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IPO: तेजी की डगर से बढ़ी आईपीओ की कामयाबी दर

इस साल अब तक सिर्फ 10 कंपनियों ने सेबी की मंजूरी मिलने के बाद भी आईपीओ पेश करने का समय गुजरने दिया। यह तीन साल का निचला स्तर

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सुन्दर सेतुरामन   
Last Updated- August 27, 2024 | 11:03 PM IST

बाजार की मौजूदा तेजी ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) पेश करने वाली कंपनियों की कामयाबी की दर में इजाफा किया है। ऐसी कामयाबी के बीच सिर्फ 10 कंपनियां ऐसी रहीं जिन्होंने नियामक की मंजूरी के बावजूद आईपीओ पेश नहीं किया। इसकी तुलना में पिछले कैलेंडर वर्ष में मंजूरी के बावजूद आईपीओ पेश नहीं करने वाली कंपनियों की संख्या 39 थी और साल 2022 के दौरान तीस।

पिछले तीन साल में आईपीओ दस्तावेज जमा कराने से लेकर मंजूरी के बाद तय समय पर आईपीओ पेश नहीं करने का अनुपात इस साल सबसे अच्छा रहा। इससे आईपीओ बाजार की तेजी का पता चलता है। बाजार के प्रतिभागी इस कामयाबी दर की वजह सेकंडरी बाजार में अनुकूल मूल्यांकन को बताते हैं। संभावित नई सूचीबद्धता पहले से सूचीबद्ध समकक्ष कंपनियों से संकेत लेती हैं जो ज्यादातर मामले में रिकॉर्ड पीई गुणक पर कारोबार कर रहे हैं।

एसबीआई कैपिटल मार्केट्स के ग्रुप हेड (इक्विटी कैपिटल मार्केट्स) दीपक कौशिक ने कहा कि ऐसा शायद कभी कभार देखने को मिलता है कि मंजूरी मिलने के बाद कोई कंपनी आईपीओ नहीं लाती जबकि बाजार की स्थिति अच्छी हो और मूल्यांकन की उम्मीदें पूरी हो रही हों। उन्होंने कहा कि हमारे पास किसी भी आईपीओ को मंजूरी के बाद पेश नहीं होने का मामला नहीं है। जब एक कंपनी सार्वजनिक बाजार में उतरती है तो मूल्यांकन को लेकर उसकी कुछ निश्चित उम्मीद होती है और उस मूल्यांकन पर आपको मांग मिलनी चाहिए।

नए इश्यू किसी एक क्षेत्र या थीम तक सीमित नहीं है क्योंकि विनिर्माण से लेकर सेवा क्षेत्र की कंपनियों को बाजार स्वीकार कर रहा है। कौशिक ने कहा कि जब अर्थव्यवस्था में तेजी हो और घरेलू उपभोग बढ़ रहा हो तो लाभ में वृद्धि के नजरिए से आप जितने गुणक की मांग करते हैं वह शायद न मिले। मेरा कहना है कि मौजूदा मूल्यांकन बहुत ज्यादा नहीं है और यह इश्यू लाने वालों की उम्मीदों के करीब हैं।

इस साल अब तक निफ्टी ने 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 27.7 फीसदी और निफ्टी मिडकैप 100 में 28.2 फीसदी का इजाफा हुआ है। पिछले साल के पहले आठ महीनों में निफ्टी 6.4 फीसदी चढ़ा था जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 व निफ्टी मिडकैप 100 में 22-22 फीसदी का इजाफा हुआ था।

विगत में भी कुछ कंपनियों ने मंजूरी मिलने के बाद भी आईपीओ पेश करने की अवधि जाया होने दी, लेकिन वे सुधरे हुए माहौल के बीच फिर से आईपीओ लाना चाह रही हैं। सेंट्रम कैपिटल के पार्टनर (इन्वेस्टमेंट बैंकिंग) प्रांजल श्रीवास्तव ने कहा कि इस साल के कुछ इश्यू के लिए दोबारा आवेदन किए गए हैं। कुछ तो दूसरी या तीसरी बार आवेदन कर रहे हैं।

जन स्मॉल फाइनैंस, आधार हाउसिंग फाइनैंस और पॉपुलर व्हीकल्स ऐंड सर्विसेज जैसी फर्मों ने दोबारा आईपीओ आवेदन किया और अपने आईपीओ पूरे किए। गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस और ब्रेनबीज सॉल्युशंस को नियामकीय अनुपालन के लिए दोबारा आवेदन करने पड़े।

First Published : August 27, 2024 | 10:55 PM IST