विदेशी पूंजी निकासी की चिंताओं तथा रुपये के रिकॉर्ड निम्न स्तर पर पहुंचने से मुनाफावसूली को बढ़ावा मिला और इस वजह से मंगलवार को भारत के शेयर बाजारों में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गई।
निफ्टी 0.55 फीसदी गिरकर 26,032.2 पर और सेंसेक्स 0.59 फीसदी की नरमी के साथ 85,138.27 पर बंद हुआ। बेहतर आय, स्थिर वृद्धि और सहायक मौद्रिक एवं राजकोषीय नीतियों के चलते पिछले हफ्ते सूचकांक 14 महीनों के बाद रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे थे।
16 प्रमुख क्षेत्रों में से 15 के सूचकांक टूटे। स्मॉलकैप और मिडकैप में क्रमश: 0.6 फीसदी व 0.2 फीसदी की गिरावट आई।
विदेशी निवेशकों ने लगातार तीन दिनों तक भारतीय शेयरों की बिकवाली की है, जिससे भारतीय रुपये पर भी दबाव पड़ा है, जो स्थानीय हाजिर बाजार बंद होने के बाद अंतर-बैंक ऑर्डर मिलान प्रणाली पर 90 अमेरिकी डॉलर तक कमजोर हो गया।
चोलामंडलम सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च प्रमुख धर्मेश कांत ने कहा, हमारा अनुमान है कि निकट भविष्य में प्रमुख उत्प्रेरकों के अभाव के कारण बाजार सीमित दायरे में रहेगा जबकि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते का इंतजार लंबा होता जा रहा है। निवेशक शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक के नीतिगत निर्णय का भी इंतजार कर रहे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि मजबूत आर्थिक विकास के कारण ब्याज दरें स्थिर रह सकती हैं।
उच्च-भारांक वाले वित्तीय शेयरों में 0.9 फीसदी की गिरावट आई, जिसका कारण प्रमुख निजी ऋणदाता एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक रहे, जिनमें 1.2 फीसदी-1.2 फीसदी की गिरावट आई। पिछले चार हफ्तों में वित्तीय शेयरों में 2.8 फीसदी की वृद्धि हुई थी।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया द्वारा सूचकांक में शीर्ष तीन ऋणदाताओं का भारांश 43 फीसदी पर सीमित करने के बाद निफ्टी बैंक सूचकांक में उनके भारांश में संभावित गिरावट के कारण शेयरों पर दबाव था।
व्यक्तिगत शेयरों की बात करें तो बाजार मूल्य से कम पर कई ब्लॉक डील के बाद बजाज हाउसिंग फाइनैंस के शेयर 7 फीसदी से ज्यादा गिर गए। मूल कंपनी बजाज फाइनैंस ने कहा कि उसने हाउसिंग फाइनैंस कंपनी की 2 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी।
नवजात शिशुओं के उपचार की दवा सेजाबी से संबंधित प्राथमिकता समीक्षा वाउचर के संबंध में अमेरिकी अदालत से अनुकूल निर्णय मिलने के बाद सन फार्मा एडवांस्ड रिसर्च के शेयरों में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई, जिससे कंपनी को नियामक समीक्षा में तेजी लाने में मदद मिलेगी।