त्योहारी मौसम से पहले सोने के निवेशकों के लिए बड़ी खबर आई है। एक्सिस सिक्योरिटीज ने अपनी धनतेरस 2025 गोल्ड रिपोर्ट में कहा है कि निवेशकों को सोने में हर गिरावट को खरीद का अवसर मानना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, अगर सोने की कीमत ₹1.05 लाख से ₹1.15 लाख प्रति 10 ग्राम के दायरे में आती है, तो यह निवेश का सही समय होगा। ब्रोकरेज हाउस का अनुमान है कि अगले साल दीवाली तक सोने की कीमत ₹1.45 लाख से ₹1.50 लाख प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस बार सोने की कीमतें सिर्फ भारत में बढ़ी मांग की वजह से नहीं, बल्कि दुनिया की आर्थिक स्थिति की वजह से भी बढ़ रही हैं। यानी, दुनिया के हालात भी सोने के दाम बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें, डॉलर की कमजोरी, और भू-राजनीतिक तनाव ने सोने की मांग को मजबूत किया है। इसके साथ ही, दुनिया के कई केंद्रीय बैंक डॉलर की जगह सोना खरीद रहे हैं, ताकि उनका पैसा ज्यादा सुरक्षित रहे। इसी वजह से सोना एक सुरक्षित निवेश के रूप में और भी ज्यादा लोकप्रिय हो गया है।
घरेलू बाजार में भी इसका असर साफ दिख रहा है। एमसीएक्स पर सोना ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच चुका है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार (Comex) में सोना $4,180 प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर तक जा चुका है। एक्सिस सिक्योरिटीज का कहना है कि अगर सोना $3,800 प्रति औंस से ऊपर बना रहता है, तो यह अगले साल $4,700–$4,800 के स्तर तक जा सकता है।
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रिपोर्ट में उन पांच कारणों का भी जिक्र है, जिनकी वजह से सोने की तेजी आगे भी बनी रह सकती है। सबसे पहले, अमेरिका में ब्याज दरों में कमी से निवेशक ज्यादा रिटर्न पाने के लिए सोने की ओर रुख कर रहे हैं। दूसरा, केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी से मांग बनी हुई है। तीसरा, वैश्विक तनाव और युद्ध जैसी अनिश्चित स्थितियां निवेशकों को सुरक्षित निवेश की ओर धकेल रही हैं। चौथा, कमजोर होता डॉलर और अमेरिका का बढ़ता कर्ज सोने को और आकर्षक बना रहा है। और पांचवां, ईटीएफ (ETF) में भारी निवेश यह दिखाता है कि खुदरा निवेशक भी अब सोने को लेकर पहले से ज्यादा सक्रिय हैं।
एक्सिस सिक्योरिटीज ने सलाह दी है कि निवेशक “बाय ऑन डिप्स”, यानी गिरावट पर खरीदारी की रणनीति अपनाएं। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर सोना ₹1.05 लाख से ₹1.15 लाख प्रति 10 ग्राम के बीच आता है, तो इसमें धीरे-धीरे खरीदारी करनी चाहिए। लक्ष्य अगले साल दीवाली तक ₹1.45 लाख से ₹1.50 लाख प्रति 10 ग्राम का रखा गया है। जो निवेशक भौतिक सोना नहीं रखना चाहते, वे गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) के जरिए निवेश कर सकते हैं, जिससे उन्हें न तो स्टोरेज की दिक्कत होगी और न ही शुद्धता की चिंता।
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रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत में सोना सिर्फ एक निवेश नहीं, बल्कि हमारी परंपरा और संस्कृति का हिस्सा है। भारतीय परिवारों के पास लगभग $3 ट्रिलियन (करीब ₹250 लाख करोड़) मूल्य का सोना है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। यह सोने पर भारतीयों का पुराना भरोसा आज के अनिश्चित समय में उनके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है।