जून के निचले स्तर से सुधरने के बाद शुक्रवार को निफ्टी करीब 2 फीसदी फिसला। इंडेक्स आखिर में 347 अंक टूटकर 17,531 पर बंद हुआ। हाल के हफ्तों में ट्रेडरों ने शेयर की कमजोरी का इस्तेमाल खरीदारी के मौके के तौर पर किया है। विदेशी निवेश के नकारात्मक होने और वैश्विक बाजारों में उतारचढ़ाव को देखते हुए यह देखना बाकी है कि क्या निवेशक गिरावट में खरीदारी जारी रखेंगे या नहीं? सैमको सिक्योरिटीज के प्रमुख (मार्केट पर्सपेक्टिव्स) अपूर्व सेठ ने कहा, 14 दिन के रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) ने निचला स्तर बनाया है, जो बताता है कि रफ्तार घट रही है। समर्थन का तात्कालिक व अहम स्तर 17,000 संभावित है। अभी बाजार में लंबा दांव लगाने से पहले ट्रेडरों को सतर्क रहना चाहिए।
डिफेंस इंडेक्स पर आधारित योजना पेश करने पर विचार
पिछले साल के मुकाबले रक्षा क्षेत्र के शेयरों का प्रदर्शन सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वालों में से एक रहा है और निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स 70 फीसदी चढ़ा है जबकि निफ्टी-50 इंडेक्स स्थिर रहा है। उद्योग के प्रतिभागियों ने कहा कि कुछ म्युचुअल फंड घराने इस इंडेक्स पर आधारित थिमेटिक योजना पेश करने पर विचार कर रहे हैं ताकि सरकार की तरफ से देसी विनिर्माण पर जोर व बढ़ते भूराजनीतिक तनाव के बीच रक्षा क्षेत्र के शेयरों की बढ़ती लोकप्रियता का फायदा उठाया जा सके। दिलचस्प रूप से निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स इस साल जनवरी में उतारा गया था, जिसका आधार वर्ष 2018 है। इसमें 10 शेयर हैं और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स और सोलर इंडस्ट्रीज इंडिया का भारांक सबसे ज्यादा है।
हेल्थकेयर फर्मों के शेयरों पर नजर
हेल्थकेयर शृंखलाओं मसलन मैक्स हेल्थकेयर इंस्टिट्यूट और एस्टर डीएम हेल्थकेयर का प्रदर्शन पिछले महीने के मुकाबले बेंचमार्क सूचकांकों से बेहतर रहा है। विश्लेषकों का मानना है कि इस क्षेत्र की कंपनियां मध्यम से लंबी अधि में बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं। उन्हें उम्मीद है कि अस्पताल शृंखला प्रति बिस्तर औसत राजस्व बरकरार रखेंगे, जिसे कीमत बढ़ोतरी व विभिन्न तरह के मरीजों के आगमन से सहारा मिलेगा। विश्लेषकों ने कहा कि महामारी के कारण पैदा हुए अवरोध के बाद से हेल्थकेयर क्षेत्र में स्थिर बढ़ोतरी हो रही है क्योंकि जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों में इजाफा हो रहा है। बाजार पर नजर रखने वालों ने कहा कि बड़ी अस्पताल शृंखला देश भर में छोटे अस्पतालों के अधिग्रहण के मौके तलाश रही हैं ताकि विस्तार किया जा सके।