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बाजार हलचल: IPO में सुस्ती, ग्रे मार्केट प्रभावित; तीन साल के कमजोर प्रदर्शन के बाद चढ़ने लगे DMart के शेयर

भारती हेक्साकॉम के शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम अभी 7 फीसदी से भी कम है। थोक सौदों को न देखें, सतर्कता से बढ़ें

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समी मोडक   
सुन्दर सेतुरामन   
मयंक पटवर्धन   
Last Updated- March 31, 2024 | 11:42 PM IST

एवेन्यू सुपरमार्ट्स (डीमार्ट) का शेयर पिछले महीने 15 फीसदी उछल गया जबकि बेंचमार्क निफ्टी में स्थिरता रही। तीन साल के कमजोर प्रदर्शन के बाद इस शेयर को फंडामेंटल व तकनीकी विश्लेषकों की अनुकूल टिप्पणी मिली है।

इलारा कैपिटल के नोट में कहा गया है कि अक्टूबर 2021 के बाद डीमार्ट 52 हफ्ते के उच्चस्तर पर पहली बार पहुंचा है। यह खरीदारी का मजबूत संकेतक है जो नवंबर 2020 के बाद उभरा है।

मंदी के दौर में इस शेयर की कीमत साल 2022 के मध्य में 3,200 रुपये के निचले स्तर पर चली गई थी जो पिछले तेजी के दौर के दो तिहाई हिस्से की वापसी बताती है। अल्पावधि में यह 5,000 रुपये पर पहुंचने का अनुमान है जिसके बाद मध्य अवधि में यह 5,800 रुपये के स्तर को छू लेगा।

आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के नोट में भी कहा गया है कि उम्मीद है कि मध्य अवधि में नेस्ले के मुकाबले डीमार्ट का प्रदर्शन उम्दा रहेगा क्योंकि दोनों के मूल्यांकन का अंतर कम हुआ है।

आईपीओ में सुस्ती, ग्रे मार्केट प्रभावित

भारती हेक्साकॉम के शेयर का ग्रे मार्केट प्रीमियम अभी 7 फीसदी से भी कम है। अगर ग्रे मार्केट की गतिविधियों को संकेतक मानें तो भारती एयरटेल की सहायक 610 रुपये में सूचीबद्ध हो सकती है जो उसके कीमत दायरे 542-610 रुपये से मामूली ही ऊपर है।

बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि मुख्य प्लेटफॉर्म और एसएमई प्लेटफॉर्म पर जीएमपी और कुल गतिविधियां पिछले महीने नरम हुई हैं। स्मॉलकैप में बिकवाली, मार्च में नई सूचीबद्धता के कमजोर प्रदर्शन और नियामकीय जांच में इजाफे को मनोबल में हुए बदलाव की वजह बताई जा रही है। इससे आने वाले आईपीओ पर असर पड़ने की आशंका है। बाजार के प्रतिभागियों को उम्मीद है कि अप्रैल में कुछ ही कंपनियां बाजार में आईपी​ओ उतारेंगी।

थोक सौदों को न देखें, सतर्कता से बढ़ें

ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज का शेयर पिछले दो कारोबारी सत्र में चढ़ गया। इसका कारण थोक सौदे के आंकड़े का खुलासा होना रहा। इसके अनुसार पीपीएफएएस म्युचुअल फंड (जो वैल्यू इन्वेस्टिंग के लिए जाना जाता है) ने जी में 0.65 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है।

मंगलवार को 139 रुपये पर बंद होने के बाद गुरुवार को यह शेयर करीब 4 फीसदी उछलकर 145 रुपये पर पहुंच गया लेकिन इसके पहरले यह कई साल के निचले स्तर 138.6 रुपये पर बंद हुआ था। बाजार पर नजर रखने वालों ने पाया है कि थोक सौदे के बाद डेटा पर निगाह रखने वाले निवेशक पिटे हुए शेयर खरीदने के लिए दौड़ पड़े। लेकिन ऐसा संकेतक गलत भी हो सकता है।

पीपीएफएएस ने बाद में स्पष्ट किया कि पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड ने थोक सौदे के तहत ज़ी के शेयर खरीदे हैं और यह आर्बिट्रेज वाला सौदा था। आर्बिट्रेज सौदे का मतलब होता है जब फंड हाउस एक एक्सचेंज पर खरीदकर दूसरे एक्सचेंज पर बेचता है या एक में नकदी में खरीदकर दूसरे में डेरिवेटिव में बेचता है ताकि कीमतों में अंतर का फायदा उठाया जा सके।

First Published : March 31, 2024 | 9:40 PM IST