मूल्यांकन के कारण अल्पावधि में टिकी रह सकती है।
वैश्विक स्तर पर सितंबर तिमाही के नतीजे के सीजन ने उच्च महंगाई, बेरोजगारी व स्थिर मांग (स्टैगफ्लेशन) के डर को सुर्खियों में ला दिया है। ऊर्जा की बढ़ती लागत और केंद्रीय बैंकों के घटते समर्थन से निवेशकों की जोखिम उठाने की क्षमता पर असर पड़ा है। यूएस फेडरल रिजर्व अगले महीने से बॉन्ड खरीद कार्यक्रम में कटौती लाना शुरू करने वाला है। हालांकि अमेरिकी केंद्रीय बैंक ने संकेत दिया है कि ब्याज दरों में बढ़ोतरी बहुत जल्दी नहीं होगी।
इंडिया वीआईएक्स इंडेक्स 5.4 फीसदी बढ़कर 18.3 पर पहुंच गया, जो आने वाले दिनों में और उतारचढ़ाव के संकेत दे रहा है। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष अजित मिश्रा ने कहा, आय सीजन की सुस्त शुरुआत ने मुनाफावसूली की हवा दी है और वैश्विक संकेतक भी उत्साहजनक नहीं रहे हैं। आने वाले दिनों में हमें उम्मीद है कि उतारचढ़ाव जारी रहेगा क्योंंकि साप्ताहिक एक्सपायरी होगी और सूचकांक की कुछ दिग्गज कंपनियां नतीजे घोषित करेंगी। बुद्धिमानी कुछ समय तक उधार पर खरीदारी से बचने की है और बाजार को स्थिर होने देने में है।
बाजार में चढऩे व गिरने वाले शेयरों का अनुपात नकारात्मक रहा और बीएसई पर 2,322 शेयर टूटे जबकि 978 शेयरों में बढ़ोतरी हुई। बीएसई पर 311 शेयर लोअर सर्किट के चपेट में आए। सेंसेक्स के शेयरों में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली टाइटन में 3 फीसदी की गिरावट आई। हिंदुस्तान यूनिलीवर 2.6 फीसदी टूटा, बजाज फिनसर्व में 2.4 फीसदी और एनटीपीसी में 2.3 फीसदी की गिरावट आई। भारती एयरटेल और एसबीआई में सबसे ज्यादा  क्रमश: 4 फीसदी व 2.7 फीसदी की उछाल आई।

First Published : October 20, 2021 | 11:42 PM IST