NTPC Green Energy IPO: एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी ने मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI), से 10,000 करोड़ रुपये के अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए मंजूरी को तेजी से प्रदान करने की अपील की है।
कंपनी ने पिछले सप्ताह अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) सेबी के पास दाखिल किया था। सामान्य तौर पर सेबी को अपनी अंतिम टिप्पणियां (final observations) देने में 2-4 महीने का समय लगाता है, जिसके कारण IPO की प्रक्रिया में छह महीने से अधिक समय लग जाता है।
लेकिन, सूत्रों ने बताया कि एनटीपीसी ग्रीन अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत में IPO लॉन्च करने की योजना बना रही है और इसे लेकर इन्वेस्टमेंट बैंकर SEBI की मंजूरी को एक महीने के भीतर प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं।
एनटीपीसी ग्रीन को भेजे गए ईमेल का जवाब खबर पब्लिश होने तक नहीं मिला है।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि सेबी की तेज मंजूरी से NTPC Green मौजूदा मार्केट की पॉजिटिविटी का फायदा उठा सकेगी, जिसने अगस्त से अब तक दो दर्जन से अधिक कंपनियों को IPO के माध्यम से 30,000 करोड़ रुपये जुटाने में मदद की है।
एक बैंकर ने कहा, ‘मौजूदा मार्केट माहौल बड़े IPO के लिए अनुकूल है और सरकारी कंपनियों के प्रति भावना विशेष रूप से पॉजिटिव है। कोई भी अपनी ऑफरिंग यानी IPO लॉन्च करना चाहेगा इससे पहले कि बाजार की स्थिति बिगड़े।’
इस वर्ष अब तक Nifty PSE इंडेक्स 40% तक बढ़ चुका है, जो निफ्टी 50 इंडेक्स से बेहतर परफॉर्म कर रहा है। निफ्टी-50 इस समय करीब 20 फीसदी ऊपर है।
नियमों के तहत, अदर कुछ शर्तें पूरी होती हैं, तो सेबी ऑफर डॉक्यूमेंट्स फाइल करने के 30 दिनों के भीतर अपनी टिप्पणियां जारी कर सकता है। इन शर्तों में इन्वेस्टमेंट बैंकरों, अन्य रेगुलेटर्स या एजेंसियों से सेबी की तरफ से मांगी गई स्पष्टीकरण या अतिरिक्त जानकारी का संतोषजनक उत्तर देना शामिल है।
कानूनी विशेषज्ञों (Legal experts) का कहना है कि सेबी की मंजूरी प्राप्त करने के लिए कंपनी को अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) कम से कम 21 दिनों तक पब्लिक डोमेन में रखना जरूरी है ताकि जनता की टिप्पणियां प्राप्त की जा सकें।
IPO का मैनेजमेंट करने वाले एक निवेश बैंकर के अनुसार, अगर सेबी ने कोई बड़ी चिंता नहीं जताई तो NTPC Green को जल्द IPO लाने के लिए मंजूरी मिलने की संभावना है।
2022 में, सेबी ने देश के सबसे बड़े IPO- भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के 20,557 करोड़ रुपये के IPO को 24 दिनों में मंजूरी दी थी। अगर यह सफल रहा, तो NTPC Green का IPO LIC के बाद किसी सरकारी कंपनी की तरफ से आने वाला सबसे बड़ा आईपीओ होगा।
एनटीपीसी ग्रीन का IPO पूरी तरह से फ्रेश इश्यू के जरिये 10,000 करोड़ रुपये का नया फंड जुटाने वाला है और NTPC इसमें कोई हिस्सेदारी नहीं बेच रही है।
तेजी से मंजूरी प्राप्त करने के अलावा, NTPC Green सेबी से कुछ नियामक प्रावधानों में छूट भी मांग रही है, जैसे बोर्ड स्ट्रक्चर, इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स की नियुक्ति और समितियों के गठन से संबंधित नियम। NTPC Green ने इस संबंध में 18 सितंबर को सेबी के पास अप्लीकेशन फाइल किया था, जो उसके DRHP में देखा जा सकता है।
यह उल्लेखनीय है कि LIC ने भी अपने IPO के समय सेबी से विशेष छूट प्राप्त की थी, जिसमें न्यूनतम सार्वजनिक पेशकश (minimum public offer) की जरूरतों और 25 प्रतिशत न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता (minimum public shareholding requirement) हासिल करने के लिए लंबी समयसीमा की छूट शामिल थी।