भारतीय शेयर बाजार में हालिया उतार-चढ़ाव के कारण निवेशक भले ही चिंतित दिख रहे हों लेकिन अमेरिका की प्रमुख निजी इक्विटी फर्म ब्लैकस्टोन (Blackstone) भारतीय बुनियादी ढांचा और रियल एस्टेट में और अधिक निवेश करने की योजना बना रही है। उसका मानना है कि भारत में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार काफी अच्छी है और इसलिए ब्लैकस्टोन का निवेश सुरक्षित है।
ब्लैकस्टोन के अध्यक्ष एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) जॉनाथन ग्रे ने कहा, ‘भारत के लिए हमारा नजरिया दीर्घकालिक है क्योंकि यहां वृद्धि की रफ्तार अधिक है। हमने एशियाई क्षेत्र में अपने निवेश का करीब आधा हिस्सा भारत में निवेश किया है। भारत में हमारा प्रदर्शन शानदार रहा है जिससे हम काफी उत्साहित हैं।’
यूक्रेन युद्ध और मंदी की आशंकाओं के कारण वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल के बावजूद भारत की विकास संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा हिंदी में कहा, ‘पिक्चर अभी बाकी है।’
ब्लैकस्टोन भारत में निवेश करने वाला एक सबसे बड़ा वैश्विक निवेशक है। यहां उसने 50 अरब डॉलर का निवेश किया है जिसमें रियल एस्टेट में करीब 20 अरब डॉलर और अन्य पोर्टफोलियो कंपनियों में करीब 30 अरब डॉलर का निवेश है। ब्लैकस्टोन बुनियादी ढांचा और रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों में निवेश की और संभावनाएं तलाश कर रही है।
अदाणी समूह के खिलाफ आरोपों के संदर्भ में ग्रे ने कहा कि ब्लैकस्टोन भारत में जो कुछ कर रहा है और उसके निवेश वाली कंपनियों के फंडामेंटल एवं नकदी प्रवाह के बारे में उसका नजरिया बिल्कुल सहज है।
उन्होंने कहा, ‘भारत की तकलीफ ऐसे समय में बढ़ रही है जब वह शुरुआती उभरते बाजार से कहीं अधिक परिपक्व बाजार दर्जे की ओर रुख कर रहा है। हमारा नजरिया दीर्घकालिक होता है। मैं समझता हूं कि निवेशकों को भारत में हमारे निवेश पर काफी सफलता दिखी है और इसलिए उनका भरोसा (भारत में) अब भी बरकरार है।’
ग्रे ने कहा, ‘लेकिल जब कुछ चीजें समाचार पत्रों की सुर्खियां बनती हैं तो जाहिर तौर पर निवेशक उन पर सवाल पूछेंगे। जिस तरह से हम भारत में इन कंपनियों को चलाते हैं वह बेहद पारदर्शी और पेशेवर तरीका है। हम कंपनी प्रशासन के उच्च मानदंडों का पालन करते हैं और सर्वोत्तम प्रथाओं के तौर पर उसे अपनाने की कोशिश करते हैं।”
उन्होंने कहा, ‘इसलिए मुझे नहीं लगता कि भारत में जो कुछ हो रहा है वह लंबी अवधि में बाधा बन सकता है। यदि ऐसा कुछ होता है तो मैं समझता हूं कि यह लोगों को एक निश्चित मानक पर काम करने के लिए मजबूर करेगा। इसलिए मुझे लगता है कि समय के साथ भारत इस क्षेत्र में प्रगति करना जारी रखेगा।’
ग्रे ने कहा, ‘यह बुनियादी ढांचे के निर्माण की तरह है जो लोगों के लिए कारोबार में शामिल होना और सर्वोत्तम प्रथाओं, कंपनी प्रशासन एवं पारदर्शिता को सुनिश्चित करना आसान बनाता है ताकि पूंजी प्रवाह आसान हो सके। इसलिए मैं समझता हूं कि भारत सही राह पर अग्रसर है लेकिन जाहिर तौर पर रास्ते में कुछ रुकावटें हो सकती हैं।’
अदाणी समूह की किसी भी परियोजना में निवेश के अवसरों के बारे में पूछे जाने पर ग्रे ने कोई टिप्पणी नहीं की। मगर उन्होंने कहा कि जब भी कोई अव्यवस्था होती है तो उससे अवसर पैदा होता है। ऐसे में किसी को अपनी परिसंपत्ति बेचनी पड़ती है अथवा कोई साझेदार तलाशता है। यह ब्लैकस्टोन के लिए एक अवसर हो सकता है।
ब्लैकस्टोन के लिए भारत उसके शीर्ष प्रदर्शन वाले बाजारों में शामिल है। भारत में उसने एमफैसिस, वीएफएस, टास्कअस, आईबीएस सॉफ्टवेयर, एक्सप्रेसबीज, सिम्पलीलर्न आदि कंपनियों में निवेश किया है। पिछले साल उसने आकाश एजुकेशन में अपना निवेश बैजूस को बेच दिया था।
ब्लैकस्टोन भारत में सोना कॉमस्टार जैसे सफल कारोबार खड़े कर रही है। सोना कॉमस्टार को पारंपरिक वाहनों के लिए कलपुर्जा आपूर्तिकर्ता से नए जमाने के ईवी कलपुर्जा आपूर्ति के तौर पर बदला गया है।
ब्लैकस्टोन का भारत में वाणिज्यिक एवं खुदरा रियल एस्टेट क्षेत्र का भी बड़ा निवेश
ब्लैकस्टोन का भारत में वाणिज्यिक एवं खुदरा रियल एस्टेट क्षेत्र का भी बड़ा निवेश है। वह अपने निवेश का दायरा लॉजिस्टिक्स, खुदरा, दफ्तर एवं डेटा सेंटर तक बढ़ाना चाहती है। उसके प्रमुख निवेश में एम्बैसी रीट, नेक्सस मॉल, न्यूक्लियस ऑफिस पार्क्स, हॉराइजन इंडस्ट्रियल पार्क्स और लुमिना डेटा सेंटर शामिल हैं।
ब्लैकस्टोन ने अपने दो रीट की सफलता के बाद भारत में खुदरा बाजार पर केंद्रित पहला रीट स्थापित किया है।