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लंबे समय के लिए रकम लगानी है तो मिड, स्मॉलकैप शेयर सही

निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों ने पिछली बार 8 फरवरी को दिन के कारोबार में सर्वाधिक ऊंचे स्तर 49,780 और 16,691 बनाए थे।

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पुनीत वाधवा   
Last Updated- March 19, 2024 | 9:58 PM IST

बाजारों में बड़ी गिरावट से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर भारी दबाव पड़ने के बाद अब विश्लेषक धीरे-धीरे इन दो बाजार सेगमेंटों पर सकारात्मक रुख अपनाने लगे हैं। उन्होंने निवेशकों को दीर्घावधि नजरिये से इन शेयरों में खास चयन के आधार पर खरीदारी का सुझाव दिया है लेकिन साथ ही अगले कुछ महीनों में इन दोनों सेगमेंट में उतार-चढ़ाव के झटकों से सतर्क रहने को भी कहा है।

निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों ने पिछली बार 8 फरवरी को दिन के कारोबार में सर्वाधिक ऊंचे स्तर 49,780 और 16,691 बनाए थे। वहीं 14 मार्च को ये 9 प्रतिशत और 16 प्रतिशत टूट कर अपने निचले स्तरों पर आ गए। नियामकीय सख्ती और मार्च में अक्सर होने वाली बिकवाली से इन सूचकांकों पर दबाव पड़ा है। मार्च में निवेशक अक्सर कर संबंधित लाभ उठाने और 15 मार्च तक अग्रिम कर भुगतान करने के लिए अपने पोर्टफोलियो में बदलाव पर जोर देते हैं।

जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का मानना है कि निकट भविष्य के दृष्टिकोण से स्मॉलकैप और मिडकैप शेयर आगामी सप्ताहों में अस्थिर बने रह सकते हैं।

जेपी मॉर्गन के राजीव बत्रा, मिक्सो दास और खोई वू ने संयुक्त रूप से तैयार रिपोर्ट में कहा है, ‘एसएमआईडी क्षेत्र में पिछली गिरावट को देखते हुए अब इन तीनों शेयरों में 5-10 प्रतिशत और गिरावट देखी जा सकती है। हालांकि एसएमआईडी फंडों पर सेबी के स्ट्रेस टेस्ट से पर्याप्त तरलता का संकेत मिला है जिससे तेज बिकवाली का जोखिम सीमित करने में मदद मिल सकती है।’

एसीई इक्विटी के आंकड़ों से पता चलता है कि 8 फरवरी को जब निफ्टी मिडकैप 100 और निफ्टी स्मॉलकैप 100 सूचकांकों ने दिन के कारोबार में अपने सर्वाधिक ऊंचे स्तर बनाए थे तो 1127 मिडकैप और स्मॉलकैप में से करीब 607 शेयरों में दो अंक में गिरावट दर्ज की गई थी।

आंकड़ों से पता चलता है कि सन्मित इन्फ्रा, इंडिया पेस्टीसाइड्स, ऑनमोबाइल ग्लोबल, आईएफसीआई और एचएलवी इस क्षेत्र में ऐसे पांच शेयर हैं जो इस अवधि के दौरान 40 प्रतिशत से ज्यादा गिरे हैं।

आंकड़ों के अनुसार इंडो अमाइंस, आईआईएफएल फाइनैंस, रैमकी इन्फ्रास्ट्रक्चर, एंड्रयू यूल ऐंड कंपनी, एमटीएनएल, संदुर मैंगनीज ऐंड आयरन ओर्स, इंडो रामा सिंथेटिक्स और जयप्रकाश एसोसिएट्स ऐसे अन्य शेयर हैं जो इस दौरान 30 से 40 प्रतिशत तक गिरे।

इकनॉमिक्स रिसर्च के संस्थापक एवं शोध प्रमुख जी चोकालिंगम भी मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के दीर्घावधि परिदृश्य पर आशान्वित बने हुए हैं, लेकिन वैश्विक और स्थानीय घटनाक्रम के बीच इन दो बाजार सेगमेंट में अल्पावधि उतार-चढ़ाव को लेकर सतर्क बने हुए हैं।

साथ ही उन्होंने कहा, ‘घरेलू इक्विटी बाजार का परिदृश्य मध्यावधि से दीर्घावधि में काफी अच्छा है। यहां तक कि स्मॉलकैप और मिडकैप शेयर भी लंबी अवधि में बेहतर प्रदर्शन करेंगे। हालांकि इन शेयरों को मौजूदा धारणा की वजह से अल्पावधि में दबाव का सामना करना पड़ सकता है। इस वजह से लार्जकैप अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।’

क्षेत्र पर नजर

जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का मानना है कि स्मॉलकैप और मिडकैप विनिर्माण, इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास, इलेक्ट्रिक वाहन, डिजिटल बदलाव, हरित ऊर्जा जैसी अनुकूल थीमों के ज्यादा निवेश से जुड़े हुए हैं और उन्होंने ऐतिहासिक तौर पर ज्यादा शार्प रेशियो और अल्फा अवसर दिए हैं।

जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि ये ऊंचे प्रतिफल मिडकैप/स्मॉलकैप के लिए तेज आय वृद्धि सीएजीआर पर केंद्रित हैं जो कैलेंडर वर्ष 2021-25 के बीच +60 प्रतिशत/+24 प्रतिशत पर अनुमानित है। ऊंची वृद्धि से मूल्यांकन को भी मदद मिलेगी।

First Published : March 19, 2024 | 9:58 PM IST