facebookmetapixel
Tata Trusts: कार्यकाल खत्म होने से पहले वेणु श्रीनिवासन बने आजीवन ट्रस्टी, अब मेहली मिस्त्री पर टिकी निगाहेंMidwest IPO: 24 अक्टूबर को होगी लिस्टिंग, ग्रे मार्केट से मिल रहे पॉजिटिव संकेत; GMP ₹100 पर पंहुचाUpcoming IPOs: आईपीओ मार्केट में फिर गर्माहट, सेबी ने ₹3500 करोड़ के सात नए आईपीओ को दी मंजूरीसत्य नडेला की कमाई बढ़कर हुई ₹800 करोड़, 90% हिस्सा सिर्फ शेयरों सेट्रंप ने दी दीपावली की बधाई, मोदी बोले – आपके कॉल के लिए धन्यवाद, दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएंआरबीआई बदल सकता है नियम, बैंक बिना पूर्व अनुमति बना सकेंगे सहायक कंपनियांप्रवासी भारतीयों ने कम भेजा धन, अप्रैल-जुलाई के दौरान घटकर 4.7 अरब डॉलरक्या मोदी जाएंगे कुआलालंपुर? पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भागीदारी को लेकर सस्पेंस बरकरारउपेंद्र कुशवाहा बोले – नीतीश ही रहेंगे NDA का चेहरा, बिहार चुनाव में नेतृत्व को लेकर नहीं कोई मतभेदकोविड के बाद मांग में उछाल से कंपनियों का मुनाफा तीन गुना बढ़ा

IPO लाने में मदद करेगा स्टार्टअप गठबंधन, लॉन्च किया सेंटर फॉर न्यू-एज पब्लिक कंपनीज प्लेटफॉर्म

ऐसी करीब 40 कंपनियों का मूल्यांकन 90 अरब डॉलर के पार पहुंच चुका है और वे जल्द ही सूचीबद्ध होने की तैयारी कर रही हैं।

Last Updated- July 17, 2025 | 10:32 PM IST
IPO

प्रमुख भारतीय स्टार्टअप के एक गठबंधन ने तेजी से उभरती देसी कंपनियों को आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में मार्गदर्शन करने के लिए एक नया प्लेटफॉर्म तैयार किया है। ऐसी करीब 40 कंपनियों का मूल्यांकन 90 अरब डॉलर के पार पहुंच चुका है और वे जल्द ही सूचीबद्ध होने की तैयारी कर रही हैं।

पचास से अधिक कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले स्टार्टअप पॉलिसी फोरम (एसपीएफ) ने मुंबई में आयोजित एक बैठक के दौरान सेंटर फॉर न्यू-एज पब्लिक कंपनीज (सीएनपीसी) प्लेटफॉर्म का उद्घाटन किया। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडेय भी बैठक में शामिल हुए। इसके अलावा 20 स्टार्टअप संस्थापक भी शामिल हुए।

यह पहल ऐसे समय में की गई है जब भारत के पूंजी बाजार की रफ्तार वैश्विक सूचकांकों से अ​धिक दिख रही है। इससे घरेलू स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन रही हैं। इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य निजी से सार्वजनिक कंपनी बनने की जटिलताओं से जूझ रही स्टार्टअप्स की मदद करना है। आम तौर पर कंपनियों के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण पड़ाव होता है जो प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ है।

इस केंद्र का उद्देश्य इन फर्मों के सामने आने वाली विशिष्ट विनियामक, प्रशासन और बाजार-तैयारी चुनौतियों का समाधान करना है। इससे नए जमाने की कंपनियों, नियामकों, संस्थागत निवेशकों, स्टॉक एक्सचेंजों, बैंकरों, नीति निर्माताओं और परिवेश के अन्य प्रतिभागियों के बीच सहयोगात्मक माहौल को भी बढ़ावा मिलेगा।

स्टार्टअप पॉलिसी फोरम की अध्यक्ष एवं सीईओ श्वेता राजपाल कोहली ने कहा, ‘भारत के पूंजी बाजारों में ढांचागत बदलाव दिख रहा है, जहां नए जमाने की और प्रौद्योगिकी से संचालित कंपनियां अपने आईपीओ के साथ निवेशकों को आक​र्षित कर रही हैं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘यह केंद्र नए जमाने की कंपनियों को पूंजी बाजार में प्रवेश करने और फलने-फूलने के लिए माहौल को बेहतर बनाएगा।’

यह पहल ऐसे समय में की गई है जब भारत का स्टार्टअप परिवेश परिपक्व होता दिख रहा है। कंपनियां कभी सार्वजनिक होने के लिए अमेरिकी बाजार की ओर देखती थीं, लेकिन वे अब निवेशकी की बढ़ती दिलचस्पी के बीच घरेलू बाजार में सूचीबद्ध हो रही हैं।

नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के एमडी एवं सीईओ आ​शिष चौहान ने कहा, ‘सार्वजनिक बाजारों में नए जमाने की कंपनियों का उभरना एक महत्त्वपूर्ण बदलाव है।’ उन्होंने कहा, ‘सीएनपीसी जैसी पहल बेहतर प्रशासन, पारदर्शिता और पूंजी बाजार की तैयारी को बढ़ावा देगी। साथ ही इससे खुदरा एवं संस्थागत निवेशकों के बीच विश्वास को बढ़ावा मिलेगा।’

First Published - July 17, 2025 | 10:20 PM IST

संबंधित पोस्ट